कश्मीर का एक बेहद पुराना रास्ता जो गुमनामी में खो गयाः मुगल रोड

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Photo of कश्मीर का एक बेहद पुराना रास्ता जो गुमनामी में खो गयाः मुगल रोड by Rishabh Dev

कहते हैं न कि मंजिल से ज्यादा सफर खूबसूरत होता है। सफर की खूबसूरती का अंदाजा अगर आपको लगाना है तो जम्मू-कश्मीर आपके लिए सही जगह है। जम्मू-कश्मीर में एक ऐसा रास्ता है बहुत पुराना और बेहद सुंदर नजारों से भरा है। इस रास्ते को कम लोग इस्तेमाल करते हैं इसलिए यहाँ आपको भीड़ तो बिल्कुल भी नहीं मिलेगी। जम्मू-कश्मीर के उस खूबसूरत रास्ते का नाम है, मुगल रोड। मुगल रोड को नमक रोड के नाम से जाना जाता है। बहुत पहले ये जगह कश्मीर से पाकिस्तान जाने में इस्तेमाल की जाती थी लेकिन अब ये कश्मीर की खूबसूरती को दिखाने के लिए जानी जाती है। एडवेंचर पसंद और हर घुमक्कड़ का एक बार मुगल रोड की यात्रा जरूर करनी चाहिए।

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मुगल रोड कश्मीर के दो जिलों को आपस में जोड़ता है। मुगल रोड पूंछ के बफलिआज कस्बे से शोपियाँ जिले तक है। वैसे तो मुगल रोड कुल दूरी 300 किमी. से ज्यादा है लेकिन अब पूंछ से शोपियाँ जिले तक के रास्ते को ही मुगल रोड के नाम से जाना जाता है। पूंछ से शोपियाँ तक के मुगल रोड की कुल दूरी 84 किमी. है। मुगल रोड की यात्रा के दौरान बेहरामगल्ला, चंदीमार, पोशाना, चत्तापानी, पीर की गली और अलीबाद जैसी जगहें मिलेंंगी।

मुगल रोड

इस रास्ते को मुगल रोड क्यों कहते हैं? ये वही रास्ता है जिससे मुगल सम्राट अकबर पहली बार कश्मीर गए थे। इसके बाद मुगल बादशाह जहाँगीर भी इस रास्ते से कश्मीर पहुँचे थे। बाद में इसी रास्ते से लौटते हुए राजौरी के पास उनकी मौत हो गई थी। उनके बाद शाहजहाँ और औरंगजेब भी इसी मार्ग से कश्मीर का सफर तय किया था। कई मुगल बादशाह इस रास्ते से गुजरे हैं इसलिए इसका नाम मुगल रोड हो गया।

भारत की आजादी के बाद कश्मीर की अर्थव्यवस्था को अच्छा करने के लिए 1950 में मुगल रोड को बेहतर करने का प्रस्ताव पेश किया गया। कई कारणों से तब ऐसा नहीं हो पाया लेकिन जब शेख अब्दुल्ला जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री थे तब 1979 में इसका काम शुरू हुआ। मुगल रोड पर कम गाड़ियाँ, कम लोग दिखाई देंगे लेकिन खूबसूरती ऐसी कि दिल खुश हो जाए।

क्यों करें मुगल रोड की यात्रा?

किसी घुमक्कड़ के मन में ऐसा सवाल कभी नहीं आ सकता? क्योंकि घुमक्कड़ों तो वही है जो नई-पुरानी सभी जगहों पर जाने की हसरत रखता हो और उसे पूरा करने का माद्दा भी हो। इसके बावजूद मुगल रोड पर जाने की कुछ वजहें हम आपको बता देते हैं। मुगल रोड कश्मीर के रिमोट और काफी अंदरूनी हिस्सों से होकर गुजरता है। ऐसे में आप उस कश्मीर को देख पाएंगे जिसके बारे में कम लोग ही जानते हैं।

असली कश्मीर आपको मुगल रोड पर यात्रा के दौरान देखने को मिलेगा। मुगल रोड के सफर में आप कश्मीर की खूबसूरती देखकर दंग रह जाएंगे। ऐसा कश्मीर शायद ही आपने कभी देखा होगा। इसके अलावा आप भीड़ और ट्रैफिक जाम से बच जाएंगे। इस रास्ते में कम गाड़ियाँ दिखाई देंगी जो आपके लिए तो अच्छा ही है। इसके अलावा भी कई सारी वजहें हैं जो आपको मुगल रोड के सफर के दौरान समझ आ जाएगी।

मुगल रोड रूट

मुगल रोड की यात्रा करने के लिए आपको जम्मू से श्रीनगर तक की यात्रा करनी होगी। जम्मू से मुगल रोड के बफ्लिआज कस्बे तक के रास्ते में संदरबनी, नौशेरा और राजौरी मिलेंगे। बफ्लिआज कस्बा पूंछ जिले में आता है और यहीं से मुगल रोड शुरू होता है। मुगल रोड पर आते ही कश्मीर की खूबसूरती की झलक आपको मिलने लगेगी। कुछ देर बाद आप चंदीमढ़ पहुंच जाओगे।

चंदीमढ़ के बाद रास्ता थोड़ा खराब होने लगता है और सफर मुश्किल होने लगता है। मुगल रोड सबसे कठिन और खतरनाक रास्तों में से एक है इसलिए यहाँ संभलकर चलने की जरूरत है। आप पहाड़ों में पहाड़ी रास्तों में गुम हो जाएंगे। कुछ देर बाद आप बढ़िया रास्ते पर पहुँच जाएंगे। जिसके बाद आप पीर की गली पास से गुजरेंगे। इस जगह का नाम स्थानीय संत बाबा शेख करीम के नाम पर पड़ा है। समुद्र तल से 3,490 मीटर पर पीर की गली स्थित है। यहाँ से आपको कश्मीर के खूबसूरत दृश्य देखने को मिलेंगे।

पीर के गली के बाद आप शोपियाँ पहुंचेंगे। पूंछ से शोपियाँ तक के रास्ते को ही मुगल रोड के नाम से जाना जाता है। इसके बाद पंपौर होते हुए श्रीनगर पहुंच सकते हैं। मुगल रोड जम्मू और श्रीनगर की दूरी कम कर देता है। मुगल रोड में पहाड़ों के सुंदर-सुंदर नजारे तो देखने को मिलते ही हैं, इसके अलावा सेब के कई बगीचे भी दिखाई देंगे। कश्मीर जाएं तो यहाँ के सेब जरूर चखें। आप एक दिन में मुगल रोड की यात्रा बड़े आराम से कर सकते हैं। यकीन मानिए, ये सफर आपके लिए सबसे खूबसूरत यात्राओं में से एक होगा।

क्या ये सेफ है?

जम्मू-कश्मीर की यात्रा करने जाने वालों के मन में ये सवाल जरूर होता है। कश्मीर यात्रा करने के लिए सुरक्षित जगह है। अगर आप आतंकवाद को ध्यान में रखकर ये सवाल कर रहे हैं तो हाँ, मुगल रोड पर यात्रा करना बिल्कुल सुरक्षित है और हर किसी को इसकी यात्रा करनी चाहिए। एक पहाड़ी सफर में जो दिक्कतें आती हैं, उसका आपको यहाँ भी सामना करना पड़ेगा। आपको इतना सुकून शायद ही किसी और जगह पर महसूस हो।

कैसे जाएं?

मुगल रोड का रास्ता बहुत अच्छा भी नहीं है और बहुत खराब भी नहीं है। आप खुद की गाड़ी से, बस, टैक्सी और कैब से मुगल रोड की यात्रा कर सकते हैं।

प्राइवेट टैक्सीः आप प्राइवेट टैक्सी लेकर मुगल रोड की यात्रा कर सकते हैं। आमतौर पर प्राइवेट टैक्सी का किराया 2 हजार रुपए होता है जो कई बार कम-ज्यादा भी होता है। इसके अलावा शेयर्ड कैब भी ले सकते हैं जिसका किराया कम पड़ेगा।

बस सेः आप बस से भी मुगल रोड की यात्रा कर सकते हैं। इसके लिए आपको अपनी यात्रा में दो जगह से बदलनी होगी। सबसे पहले जम्मू से राजौरी के लिए बस लीजिए। इसके बाद राजौरी से श्रीनगर के लिए बस लीजिए।

कब जाएं?

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मुगल रोड कश्मीर के अंदरूनी भाग से होकर गुजरता है, जहाँ सर्दियों में खूब बर्फबारी होती है। इस वजह से सर्दियों में तो रास्ता पूरी तरह से बंद हो जाता है। मुगल रोड की यात्रा करने का सबसे बेस्ट टाइम गर्मियों का है। आपको मुगल रोड के लिए अप्रैल से जून तक कभी भी प्लान बना सकते हैं। इस दौरान आपको चारों तरफ खूबसूरती ही खूबसूरती देखने को मिलेगी।

कहाँ ठहरें?

मुगल रोड के सफर में अगर आप ठहरना भी चाहते हैं तो कुछ जगहें हैं जहाँ आप ठहर सकते हैं। मुगल रोड के रास्ते में मिलने वाले कस्बों में कुछ होटल आपको मिल जाएंगे। इसके अलावा रास्ते में सुंदरबनी, राजौरी, शोपियाँ में एटीएम मिल जाएंगे। लगभग सभी कस्बों में पेट्रोल पंप और मैकेनिक भी मिल जाएंगे जो आपके सफर को आसान बना देंगे। जब भी मौका मिले मुगल रोड की यात्रा जरूर करें।

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