कोरोना के कारण दो साल से घर में बैठे-बैठे अब लोगों को उबन होने लगी है और लोग परेशान भी होने लगे हैं। अब तो लोग बस मौका ढूंढ़ रहे हैं बाहर निकलने का। जहाँ वो घूम सकें। कुछ लोग जहाँ मौज-मस्ती के लिए बाहर निकलना चाह रहे हैं वहीं कुछ लोगों को काम करने की मजबूरी है। क्योंकि कोरोना ने तो काफी दिक्कत बढ़ा दी हैं। लोग घर से बाहर तक नही निकल पाए दो सालों से। तो अब परेशान होने की ज़रूरत नहीं अब आप देश क्या विदेश यात्रा पर भी जा सकते हैं। जी हाँ! घूमने वाले और नौकरी पेशा दोनों ही तरह के लोगों के लिए एक बहुत बड़ी खुशखबरी है कि भारत में कोविशील्ड के दोनों डोज लगवाने वाले अब आराम से यूरोप के कुछ खास देशों की सैर कर सकते हैं। और अपना ट्रिप प्लान कर एन्जॉय कर सकते हैं। एक जुलाई को यूरोप के 9 देशों ने कोविशील्ड वैक्सीन को 'ग्रीन पास' दे दिया है। इसका मतलब है कि कोविशील्ड वैक्सीन को वहाँ अप्रूव वैक्सीन की लिस्ट में शामिल कर लिया गया है। एक देश एस्टोनिया ने भारत बायोटेक की तरफ से बनी कोवैक्सीन को भी वीजा देने संबंधी नियम में शामिल किया है।
अब ग्रीन पास मिलने से कोविशील्ड के दोनों डोज लगवा चुके लोगों को अब कोरोना के नियम-कायदों में कुछ ढील मिल सकेगी। पहले ग्रीन पास न मिलने की वजह से लोग यूरोप की यात्रा पर नहीं जा सकते थे। क्योंकि पहले मंजूरी नही मिली थी। अब मंजूरी मिल गई हैं।
कौन से देशों में यात्रा की मंजूरी मिली :
यूरोप के इन 9 देशों में जर्मनी, स्लोवेनिया, ऑस्ट्रिया, ग्रीस, आइसलैंड, आयरलैंड, स्पेन और स्विट्जरलैंड शामिल हैं। इस मामले में भारत ने संघ से अपील की थी कि वो कोविशील्ड और कोवैक्सीन पर अलग-अलग विचार करें। जिसके बाद फैसला भारत के पक्ष में आया है। और मंजूरी मिली।
तो अब देर किस बात की बैग पैक कीजिए और अपनी यूरोप यात्रा के लिए तैयार हो जाइए।
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