भारत में एडवेंचर के लिए काफ़ी कुछ है लेकिन क्या आपको पता है कि आप भारत में ज्वालामुखी को भी अपनी आँखों से देख सकते हैं। इन ज्वालामुखी को देखकर आपको ये समझ में आ जाएगा कि प्रकृति ख़तरनाक के साथ कितनी सुंदर हो सकती है। भारत में कुछ चुनिंदा ज्वालामुखी हैं जिनको आप देख सकते हैं। इनमें से कुछ ज्वालामुखी सक्रिय हैं और कुछ ज्वालामुखी निष्क्रिय हैं। यदि आपको रोमांच पसंद है तो भारत के इन ज्वालामुखी को देखने का प्लान जल्द बनाइए।
भारत के चुनिंदा ज्वालामुखी:
1.बैरन आइलैंड, अंडमान निकोबार
अंडमान और निकोबार भारत की सबसे सुंदर जगहों में से एक है। अंडमान और निकोबार में द्वीपों का एक बड़ा समूह है। इसी अंडमान और निकोबार में एक एक विशेष द्वीप है, बैरन द्वीप। बैरन द्वीप पर एक सक्रिय ज्वालामुखी है। ये ज्वालामुखी अंडमान और निकोबार की राजधानी पोर्ट ब्लेयर से 135 किमी. की दूरी पर स्थित है। बैरन आइलैंड पर स्थित ये ज्वालामुखी भारत और दक्षिण एशिया का एकमात्र सक्रिय ज्वालामुखी है। आप क्रूज़ से इस सुंदर ज्वालामुखी को देख सकते हैं। ये नजारा आपको हैरान कर देगा।
2. धोसी हिल्स, हरियाणा
हरियाणा भारत के सबसे कम एक्सप्लोर किए जाने वाला राज्य है। इसी राज्य में एक जगह है, धोसी हिल्स। धोसी पहाड़ी हरियाणा की असाधारण जगहों में से एक है। यहाँ पर स्थित कई सारे क़िले, तालाब और मंदिरों की भव्यता देखने लायक़ है। इसी धोसी पहाड़ी पर एक विलुप्त ज्वालामुखी है। जिसके आसपास अभी भी कई गड्ढे और लावा पड़ा हुआ है। हरियाणा के इस विलुप्त ज्वालामुखी को आपको एक बार ज़रूर देखना चाहिए।
3. लोकटक झील, मणिपुर
मणिपुर की लोकटक झील भारत की सबसे सुंदर झीलों में से एक है। इस झील को फ़्लोटिंग लेक भी कहा जाता है क्योंकि ये दुनिया की इकलौती झील है जो तैरती हुई दिखाई देती है। दुनिया की सबसे सुंदर लोकटक झील एक ज्वालामुखी काल्डेरा है। मणिपुर जाएँ तो लोकटक लेक को देखना ना भूलें। लोकटक झील 280 वर्ग किमी. में फैली है और सिर्फ इसी जगह पर संगइ हिरण पाए जाते हैं।
4. धिनोधर पहाड़ी, गुजरात
गुजरात में कई शानदार जगहें हैं जिनको आप देख सकते हैं। गुजरात की उसी बकेट लिस्ट में एक और जगह का नाम जोड़ लीजिए, धिनोधर पहाड़ी। धिनोधर पहाड़ी पर एक निष्क्रिय ज्वालामुखी है। गुजरात का धिनोधर पहाड़ी ज्वालामुखी की ऊँचाई लगभग 386 मीटर है। यहाँ आप एक निष्क्रिय ज्वालामुखी के अवशेष देख सकते हैं। धिनोधर पहाड़ी ज्वालामुखी भुज से लगभग 75 किमी. की दूरी पर है। इस विलुप्त ज्वालामुखी तक आप देवपुर-विथॉन मार्ग या नखत्राणा-विराणा मार्ग से पहुँच सकते हैं।
5. तोशाम पहाड़ी, हरियाणा
धोसी हिल के अलावा हरियाणा में एक और ज्वालामुखी है, जिसको आप देख सकते हैं। तोशाम पहाड़ी हरियाणा के भवानी ज़िले में स्थित है। इस स्थान पर कई ऐतिहासिक स्थल हैं, जिनमें मंदिर, क़िले और तालाब शामिल हैं। तोशाम पहाड़ी ज्वालामुखी एक विलुप्त ज्वालामुखी है। तोशाम हिल्स ज्वालामुखी की ऊँचाई 207 मीटर है। आप विलुप्त हुए तोशाम पहाड़ी ज्वालामुखी के अवशेषों को देखने का प्लान जल्द बनाएँ। यहाँ आप सड़क मार्ग से आसानी से पहुँच सकते हैं।
6. बारातांग द्वीप, अंडमान निकोबार
बारातांग द्वीप अंडमान और निकोबार का एक द्वीप है। बारतांग आइलैंड 242 वर्ग किमी. में फैला हुआ है। बारातांग द्वीप एक ज्वालामुखी के लिए जाना जाता है। इस द्वीप पर मिट्टी का सक्रिय ज्वालामुखी है। आपको जानकर आश्चर्य होगा कि बारतांग आइलैंड पर स्थित ज्वालामुखी लावा नहीं उगलता है। जब ये ज्वालामुखी फटता है तो धरती पर मिट्टी उगलता है। इस वजह से सक्रिय होने के बावजूद बारातांग द्वीप ज्वालामुखी ख़तरनाक नहीं है और बड़ी संख्या में लोग देखने के लिए आते हैं।
7. नारकोंडम ज्वालामुखी
अंडमान और निकोबार में भारत का एक और सक्रिय ज्वालामुखी है। नारकोंडम ज्वालामुखी भारत का नहीं दुनिया का एकमात्र विस्फोटक ज्वालामुखी है। आप दूर से नारकोंडम ज्वालामुखी से निकलते लावा और धुआँ को देख सकते हैं। अंडमान निकोबार का नारकोंडम द्वीप लगभग 6.8 वर्ग किमी. में फैला हुआ है। नारकोंडम द्वीप अंडमान निकोबार का एक सुदूर द्वीप है। यहाँ पहुँचना आसान नहीं है। अगर मौक़ा मिले तो नारकोंडम ज्वालामुखी को देखने ज़रूर जाएँ।
क्या आपने भारत की इन जगहों की यात्रा की है? अपने अनुभव को शेयर करने के लिए यहाँ क्लिक करें।
बांग्ला और गुजराती में सफ़रनामे पढ़ने और साझा करने के लिए Tripoto বাংলা और Tripoto ગુજરાતી फॉलो करें।
रोज़ाना टेलीग्राम पर यात्रा की प्रेरणा के लिए यहाँ क्लिक करें।