श्री कृष्णा जन्म भूमि घूमने का अगर आपका भी मन है और पैसे कम है। इसलिए प्लान नही बन पा रहा है। तो सिर्फ 4000 रुपये में करे मथुरा और वृन्दावन का प्लान इस वीकेंड में पूरा मथुरा और वृन्दावन घूमे इस वीकेंड में सिर्फ 2 दिन में । यमुना नदी के किनारे बसे इस शहर में श्री कृष्णा और राधा रानी जी ने अपना बचपन बिताया था और लीलाये भी रची थी।हिन्दुओ के लिए यह शहर धार्मिक दृष्टि से बहुत महत्व रखता है। क्यों कि इसी जगह पर भगवान कृष्णा की जन्मभूमि भी है। और राधा रानी का भी जन्म स्थान भी है। अप्रैल की 22 और 23 तारीख को छुट्टी भी है। तो इन्ही दो दिनों में आप भी प्लान बना लीजिए इस शहर को अपनी आंखों से देखने का और इस खूबसूरत शहर को पूरा घूमने का आज हम आपको बताएंगे कि कैसे सिर्फ 4000 में आप पूरा मथुरा और वृन्दावन घूम सकते है। क्या क्या देखने वाला है। मथुरा में मंदिर के साथ साथ यहाँ के व्यंजन भी बहुत मसहूर है। तो आज हम आप को कुछ ऐसे ही व्यंजन के बारे में भी बताएंगे ताकि अगर आप मथुरा घूमने जाए तो इन सब को बिल्कुल भी मिस न कर पाय।
कहा कहा घूमे :-
मथुरा वृन्दावन में घिमने के लिए बहुत से स्थान मंदिर और घाट मौजूद है। लेकिन हम आज आपको कुछ मसहूर मंदिर के बारे में बताएंगे जिनको आप इन 2 दिनों में आसानी से घूम सकते है।
श्री कृष्णा जन्म भूमि :-
पहले दिन आप मथुरा पहुच कर रूम ले ले और फ्रेश हो जाये फिर सुबह ही निकल जाए श्री कृष्णा जन्म भूमि को देखने जहाँ पर भगवान कृष्ण का जन्म हुआ था । यहाँ पर दर्शन करने के बाद यहाँ पर मौजूद गुफाओ में घूम ले जिसका शुल्क 10 रुपया प्रति व्यक्ति लगता है।
उसके बाद अपने रूम पर चले जाएं और आराम कर शाम को 3 बजे तक निकल जाए आप वृन्दावन में घूमने के लिए मथुरा से जाते समय रास्ते मे ही रंगनाथ मंदिर मिलेगा आप वहाँ रुक कर घूम ले और उसके बाद निकल जाए वृन्दावन
बाँके बिहारी मंदिर :-
यह मंदिर आपको वृन्दावन में मिल मिल जायेगा यह मंदिर भगवान श्री कृष्णा को समर्पित है। इस मंदिर में भगवान की छवि एक बच्चे के रूम में है। इस मंदिर में आपको घंटा या संख नही मौजूद है। क्यों भगवान श्री कृष्णा को इस जगह पर इन वाद्ययंत्र की आवाज नही पासन्द थी।
बाके बिहारी मंदिर में घूमने के बाद 5 बजे के आसपास आप पहुच जाए
वैष्णो देवी मंदिर :-
यह मंदिर माता वैष्णो देवी जी को समर्पित है। इस मंदिर में माता जी की बहुत बड़ी मूर्ति मौजूद है। जिसमे माता जी एक शेर पर सवार है। इस मंदिर में अंदर गुफा बानी हुई है जिसमे माता जी पिंडी रूप में मौजूद है। और इस मंदिर के बाहर पार्क भी बना हुआ है जिसमें आप घूम सकते है।
प्रेम मंदिर :-
यह मंदिर साल 2001 में जगतगुरु श्री कृपालुजी महाराज के द्वारा बनवाया गया था। यह मंदिर बहुत ही खूबसूरत मंदिर आप यहाँ शाम के समय पर ही आये। क्योंकि शाम को लाइट जलने के बाद इस मंदिर की खूबसूरती और बढ़ जाती है। और शाम को ही इस मंदिर में बहुत सी झांकिया भी शुरू हो जाती है। इस मंदिर में शाम को म्यूजिक फाउंटेन भी चलता है। जो देखने मे बहुत खूबसूरत लगता है। इस मंदिर में घूमने के बाद आप खाना खा के अपने रूम में आराम करने चले जाएं ।
अगले दिन सुबह जल्दी उठ जाए और नास्ता कर के निकल जाए गोबर्धन और बरसाना घूमने के लिए।
सबसे पहले अपने रूम से निकल कर आप गोबर्धन के लिए टैक्सी ले ले और निकल जाए गोबर्धन घूमने
वहाँ पर एक पर्वत मौजूद मिल जाएगा जिसको भगवान कृष्णा ने अपनी एक उंगली पर उठा लिया था। आप उस पर्वत की परिक्रमा भी कर सकते है।
इसके अलावा यहां पर कीर्ति मंदिर भी मौजूद है। जिसको प्रेम मंदिर की तर्ज पर ही बनाया गया है। यह मंदिर भी बहुत खूबसूरत है। आप इस मंदिर में भी जरूर घूमने जाए।
उसके बाद आप निकल जाए बरसाना जहाँ पर आपको राधा जी का मंदिर मौजूद है। यह स्थान ही राधा जी का जन्म भूमि भी है। जहाँ पर अब मंदिर बना हुआ है। जिसे लाडली महल के नाम से भी जाना जाता है।
मथुरा के कुछ मसहूर व्यंजन :-
अगर आप मथुरा जा रहे है तो आप इन व्यंजनों को जरूर खाये और मथुरा में मौजूद कुछ मसहूर दुकानों पर एक बार जरूर जाए। और वहाँ का स्वाद जरूर ले।
आलू की सब्जी और कचौड़ी मथुरा ले लोगों का सुबह का नास्ता इसी से होता है। तो जब आप मथुरा जाए तो सुबह के नास्ते में आलू की सब्जी और कचौड़ी खाना बिल्कुल भी मिस न करे इनका स्वाद वाकई लाजवाब होता है।
जलेबी जब आलू की सब्जी सब्जी और कचौड़ी खाने के बाद आपको तीखा लगे तो आप भी मथुरा मद मिलने वाली गर्म जलेबियाँ का स्वाद जरूर ले।
लस्सी शाम के टाइम आपको हर गली में लस्सी की दुकान दिख जाएंगी। मथुरा की लस्सी पूरे भारत मे मसहूर है। आप भी जब जाए तो एक बार यहाँ मिलने वाली लस्सी का टेस्ट जरूर ले।
आलू का भल्ला अगर आपको भी चाट पासन्द है तो यहां मिलने वाली आलू के भल्ले या आलू की टिक्की बहुत पासन्द आएगी। गरम गरम आलू की टिक्की के साथ छोला या मटर के साथ खाने का अलग ही स्वाद आता है। जो भी मथुरा आता है। वो इसका स्वाद एक बार तो जरूर चखता है।
मथुरा की ठंढई मथुरा में ठंढई मंदिर के अगले बगल की दुकानों पर मिल जाएगी। जिसे लोग पी कर खुद को तरोताजा महसूस करते हैं ।
कितना खर्च होगा :- अगर आप भी मथुरा का प्लान बना रहे है। तो 2 दिन में आप का पूरा टूर कंप्लीट हो जाएगा जिसका खर्च 4000 के आसपास आएगा जसमे आप का रहना खाना टैक्सी और ट्रेन का किराया भी शामिल होगा । जिसमे आपको ट्रैन का किराया आने जाने का लगभग 800 से 1000 रोए तक लग जायेगा । रूम आपको 500 से 1000 रुपये में बढ़िया रूम मिल जाएगा। मथुरा में घूमने के लिए टैक्सी का खर्च 500 से 600 रुपये का जाएगा जसमे आपको गोबर्धन और बरसाना भी हो जाएगा। खाने का 2 दिन का खर्च 1000 से 1500 तक आ जायेगा।
कैसे पहुचे :-
मथुरा शहर लगभग सभी प्रमुख शहरों से सड़क मार्ग और रेलमार्ग से जुड़ा हुआ है। आप अपने शहर से बस द्वारा या फिर ट्रैन से भी पहुच सकते है ।