दिल्ली वालों के दो शौक़ तो जगज़ाहिर हैं – खाना और घूमना। जब तक घूमने की आज़ादी थी तो हर वीकेंड बस्ता तैयार रहता था और दोस्तों के साथ निकल पड़ते थे पहाड़ों की ओर। और अब जब घर बैठना अनिवार्य हो गया है तो पहाड़ों की फोटोज़ ऑनलाइन पोस्ट कर रहे हैं। बस! बहुत हो गया। अब चूँकि कुछ देखने और जानने की फ़ुर्सत मिल गई है तो ज़रा पहाड़ों से नज़र हटाओ। दिल्ली के आस-पास ही कई ऐसी जगहें हैं जो घूमने लायक हैं और जहाँ आराम से बिना घंटों कार चलाए या बस में बैठे जाया जा सकता है। ताकि जैसे ही घूमने की छूट मिली आप अपने जैसे हज़ारों लोगों की तरह मुँह उठाए हिमाचल और उत्तराखंड की ओर ना दौड़ पड़ें।
ये हैं दिल्ली के पास 7 झीलें जहाँ आप गर्मियों में अपनी आँखों को ठंडक दे सकें:
1. तिलयार लेक
दिल्ली से 45 कि.मी. दूर रोहतक, हरियाणा में तिलयार लेक स्थित है। झील के पास ही तिलयार चिड़ियाघर भी है जहाँ बच्चों का मनोरंजन हो सकता है । सुबह या शाम बिताने के लिए यह एक बढ़िया जगह है जहाँ आप पक्षियों के कलरव का आनंद ले सकते हैं।
2. ब्रह्म सरोवर, थानेसर
दिल्ली से क़रीब 3 घंटे की दूरी पर कुरुक्षेत्र में स्थित ब्रह्म सरोवर का हिन्दू मिथक में महत्त्वपूर्ण स्थान है। ऐस माना जाता है कि यहाँ से ही ब्रह्मा जी ने जीवन की शुरुआत की थी। यहाँ रात को दीप दान महोत्सव में सरोवर में जगमगाते हुए दीए उतारे जाते हैं और दृश्य बहुत ही अद्भुत होता है।
3. सुखना लेक
चंडीगढ़ वासियों की पसंदीदा सुखना लेक दिल्ली से भी ज़्यादा दूर नहीं और लॉन्ग ड्राइव का मूड आया तो आप एक रोमांटिक शाम यहाँ के लिए भी रख सकते हैं। यहाँ पर बोट राइड लें और लेक के आस-पास हो रही गतिविधि का आनंद लें।
4. माँगेर लेक
माँगेर लेक को भारद्वाज लेक या फिर असोला भट्टी लेक के नाम से भी जानते हैं। फरीदाबाद के करीब यह झील कीकड़ और बबूल के जंगलों के बीच है। असोला भट्टी अभ्यारण्य में स्थित इस झील तक तुग़लक़ाबाद-सूरजकुंड रोड से पहुँचा जा सकता है।
5. कर्ण लेक
करनाल में स्थित कर्ण ताल अपने ऐतिहासिक और मिथकीय महत्ता के लिए प्रसिद्ध है। माना जाता है कि कर्ण ने इंद्र देव को अपना कवच यहीं त्याग दिया था। और कर्ण ताल पर ही करनाल शहर का नाम रखा गया। दिल्ली से 125 कि.मी. दूर इस जगह 2 घंटे में पहुँचा जा सकता है।
6. सिलीसर लेक
दिल्ली से राजस्थान की ओर निकलते ही पहला पड़ाव आता है अलवर। यूँ तो कई लोग इसे पार कर जयपुर को बढ़ जाते हैं पर अलवर का भी अपना ही रुबाब और सौंदर्य है। सिलीसर झील कि खूबसूरती का मज़ा लेना है तो सिलीसर लेक पैलेस की छत से चारों ओर छोटे-छोटे पहाड़ों के बीच इस झील को देखें।
7. सुल्तानपुर लेक
सुल्तान पक्षी अभ्यारण्य सुप्रसिद्ध जलाशय है जहाँ हज़ारों प्रकार के प्रवासी पंछी आते हैं। फोटोग्राफर्स के लिए यह बहुत ही बढ़िया जगह है। अगर आप शहरी हलचल से दूर पर शहर के क़रीब ही जाना चाहते हैं तो ये जगह आपके लिए सटीक है।
अब जब शहर में आवाजाही बंद है तो इन स्थानों पर इस वक़्त जाना तो मुमकिन नहीं हो पाएगा पर जैसे ही आपके पर आज़ाद होते हैं तो इन ख़ूबसूरत जगहों को अपने जेहन में ज़रूर रखिएगा।
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