पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले में स्तिथ अजोध्या पहाड़ छुट्टिओं में घूमने लायक सबसे बढ़िया जगहों में से एक है । मेरे इस यार्ता की सुरुआत हुआ था ३१ दिसम्बर की रात को पहले ही बता दु की यह के पिकनिक ट्रिप था जो की १ जनुअरी के रात को घूमके वापिस आना था। तो मई और मेरे कुछ दोस्त के फॅमिली और मेरे माँ जाने के लिए तैयार हुए हमलोगो का बस ३१ की रात ८ बजे मेरे गाओ से छूटनी थी। अगर मेरा सहर दुर्गापुर से अजोध्या का डिस्टेंस देखु थो लगभग १५६ किलोमीटर का होग। थो लगभग ८:१५ को हमलोग सभी बस में बैठ गए बस छूटा ठीक रात के ९ बजे।
मौसम थोड़ा ख़राब था विंटर टाइम होते हुआ भी बारिस होने के आसार थे। रात के करीब ११:३० बजे बस पुरुलिया के एक जगह पर ठहरा वह कुछ खाने पिने का आयोजन कर बस फिर से रवाना हो गया। पूरी रात बस चली सुबह करीब ३:३० बजे बस अजोध्या पहाड़ के बगमुंडी नाम के जगह पर आके रुका। सुबह हमलोगो को एहि से पहाड़ घूमना था।
दूसरा दिन का सुबह हमलोगो के लिया कुछ गुड और बैड रहा । जैसे की अजोध्या में अगर आप आएंगे विंटर सीजन में खासकर थो यहां आपको गाड़ी बुकिंग करवानी होती है पहाड़ घूमने के लिया जिसमे आपको दिखया जायगा बामनी जलप्रपात, तुरगा जलप्रपात, मयूर पहाड़, राम मंदिर,मार्वल लेक, उप्पेर डैम और लोअर डैम, लकड़ी का दुर्गा मंदिर इसके आलावा आप अगर चाहे तो पखिर पहाड़, चोरीडा गाओ, और दो अलग डैम भी जा सकते है और अगर आप ट्रैकिंग के लिया आ रहे है तो आपके लिया चमताबुरु सही होगा यह पुरुलिया जिले का सबसे ऊँचा चोटी है। तो हमने ठीक ८:३० बजे आपने यात्रा सुरु किया बगमुंडी से पहले पोहचा लोअर डैम जिसकी खूबसूरती देखने लायक थी। अजोध्या में हाइड्रो पावर बनती है जिसके लिया पहरो के बिच में यह दोनों डैम बनाया गया है। दूसरा हमने देखा उप्पेर डैम जिसमे उतरना मन था। यहां से आप काफी दूर दूर तक का पहाड़ और जंगल देख सकते है। इसके बाद हमलोगो ने गया लकड़ी का दुर्गा माता मंदिर देखने। रास्ते में जाते वक़्त जो खूबसूरती देखा वह देखने लायक था। करीब १:३० घंटा भर वाहा रहने के बाद हमलोग आये श्री राम मंदिर देखने। मंदिर देखकर निकलते निकलते थोड़ा देर हो गया तो सब हल्का फुल्का खाना खाकर गए मयूर पहाड़ देखने यहां से आप पयरुलिया की काफी खूबसूरती देख पाएंगे यहां मायने काफी सारा फोटोग्राफी भी किया। मार्वल लेक आते ही दिल में सनसनी मच गयी क्या नज़ारा था वह का कभी भुला न जा सकेगा। पहाड़ओ के बिच में कांच जैसा साफ़ पानी। आखिर में हमलोग आये बामनी जलप्रपात देखने यहां कुछ लोकल के हस्तशिल्प के दुकान आपको देखने को मिलेगा। जलप्रपात देखने के लिया आपको सीडीओ से निचे उतरना पड़ेगा काफी सारे। निचे उतरने के बाद आपको जन्नत देखने को मिलेगा।।। सॉरी मजाक कर रहा था।
अजोध्या में टाहर ने के लिए आपको काफी सारे होटल्स मिल जाएंगे ऑनलाइन आप वेस्ट बंगाल सर्कार के यूथ हॉस्टल भी बुक करा सकते है सस्ते में। रेलवे और रोड नेटवर्क से पुरुलिया अच्छी तरह कनेक्टेड है कोलकाता से काफी सारे ट्रैन पुरुलिया के लिए मिल जायगा यहां से आप कैब या गाडी बुकिंग करवा कर अजोध्या पहाड़ आ सकते है।
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