कोरोना वायरस के जाने के बाद, कहीं सुंदर सी जगह जाकर सुकून के पल बिताना चाहते हैं? जादुई शहर मुन्नार ऐसी यात्रा के लिए बेहतरीन जगहों में शुमार है। जैसे ही आप पहाड़ियों पर हरी चाय बागानों को दूर तक फैले देखते हैं, आप खिल उठते हैं। इसकी छटाओं में प्रकृति के हज़ारों तरह के रंग देखने को मिलते हैं। यहाँ कुछ दिन बिताएँ और आप बादलों के पार चलते हुए हल्की बारिश की बूंदों से गुलज़ार धरती को निहारें। और फिलहाल अपने खाली वक्त में यहाँ जाने की सारी जानकारी जुटा लें!
क्या देखें, क्या करें
अगर आप प्रकृति के बीच अपने दोस्तों या परिवार के साथ यादगार समय बिताना चाहते हैं तो ये बढ़िया जगह है। इसके अलावा, मुन्नार दक्षिण भारत का सबसे बड़ा चाय उत्पादक क्षेत्र भी है। आप यहाँ चाय की चुस्की के साथ इसके बनने की पूरी प्रकिया तो देख ही सके हैं साथ ही घर के लिए भी बेहतरीन क्वालिटी की चाय ले सकते हैं।
रात के खाने के लिए होटल गुरुभवन की ओर रुख करें जो कि मुन्नार के सबसे लोकप्रिय रेस्तरां में से एक है। अपने रंग-बिरंगे व्यंजन मेन्यू और बेहतरीन सेवाओं के लिए इसे खास तौर से जाना जाता है। यहाँ पर भोजन करते हुए आपको ना केवल बेहतरीन स्वाद मिलेगा बल्कि दिल भी खुश हो जाएगा।
खर्च- दो व्यक्तियों के लिए ₹400
समय- सुबह 7.30 से रात 10.00 बजे
मुन्नार कोच्चि से लगभग 130 कि.मी. दूर स्थित है चीयाप्पारा झरना, जहाँ कैब से पहुँचने में लगभग चार घंटे लगते हैं। सुबह जल्दी कोच्चि में उतरकर फिर दोपहर तक मुन्नार पहुँचना सही रहता है। शानदार चीयाप्पारा झरने से अपनी इस यात्रा को शुरू करें। समुद्र तल से 1,000 फीट ऊपर से गिरता झरना आपका मन मोह लेता है! कोच्चि-मदुरै नेशनल हाइवे पर स्थित इस जगह से आप मुन्नार की ओर बढ़ सकते हैं।
प्रवेश शुल्क- फ्री
समय- दिन भर
एक बार जब आप मुन्नार पहुँच जाते हैं, तो अपने होटल जाएँ और फिर मट्टुपेट्टी डैम की यात्रा पर निकलें। दिलचस्प बात ये है कि यहाँ आप पानी को देखते हुए आराम फरमा सकते हैं या फिर नौका विहार का आनंद भी ले सकते हैं। शहर से लगभग 11 कि.मी. दूर स्थित ये बाँध हरी-भरी पहाड़ियों से घिरा हुआ है। किसी भी मुसाफिर को ये नज़ारे बहुत ही भाते हैं। इस क्षेत्र के आसपास कुछ रेस्तरां हैं जो स्वादिष्ट दक्षिण भारतीय भोजन खिलाते हैं, जहाँ आप लंच भी बड़े चाव से कर सकते हैं।
प्रवेश शुल्क- ₹10 प्रति व्यक्ति; बोटिंग ₹300 प्रति व्यक्ति
समय- सुबह 9.30 बजे से शाम 5.00 बजे तक
दूसरे दिन चाय संग्रहालय से दिन की शुरुआत करें जहाँ आप चाय बनाने की प्रक्रिया का अनुभव ले सकते हैं। 1936 में स्थापित लॉकहार्ट एस्टेट शहर से लगभग 9 कि.मी. दूर स्थित है और आपको भारत में चाय के इतिहास के बारे में सारी जानकारी देता है। बता दें कि इस जगह आपको घूमने में लगभग दो घंटे का समय लगता है। यहाँ आप चाय बनने के तौर-तरीकों से अवगत होते हैं और कई तरह के चाय का स्वाद भी चखते हैं।
प्रवेश शुल्क- ₹200 प्रति व्यक्ति
समय- सुबह 8.00 बजे से रात 8.00 बजे तक
चाय फैक्ट्री घूमने के बाद मीसापुलिमाला की ओर बढ़ चलें। केरल-तमिलनाडु सीमा पर मौजूद मीसापुलिमाला दक्षिण भारत की दूसरी सबसे ऊँची चोटी है। यह मुन्नार से लगभग ढाई घंटे की ड्राइव पर है। एक बार जब आप ऊँचाई पर पहुँच जाते हैं, तो आपको नीचे की ओर हरी घाटियों के लुभावने दृश्य देखने को मिलते हैं जो बादलों से घिरे होते हैं। चोटी पर जाना अपने आप में किसी रोमांच से कम नहीं है। घुमावदार सड़कों और झरनों से गुज़रते हुए आप अनोखे अनुभव से सामना करते हैं।
कब जाएँ
खुशनुमा मौसम और पर्यटक गतिविधियों के कारण मुन्नार में दिसंबर से फरवरी के बीच सर्दियों का समय पीक सीजन होता है। हालांकि जून से सितंबर तक का समय भी घूमने के लिहाज से ख़ास होता है क्योंकि मॉनसून में मुन्नार बेहद सुंदर हो जाता है। आसपास का वातावरण हरियाली से भरपूर है और कई सारे झरने हैं जो कि इस जगह को जन्नत सा बनाते हैं।
रहने के लिए
एक लोकप्रिय टूरिस्ट हॉट स्पॉट होने की वजह से मुन्नार में ठहरने के कई विकल्प मौजूद हैं। आपके लिए यहाँ कुछ विकल्प दिए गए हैं:
लग्ज़री बजट में
एलिक्सिर हिल्स सूट रिज़ॉर्ट एंड स्पा (₹9,000 से शुरू)
मिड-रेंज बजट में
मुन्नार टी काउंटी रिज़ॉर्ट (₹4,100 से शुरू)
कम बजट में
होटल एमराल्ड इन (₹1,800 से शुरू)
यात्रा की कुल लागत:
दिल्ली से कोच्चि की फ्लाइट
₹3,500 से शुरू
कोच्चि से मुन्नार के लिए टैक्सी
₹2,500 से शुरू
होटल में ठहरने की लागत
₹1,000 से शुरू
दो लोगों के लिए भोजन
₹300 से शुरू
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