स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त से पहले देश के लिए एक अच्छी खबर है। देश के 10 और वेटलैंड्स को मिला अंतर्राष्ट्रीय स्तर के रामसर स्थल का दर्जा मिल गया है। इसके साथ ही देश में अंतरराष्ट्रीय महत्व के कुल 64 वेटलैंड्स हो गए हैं। पिछले महीने भी 5 साइटों ने रामसर स्थल का दर्जा दिया गया था। जिन 10 नए वेटलैंड्स को सूची में शामिल किया गया है, उनमें तमिलनाडु के 6 और गोवा, कर्नाटक, मध्य प्रदेश और ओडिशा का एक-एक स्थल शामिल हैं।
इनमें तमिलनाडु के कोंथनकुलम पक्षी अभयारण्य, मन्नार की खाड़ी समुद्री बायोस्फीयर रिजर्व, वेम्बन्नूर वेटलैंड कॉम्प्लेक्स, वेलोड पक्षी अभयारण्य, वेदान्थंगल पक्षी अभयारण्य और उदयमर्थनपुरम पक्षी अभयारण्य के साथ ओडिशा में सतकोसिया गॉर्ज, गोवा में नंदा झील, कर्नाटक का रंगनाथिट्टू पक्षी अभयारण्य और मध्य प्रदेश का सिरपुर वेटलैंड शामिल है।
कुरचोरम स्थित नंदा झील गोवा का पहला रामसर स्थल है। दक्षिण गोवा के इस झील को पिछले अक्टूबर में एक वेटलैंड के रूप में अधिसूचित किया गया था। 42 हेक्टेयर क्षेत्र में फैला यह नंदा झील गोवा बेहद खूबसूरत जगह है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इसपर खुशी जताई है। अपने ट्वीट संदेश में प्रधानमंत्री ने कहा, "प्रत्येक पर्यावरण प्रेमी को इस बात की खुशी होगी कि भारत में 10 और आर्द्र-क्षेत्रों को रामसर स्थलों के रूप में नामित किया गया है। पिछले महीने, 5 स्थलों को यह मान्यता मिली थी। हमारे प्राकृतिक परिवेश की रक्षा के लिए यह हमारी प्रतिबद्धता को मजबूत करेगा।"
भारत का लक्ष्य अब स्वतंत्रता के 75 वें वर्ष पर देश के 75 वेटलैंड के लिए रामसर टैग प्राप्त करना है। रामसर कैस्पियन सागर में स्थित ईरानी शहर के नाम पर रखा गया है, जहां दो फरवरी, 1971 को एक संधि पर दस्तखत किए गए थे। रामसर संधि वेटलैंड के संरक्षण से जुड़ा एक अंतरराष्ट्रीय संधि है। किसी झील के रामसर साइट्स घोषित होने पर उसके संरक्षण को बढ़ावा दिया जाता है।