कहने को तो लोहड़ी पंजाबियों का त्योहार है। लेकिन पूरा देश इस त्योहार को बड़े ही धूम-धाम और चाव से मनाता है। यही हमारे देश की खूबी भी है। यहाँ हर धर्म के त्योहार दूसरे धर्मों द्वारा भी उतने ही उल्लास से मनाए जाते हैं। अगर आप लोहड़ी पर पंजाब का कल्चर समझना चाहते हैं, लोहड़ी का आनंद उसके पारंपरिक रूप में लेना चाहते हैं तो ये 5 शहर आपका इंतजार कर रहे हैं।
अमृतसर
पंजाब का सबसे बड़ा शहर है अमृतसर। साथ ही स्वर्ण मंदिर की नगरी भी है अमृतसर। इसलिए पंजाब में इसे अध्यात्म के लिहाज से प्रमुख शहरों में से एक माना जाता है। इस शहर में तीन पर्व बहुत ही धूमधाम से मनाए जाते हैं। इनमें बंदी छोड़ दिवस, गुरुनानक साहब की जयंती और लोहड़ी शामिल है। यहाँ की लोहड़ी की पार्टी अटैंड करने के बाद आप कभी उसका मजा भूल नहीं पाएंगे।
जालंधर
जालंधर की गिनती पंजाब के सबसे प्राचीन शहरों में होती है। जालंधर में पिछले कुछ साल में बहुत तेजी से बदलाव आया है, सकारात्मक बदलाव। मुख्यधारा से जुड़ने का बदलाव। बावजूद इसके जालंधर ने अपनी सांस्कृतिक विरासत का ना तो दामन छोड़ा है और ना ही कभी उसे अनदेखा किया है। यहाँ के लोगों को उत्सव पसंद माना जाता है। अगर आप लोहड़ी के पुरातन रूप को देखना चाहते हैं, बिना आधुनिकता का तड़का लगाए तो जालंधर आपके लिए बेस्ट जगह है।
लुधियाना
सतलुज नदी के किनारे पर बसा लुधियाना शहर पंजाब के कपड़ा उद्योग के लिए प्रमुख रूप से जाना जाता है। लेकिन उतना ही प्रसिद्ध है लोहड़ी पर होनेवाले उत्सव और धूम के लिए। यहाँ लोहड़ी का उत्सव बड़े स्तर पर मनाया जाता है। महीनों पहले से पारंपरिक और मॉर्डन डांस स्टाइल की प्रैक्टिस शुरू हो जाती है। इनमें भांगड़ा और गिद्दा जैसे पंजाब के पारंपरिक नृत्य प्रमुख रूप से प्रस्तुत किए जाते हैं। इस दौरान यहाँ पतंगबाजी का कार्यक्रम भी आयोजित किया जाता है।
चंडीगढ़
चंडीगढ़ को भारत का पहला 'प्लान्ड सिटी' अर्थात योजनाबद्ध तरीके से बसाया गया शहर होने का गौरव प्राप्त है। यहाँ लोहड़ी का पर्व काफी शानदार तरीके से मनाया जाता है। इस उसत्व को दौरान परंपराओं का विशेष ध्यान रखा जाता है और पारंपरिक नृत्यों का आयोजन यहाँ विशेष रूप से देखने लायक होता है। वहीं, पब और अन्य स्थानों में आपको मॉर्डन डांस और सेलिब्रेशन के तरीके की झलकियां मिलेंगी। इस दौरान यहाँ स्पेशल पार्टीज का आयोजन किया जाता है।
दिल्ली
दिल्ली का अपना कोई रिवाज नहीं है। यह शहर अपने आप में एक दूसरा हिंदुस्तान है। क्योंकि यहाँ हर धर्म और जाति के लोग रहते हैं और अपनी परंपराओं और त्योहारों को पूरे जोर-शोर से मनाते हैं। हालांकि दिल्ली में पंजाबियों की एक बड़ी आबादी है इसलिए दिल्ली में पंजाब के कल्चर का रंग साफतौर पर देखा जा सकता है। वैसे भी हमारे देश में हर धर्म का त्योहार उल्लास के मनाने का रिवाज है, ऐसे में लोहड़ी पर पंजाबियों के साथ ही कई दूसरे समुदायों के लोग आगे आकर लोहड़ी का त्योहार मनाते हैं। वहीं कई होटल्स में लोहड़ी स्पेशल मेन्यू उपलब्ध होता है।
कैसा लगा आपको यह आर्टिकल, हमें कमेंट बॉक्स में बताएँ।
अपनी यात्राओं के अनुभव को Tripoto मुसाफिरों के साथ बाँटने के लिए यहाँ क्लिक करें।
बांग्ला और गुजराती के सफ़रनामे पढ़ने के लिए Tripoto বাংলা और Tripoto ગુજરાતી फॉलो करें।