दोस्तों, आज से कुछ सालों पहले तक महिलाओं के लिए घर से बाहर निकलना, अकेले दूसरे शहर जाना, बहुत ही मुश्किल बात हुआ करती थी। लेकिन अब महिलाएं अपने घूमने-फिरने के पैशन को न सिर्फ खुलकर पूरा कर रही हैं बल्कि उसके बारे में दुनिया को भी बता रही हैं और ऐसा महिलाएं अलग-अलग फ्लेटफॉर्म के करिए जा रही हैं। दोस्तों, अब से कुछ ही दिनों बाद अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस भी आने वाला हैं, और इस बेहतरीन दिन के लिए आज हम आपको ऐसी ही महिलाओं के बारे में विस्तार से बताएंगे जिन्होंने अकेले दुनिया के सैर करने की ठानी और सैकड़ों महिलाओं को इंस्पायर किया। जिसकी बदौलत सोलो ट्रैवलिंग का ट्रेंड भी बहुत पॉप्युलर हुआ। तो आइए जानते हैं कि वो सोलो ट्रैवल ब्लॉगर्स कौन हैं।
शिव्या नाथ
दोस्तों, ट्रैवल ब्लॉगर की लिस्ट में शिव्या नाथ का नाम सबसे टॉप पर हैं शिव्या ने 23 साल की उम्र में अपनी जॉब को छोड़कर अपने घूमने-फिरने के पैशन पर फोकस किया और आज इसी वजह से वह दुनियाभर में उनकी पहचान बन चुकी है। जैसा कि पहले के समय में जहाँ महिलाओं के घूमने-फिरने पर कई तरह की पाबंदियां थी और साथ ही उन्हें तरजीह भी नहीं मिलती थी वहीं शिव्या ने इन सोच को दरकिनार कर सोलो ट्रैवलिंग के लिए महिलाओं को इंस्पायर किया और खुद भी आगे बढ़ी और नतीजा आपके सामने है। कई सारे मैगजीन्स और मीडिया ऑर्गनाइजेशन्स ने भी इनके इस जज्बे को सलाम किया है। इनके ब्लॉग और इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक्सप्लोर की गई जगहों की तस्वीरें देखने के साथ ही वहाँ के एडवेंचरस एक्सपीरियंस भी पढ़ सकते हैं। और आप भी किसी टूरिस्ट स्पॉट के ओर निकल सकते हैं।
लक्ष्मी शरथ
दोस्तों, ट्रैवल ब्लॉगर की लिस्ट में दूसरा फेमस नाम लक्ष्मी शरथ का हैं। आप सभी को बता दूं कि ब्लॉगर बनने से पहले लक्ष्मी राइटर, फोटोग्राफर और मीडिया जैसे दूसरे फील्ड में भी काम कर चुकी हैं लेकिन 15 साल काम करने के बाद उन्हें लगा कि उनका सपना बैठकर काम करना नहीं बल्कि दुनिया घूमना है और बस शुरू हो गया लक्ष्मी शरथ के जिंदगी का दूसरा सफर। अब तक वो 25 देशों का सफर तय कर चुकी हैं जिसे आप उनके ब्लॉग पर पढ़ने के साथ ही देख भी सकते हैं।
अनुराधा गोयल
दोस्तों, इस लिस्ट में तीसरा नंबर अनुराधा गोयल का आता है। आपको बता दूं कि इन्होंने भी कॉरपोरेट की अच्छी जॉब को छोड़कर घूमने के पैशन को पूरा करना बेहतर समझा। और अपने 12 साल आईटी फील्ड का एक्सपीरिएंस लेने के बाद अब ट्रैवलिंग के लिए महिलाओं को इंस्पायर करने का काम कर रही हैं। इनकी शानदार जर्नी को आप इनके ब्लॉग और इंस्टाग्राम पर जाकर देख सकते हैं। शायद आप सभी को आश्चर्य हो कि अनुराधा अब तक 15 देशों की सैर कर चुकी है। और अभी भी उनका ट्रैवल के लिए जुनून जारी हैं।
मृदुला दिवेदी
मृदुला दिवेदी का ट्रैवलिंग एक्सपीरियंस इन सबसे ज्यादा है क्योंकि वो 18 सालों से ट्रैवल कर रही हैं। और अब तक वो 26 देशों का सफर कर चुकी है। नई जगह घूमना, वहाँ की चीज़ों और अपने एक्सपीरिएंस को लोगों तक पहुंचाना उनका सबसे पसंदीदा काम है। मृदुला ने आईआईटी कानपुर से पीएचडी किया हैं और पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने प्रोफेसर की जॉब भी की जिसे बाद में अपने ट्रैवलिंग के शौक के आगे उन्होंने छोड़ दिया। वो कहते हैं न दोस्तों, बिना रिस्क कुछ नहीं हासिल होता। तो मृदुला ने अपने ट्रैवल के जुनून को जारी रखने के लिए जॉब छोड़ दिया।
रुतवी मेहता
रूतवी की कहानी जान के शायद आपको भी आश्चर्य होगा क्योंकि रूतवी को 7 साल हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री में काम करने के बाद भी ऐसा लगा कि ये शायद उनकी मंजिल नहीं और रूतवी निकल पड़ी बैग लेकर अपने यूरोप की सैर पर। और दोस्तों, रूतवी के इसी कदम ने उनकी पूरी लाइफ बदल दी। उनके एक के बाद एक सफर ने उन्हें अगले पड़ाव के लिए तैयार ही नहीं किया बल्कि कई और महिलाओं को भी अकेले घूमने-फिरने की हिम्मत दी। और आज बहुत सी महिलाएं उनसे प्रभावित होकर अकेले यात्रा पर निकल रही हैं। दोस्तों, रुतवी ने एवरेस्ट बेस कैंप का भी ट्रैक किया है। घूमने के साथ ही वो लद्दाख में 2 साल के बच्चों को पढ़ाने का काम भी कर रही हैं।
कैसा लगा आपको यह आर्टिकल, हमें कमेंट बॉक्स में बताएँ।
क्या अपने भी कभी सोलो ट्रैवलिंग का अनुभव किया हैं अगर हाँ, अपने यात्रा का अनुभव हमे शेयर करने के लिए यहाँ क्लिक करें।
बांग्ला और गुजराती के सफ़रनामे पढ़ने के लिए Tripoto বাংলা और Tripoto ગુજરાતી फॉलो करें।
रोज़ाना Telegram पर यात्रा की प्रेरणा के लिए यहाँ क्लिक करें।