घुमक्कड़ को कभी किसी जगह को पहली नजर में नहीं आंकना चाहिए। कुछ जगहें ऐसी होती हैं जो पहली ही नजर मे अच्छी लग जाती हैं और कुछ जगहें ऐसी होती हैं जो पहली नजर में समझ नहीं आती है। यकीन मानिए पहली नजर में न समझने वाली जगहें बेहद खूबसूरत होती हैं। कुछ घंटों और दिनों में आप इन जगहों को जानने की कोशिश करते हैं और वो जगहें आपको जानने की कोशिश करती है। ऐसा ही जानने लायक शहर है गुजरात का वालसाड़।
वालसाड़ गुजरात का वो शहर जो खूबसूरत तो है लेकिन अहमदाबाद और सूरत की तरह फेमस नहीं है। यहाँ झरने हैं, पहाड़ हैं और खूबसूरत हरियाली। इसके बावजूद अगर आप गुजरात के नहीं हैं तो शायद ही आपको इस जगह के बारे में पता हो। वालसाड़ को कभी बुल्सर के नाम से भी जाना जाता था। तीन हजार वर्ग किमी. से भी ज्यादा में फैले इस जिले में 6 तालुका हैं। अगर आप अहमदाबाद और सूरत से अलग किसी खूबसूरत जगह पर जाना चाहते हैं तो आपको वालसाड़ आना चाहिए।
क्या देखें?
वालसाड़ में पहाड़ हैं, म्यूजियम, मंदिर और वाटरफाॅल है। इसलिए जब आप वालसाड़ आए तो क्या देखें जैसा सवाल मन में होना चाहिए। इसके बावजूद है तो उसका जवाब हम देते हैं।
1- तीथल बीच
समुद्र हर किसी को पसंद आते हैं। समुद्र के बीच पर बैठकर घंटों निहारना, समुद्र की लहर को देखना और बीच पर पैदल चलना, हर कोई समुद्र तट पर जाकर ये जरूर करना चाहता है। अगर आप वालसाड़ जाते हैं तो आप इस हसरत को पूरी कर सकते हैं। यहाँ तीथल बीच है जो वालसाड़ की पसंदीदा जगहों में से एक है। इस बात का अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं ये बीच वीकेंड में लोगों से खचाखच भरा रहता है। अगर आप शांति और सुकून में तीथल बीच को देखना चाहते हैं तो आपको वीकेंड को छोड़कर बाकी दिनों में आना चाहिए।
2- विल्सन हिल
वालसाड़ की सबसे खूबसूरत जगहों में से एक है, विल्सन हिल। जब आप इस पहाड़ी की ओर जाते हैं तो रास्ते में गाँव, जंगल और वाटरफाॅल मिलते हैं। जिनको देखकर आप खुश हो उठेंगे। जब आप इस पहाड़ी के सबसे टाॅप पर पहुँचेंगे तो दूर-दूर तक आपको हरे-भरे पहाड़ और हरियाली नजर आएगी। अगर आप मानसून में यहाँ जाते हैं तब तो ये जगह आपको जन्नत लगेगी। वालसाड़ शहर से विल्सन हिल लगभग 48 किमी. की दूरी पर है। अगर आप वालसाड़ जाते हैं तो आपको इस खूबसूरत पहाड़ी पर भी जाना चाहिए।
3- लेडी विल्सन म्यूजियम
कहते हैं कि अगर आपको किसी जगह को अच्छे से समझना है तो आपको म्यूजियम चले जाना चाहिए। वालसाड़ में भी एक म्यूजियम है लेडी विल्सन म्यूजियम। इस म्यूजियम में सिर्फ इतिहास ही नहीं है यहाँ साइंस से जुड़ी चीजें हैं जो आपको काफी पसंद आएंगी। म्यूजियम की बनावट भी काफी अच्छी है। अगर आप वालसाड़ शहर को देखना चाहते हैं तो इस म्यूजियम को देखे बिना वो पूरा नहीं हो सकता।
4- परनेरा हिल्स
वालसाड़ शहर से लगभग 6 किमी. दूर एक कस्बा है, परनेरा। उसी कस्बे में एक पहाड़ी है परनेरा हिल्स। कुछ ही किलोमीटर की चढ़ाई आपको थका देगी। इस पहाड़ी को चढ़ते समय आपको घना जंगल मिलेगा। इस रास्ते को और खास बना देता है। इस पहाड़ी को चढ़ते समय लगभग 500 सीढ़ियाँ भी मिलेंगी। जो आपके पैर की कसरत अच्छे से करा देंगी। इस पहाड़ी पर कुछ पुराने मंदिर और एक पुराना किला है। जो लगभग पूरी तरह से टूट चुका है। इस पहाड़ी पर हर साल अक्टूबर में एक कार्निवल होता है। अगर आप अक्टूबर में वालसाड़ जाते हैं तो इस कार्निवाल देखने जरूर आना चाहिए।
5- उदवाडा बीच
वालसाड में तीथल बीच के अलावा एक और खूबसूरत बीच है उदवाडा बीच। ये बीच वालसाड के एक छोटे-से कस्बे उदवाडा में है। उदवाडा से वालसाड़ की दूरी लगभग 24 किमी. है। ये बीच मछुआरों के लिए भी भी अच्छी जगह है इसलिए इसे फिशिंग विलेज भी कहते हैं। ये बीच इसलिए भी खूबसूरत है क्योंकि यहाँ लोगों की भीड़ नहीं है। यहाँ आप शांति और सुकून से समुद्र की लहरों को देख सकते हैं, समुद्र किनारे पैदल चल सकते हैं। अगर आपको भीड़ वाले बीच पसंद नहीं है तो आपको उदवाडा बीच आना चाहिए।
6- शंकर वाटरफाॅल
अगर आप सोचते हैं कि गुजरात में सिर्फ मंदिर ही मंदिर हैं तो यकीन मानिए आपने अभी गुजरात देखा नहीं है। गुजरात में खूबसूरत पहाड़ हैं और छिपे हुए झरने हैं। ऐसा ही एक खूबसूरत झरना है शंकर वाटरफाॅल। वालसाड़ में जब आप इस वाटरफाॅल को देखेंगे तो आप उसे बस देखते ही रह जाएँगे। शंकर वाटरफाॅल वालसाड़ के उधमपुर कस्बे में है। वालसाड़ से इस जगह की दूरी लगभग 30 किमी. है। अगर आप वालसाड़ आते हैं तो इस वाटरफाॅल को देखना न भूलें।
7- जोडिया वाटरफाॅल
वालसाड़ कुदरत का नायाब नमूना है। यहां एक नहीं अनगिनत वाटरफाॅल हैं। उन्हीं खूबसूरत झरनों में से एक है जोडिया वाटरफाॅल। ये वाटरफाॅल धरमपुर कस्बे के बिलपुड़ी गाँव में है। लगभग 30 फीट से गिरता ये वाटरफाॅल को देखकर आपका दिल खुश हो उठेगा। इस वाटरफाॅल को स्थानीय लोग मावली माता वाटरफाॅल के नाम से भी जानते हैं। इसके अलावा इस गाँव में एक और वाटरफाॅल है जिसे बिलपुड़ी वाटरफाॅल के नाम से जाना जाता है। धरमपुर से बिलपुड़ी गाँव की दूरी लगभग 10 किमी. है। अगर आप वालसाड़ आते हैं तो आपको इस बिलपुडी भी आना चाहिए। यकीन मानिए ये वाटरफाॅल्स आपको निराश नहीं करेंगे।
कब जाएँ?
गुजरात के इस शहर में कभी भी जाया जा सकता है लेकिन बारिश के मौसम में इसकी खूबसूरती निखरकर आती है। सब कुछ हरा-भरा दिखाई देता है। इसलिए आपको जुलाई से सितंबर के बीच में इस शहर को देखना चाहिए। वालसाड़ गुजरात का काफी बड़ा शहर है इसलिए आपको यहाँ ठहरने में कोई दिक्कत नहीं होगी। लक्जरी होटल से लेकर बजट होटल आपको मिल जाएँगे। आप अपने बजट और सुविधा के हिसाब से कोई भी होटल ले सकते हैं।
कैसे पहुँचे?
वालसाड़ सूरत से 94 किमी., अहमदाबाद से 128 और मुंबई से 194 किमी. की दूरी पर है। आप यहाँ बस, ट्रेन और फ्लाइट से बड़े आराम से पहुँच सकते हैं।
फ्लाइट सेः अगर आप वालसाड़ फ्लाइट से आने की सोच रहे हैं तो सबसे नजदीकी एयरपोर्ट सूरत है। आप सूरत से बस या टैक्सी बुक करके वालसाड पहुँच सकते हैं।
ट्रेन सेः अगर आप ट्रेन से वालसाड़ जाना चाहते हैं तो सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन वालसाड़ है। यहाँ पूरे देश से ट्रेनें चलती रहती हैं इसलिए आपको बहुत पहले बुकिंग नहीं करनी होगी।
बस सेः अगर आप बस से जाना चाहते हैं तो आपको गुजरात के बड़े शहरों से वालसाड़ के लिए आराम से बस मिल जाएगी।
क्या आपने कभी गुजरात के वालसाड़ की यात्रा की है? अपने सफर का अनुभव यहाँ लिखें।
रोज़ाना वॉट्सएप पर यात्रा की प्रेरणा के लिए 9319591229 पर HI लिखकर भेजें या यहाँ क्लिक करें।