इतिहास में है रूचि? भारत के इन 6 अनछुए ऐतहासिक कस्बों की करें सैर

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Photo of इतिहास में है रूचि? भारत के इन 6 अनछुए ऐतहासिक कस्बों की करें सैर by Rishabh Dev

घूमना सिर्फ खूबसूरत पहाड़ों, जंगलों, झरनों और नदियों को देखना नहीं है। घुमक्कड़ी तो नई जगह और अनुभवों को लेने का नाम है। इसमें कुदरत की खूबसूरती भी आती है और ऐतिहासिक जगहें भी आती है। भारत में कई ऐसी ऐतिहासिक जगहें हैं, जिनके बारे में कम लोगों को पता है। इतिहास के गलियारों में घूमने का अनुभव ही अलग है। भारत में कुछ ऐसे ही हिस्ट्रोकिल कस्बे हैं जिनके बारे में कम लोग ही जानते हैं। अगर आपकी इतिहास में थोड़ी सी भी दिलचस्पी है तो आपको इन ऐतिहासिक अनछुए कस्बों में सैर जरूर जाना चाहिए।

1- चुरू

राजस्थान में कई ऐतिहासिक शहर हैं लेकिन चुरू के बारे में शायद ही आप जानते हों। राजस्थान की सैर करने वाले हर घुमक्कड़ की बकेट लिस्ट में राजस्थान का ये कस्बा जरूर होना चाहिए। इस रेतीले कस्बे में देखने के लिए बहुत कुछ है। यहाँ की हवेलियां काफी सुंदर और आर्किटेक्चर भी बेजोड़ है। चुरू में आप सेठानी का जोहरा, ताल चप्पर सैंक्चुरी और चुरु किला देख सकते हैं। आप यहाँ के स्थानीय बाजार की भी सैर कर सकते हैं। वीकेंड पर एक्सप्लोर करने के लिए चुरू बढ़िया जगह है।

कैसे पहुँचे: राजस्थान के चुरू जाने के लिए सबसे नजदीक रेलवे स्टेशन चुरू में ही है। वहीं निकटतम एयरपोर्ट जयपुर इंटरनेशल एयरपोर्ट है। चुरू से जयपुर लगभग 218 किमी. की दूरी पर है।

2- लैंडोर

हर घूमने वाला ज्यादा से ज्यादा पहाड़ों की सैर करना चाहता है। यहाँ के जंगलों और पहाड़ों से भरे खूबसूरत नजारों को निहारना चाहता है। पहाड़ों में सिर्फ यही नजारे नहीं होते हैं। कुछ ऐसी भी जगहें हैं जो इतिहास के गलियारों से भरी हुई हैं। ऐसी ही एक जगह है उत्तराखंड में लैंडोर। यहाँ आप लाल टिब्बा, सैंट पॉल चर्च, चार दुकान इलाका और केल्लोग्ग की चर्च को देख सकते हैं। आपको इस जगह को एक बार जरूर एक्सप्लोर करना चाहिए।

कैसे पहुँचे: लैंडोर जाने के लिए सबसे निकटतम रेलवे स्टेशन देहरादून है। वहीं सबसे नजदीकी हवाई अड्डा देहरादून का जॉली ग्रांट एयरपोर्ट है।

3- चंदेरी

मध्य प्रदेश में कई ऐतिहासिक जगहें हैं। कुछ तो बहुत फेमस हैं तो कुछ जगहें ऐसी हैं जिनके बारे में कम लोगों को पता है। मध्य प्रदेश का चंदेरी कस्बा ऐसी ही जगहों में से एक है। अशोकनगर जिले में स्थित चंदेरी ऐतहासिक इमारतों के लिए जाना जाता है। बावड़ियों और महलों वाला ये शहर वाकई में देखने लायक है। यहाँ आप चंदेरी दुर्ग, बादल महल, सतखंडा महल, रानी महल, कोशुक महल और खंडारगिरी को देख सकते हैं।

कैसे पहुँचे: चंदेरी जाने के लिए सबसे निकटतम रेलवे स्टेशन अशोकनगर है। सबसे नजदीक हवाई अड्डा ग्वालियर एयरपोर्ट है।

4- चेत्तिनाड

तमिलनाडु में कई ऐतिहासिक कस्बे हैं जिनको हमें एक्सप्लोर करना चाहिए। इनमें से कुछ ऐसी जगहें हैं जो वाकई में ऑफबीट है। ऐसा ही एतिहासिक कस्बा है, चेत्तिनाड। यहाँ आप कनाडुकाथन पैलेस, क्ले हॉर्स मंदिर और कराकुडी बाजार देख सकते हैं। इसके अलावा आप यहाँ के स्थानीय जायके का भी स्वाद ले सकते हैं।

कैसे पहुँचे: चेत्तनाड से सबसे निकटम रेलवे स्टेशन कराईक्कुडी जंक्शन है। सबसे नजदीकी हवाई अड्डा तिरूचिरापल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट है। ये दोनों जगहें चेत्तनाड से 100 किमी. की दूरी पर हैं।

5- पत्तडकल

दक्षिण भारत को अच्छे से घूमना है तो कर्नाटक को नहीं भूलना चाहिए। कर्नाटक के बागलकोट में पत्तडकल नाम की एक ऐतहासिक जगहें हैं। यहाँ पर खूब सारे पुराने मंदिर और प्राचीन इमारतें हैं। इनका आर्किटेक्चर तो देखते ही बनता है। पत्तडकल के विरूपक्षा मंदिर, संगामेश्वर मंदिर और काशी मंदिर सबसे फेमस हैं। आपको एक बार इस कस्बे की सैर जरूर करनी चाहिए।

कैसे पहुँचे: पत्तडकल से सबसे नजदीक में रेलवे स्टेशन बादामी है। हवाई मार्ग से जाने के लिए सबसे निकटतम एयरपोर्ट बेलगौम है।

6- ऊनाकोटि

ऊनाकोटि त्रिपुरा की एक ऑफबीट जगह है जिसे कम लोगों ने ही एक्सप्लोर किया है। यहाँ पर चट्टानों को काटकर देवी-देवताओं की मूर्तियां बनाई गई हैं। पत्थरों पर बनीं ये मूर्तियां 7वीं से 9वीं शताब्दी के बीच में बनाई गईं थी। ऊनाकोटि में हर साल अप्रैल में अशोकाष्टमी मेला लगता है। आप उस समय इस जगह की सैर कर सकते हैं।

कैसे पहुँचे: ऊनाकोटि से सबसे नजदीकी एयरपोर्ट कमलपुर है। वहीं सबसे निकटतम रेलवे स्टेशन कुमारघाट है।

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