राजस्थान वैसे काफ़ी पहले से ही पर्यटकों की पसंद रहा है लेकिन पिछले कुछ समय से राजस्थान पर्यटन की बढ़ती लोकप्रियता को इसी से समझा जा सकता है की भारतीय पर्यटकों की संख्या राजस्थान में वर्ष 2019 तुलना में चल रहे वर्ष में दोगुनी से भी अधिक हो गई है।
और जैसे कि हर कोई जानता है कि राजस्थान का खतरनाक गर्मी का मौसम पहले ही खत्म हो चुका है और अक्टूबर महीने की शुरुआत से ही पीक टूरिस्ट सीजन शुरू हो चुका है।
इसलिए यदि आप राजस्थान की यात्रा की योजना बना रहे हैं और अगर आप केवल प्रसिद्ध किलों, महलों और झीलों आदि के बजाय राजस्थान को थोड़ा ज्यादा एक्सप्लोर करना चाहते हैं तो आज हम आपको राजस्थान की एक शानदार जगह के बारे में बताएंगे जो एक अनोखे फोटोशूट के लिए एकदम परफेक्ट है और साथ ही अगर आप यहां नाइट कैंपिंग करते हैं तो यहां आपको आकाशगंगा (मिल्की वे गैलेक्सी) के नज़ारों की कुछ अद्भुत यादें भी मिलेंगी।
जी हां, हम बात कर रहे हैं राजस्थान के सफेद रेगिस्तान की। ज्यादा मत सोचिये.. सही पढ़ा आपने, अगर व्हाइट डेजर्ट की बात करें तो सभी को गुजरात के कच्छ का रण याद आता है लेकिन आज हम आपको राजस्थान के श्वेत रण के बारे में बताने वाले हैं। हम बात कर रहे हैं सांभर साल्ट लेक, भारत में खारे पानी की सबसे बड़ी अंतर्देशीय झील की... तो चलिये बताते हैं आपको इस खूबसूरत जगह के बारे में...
दिल्ली से लगभग 330 किलोमीटर दूर इस स्थान पर आप लगभग 6 घंटे में आसानी से पहुँच सकते हैं और हम आपको बता दें कि बॉलीवुड के लिए यह स्थान कितना पसंदीदा है कि "रामलीला", "पीके" जैसी कई फिल्मों की और यहां तक कि प्रसिद्ध गीत "डीजे वाले बाबू" की शूटिंग यहां की गई थी।
नवीनतम ख़बरों से हमें पता चला कि राजस्थान पर्यटन विभाग जल्द ही यहाँ नाईट कैंपिंग शुरू करेगा क्योंकि वे कोशिश कर रहे हैं कि पर्यटक यहाँ कम से कम 2 दिन रुकें और वे यहाँ रात के दृश्य के साथ-साथ साल्ट लेक ट्रेन का भी आनंद लें। इसके साथ ही पर्यटक राजस्थानी फ़ूड और राजस्थानी रूरल लाइफ का भी अच्छे से एक्सपीरियंस लें।
यहां एक बहुत ही मान्यता वाला माता शाकंभरी देवी का शक्तिपीठ मंदिर भी स्थित है जहां आप माता के दर्शन भी कर सकते हैं और आपको बता दें की इस सफेद रेगिस्तान की जगह पर पहुंचने के लिए आप अगर आप गूगल मैप की मदद ले रहे हैं तो आपको गूगल मैप पर “शाकम्भरी देवी मंदिर, सांभर लेक” ही सर्च करना होगा। यह विशाल सफेद रेगिस्तान इस देवी मंदिर के बगल में ही है और मंदिर के ऊपर से इसका दृश्य बहुत ही शानदार है।
इस जगह बाइकर्स और कार ड्राइविंग लवर्स ड्रिफ्टिंग जैसे स्टंट भी जरूर करते होंगे जैसा मैं हमें वहां मौजूद कार और बाइक के टायरों के निशान देख कर महसूस हुआ। लेकिन आपको सावधान कर दें कि यहाँ झील के पानी के नजदीक दल-दल भी हो सकता हैं तो आप इस बात की पूरी सावधानी रखें।
यदि आप इस स्थान के बारे में और इस तरह के कई अन्य स्थानों के बारे में अधिक जानना चाहते हैं तो दिए गए लिंक से आप हमारे Youtube चैनल WE and IHANA पर जा सकते हैं। आप हमारे सांभर लेक व्लॉग को भी देख सकते हैं।
Youtube Channel Link:
https://youtube.com/c/WEandIHANA
सांभर झील कैसे पहुंचे:
हवाई मार्ग द्वारा:
जयपुर और किशनगढ़ सांभर के निकटतम हवाई अड्डे हैं, दोनों 100 किमी से कम दूर हैं।
रेल मार्ग द्वारा:
सांभर के रेलवे स्टेशन में जयपुर, जोधपुर और नागौर से ट्रेनें हैं। अगर आप ट्रेन से सांभर लेक स्टेशन की यात्रा कर रहे हैं तो आप नमक के टीले आसानी से देख सकते हैं।
सड़क मार्ग द्वारा:
अगर आप दिल्ली से सांभर झील जा रहे हैं तो ये दूर करीब 350 किलोमीटर की रहेगी और जयपुर से ये करीब 90 किलोमीटर दूर है। जयपुर से फुलेरा की तरफ से जाते हुए आप करीब 2 घंटे में सांभर झील पहुंच जाएंगे।