एशिया के थाईलैंड देश का कैपिटल शहर बैंकॉक दुनिया के शीर्ष पर्यटन स्थलों में से एक है जो अपने रोमांचक जीवन, नाइटलाइफ़, मनोरंजन, कला और संस्कृति के लिए जाना जाता है। चेन्नई से मात्र 6800 रूपये का रिटर्न एयर टिकट लेकर और अपना बेग अपने कंधे पर टांगकर में भी निकल पड़ा मेरी यात्रा पर ।
थाईलैंड विदेशी पर्यटन से पैसा कमाने के मामले में इस साल फ़्रांस को भी पीछे छोड़ते हुए दुनिया का तीसरा देश बन गया है ।
थाईलैंड विदेशी पर्यटन से पैसा कमाने के मामले में इस साल फ़्रांस को भी पीछे छोड़ते हुए दुनिया का तीसरा देश बन गया है । फ़ाइनैंशियल टाइम्स के शोध के मुताबिक़ थाईलैंड को इस मुकाम पर भारतीयों ने लाया है ।
2017 में थाईलैंड को पर्यटन से 58 अरब डॉलर का राजस्व हासिल हुआ । इस साल 3.5 करोड़ पर्यटक थाईलैंड आए थे ।यही गति रही तो पाँच सालों के भीतर थाईलैंड स्पेन को पीछे छोड़ दूसरा स्थान हासिल कर सकता है और फिर अमरीका ही उससे आगे रह जाएगा । पर्यटन उद्योग थाईलैंड के लिए सबसे लाभकारी साबित हो रहा है ।
यहां ऐसी अनेक चीजें जो पर्यटकों को आकर्षित करती हैं। इनमें से सबसे प्रसिद्ध हैं मरीन पार्क और सफारी। मरीन पार्क में प्रशिक्षित डॉल्फिन्स अपने करतब दिखाती हैं। यह कार्यक्रम बच्चों के साथ-साथ बड़ों को भी खूब लुभाता है। सफारी वर्ल्ड विश्व का सबसे बड़ा खुला चिड़ियाघर है। यहां एशिया और अफ्रीका के लगभग सभी वन्य जीवों को देखा जा सकता है। यहां की यात्रा थकावट भरी लेकिन रोमांचक होती है। रास्ते में खानपान का इंतजाम भी है।
बैंकॉक में क्या देखें
लाखों अंतर्राष्ट्रीय और घरेलू पर्यटक हर साल बैंकॉक की यात्रा करते हैं। यह शहर हर प्रकार के पर्यटकों और आगंतुकों के आकर्षण का केंद्र हैं। बैंकाक में कई ऐतिहासिक और संस्कृति पर्यटकों के आकर्षण के बीच Grand Royal Places और मंत्रमुग्ध कर देने वाले बौद्ध मंदिर हैं। बैंकॉक नेशनल म्यूजियम और रॉयल बैज नेशनल म्यूजियम जैसे संग्रहालय मुख्य रूप से बैंकॉक में घूमने की जगहें हैं। बैंकॉक में अपनी यात्रा का आनंद लेने के दौरान शहर के पारंपरिक आर्किटेक्चर भी आपका मन मोह लेंगे। मॉल, शॉपिंग सेंटर और बाजार भी आपको बैंकाक में आकर्षित कर सकते हैं।
यात्रा के दौरान मुझे बेंकोक में साइकल चलने का भी मौका मिला, मेने सुबह से शाम तक के लिए साइकल ली और निकल पड़ा पुरे शहर को नापने । यात्रा के दौरान एक गुरूद्वारे में लंगर चखा एवं भारतीय मूल के नागरिको से मुलाक़ात की ।
नाइटलाइफ़ और शॉपिंग
बैंकॉक के दौरे के दौरान विभिन्न प्रकार से आनंद उठाया जा सकता है, ख़ूबसूरत शॉपिंग मॉल घूमिये, बाजारों, मॉल, शॉपिंग सेंटर से खरीदारी कीजिये या यूं ही समुद्र तट पर पड़े रहिये। जबकि कुछ लोग फैंसी प्लेसेस का आनंद लेते हैं, बैंकाक की नाइटलाइफ़ और समुद्र तटों पर साहसिक खेलों के शानदार प्रदर्शन आपको अपने वश में कर लेते हैं। यहां घूमने की जगहों की कोई कमी नहीं हैं।
थाई मालिश
यहां तक कि छोटी छोटी चीजें जैसे टुकटुक की सवारी, किकबॉक्सिंग मैच या थाई मालिश आपका दिल जितने के लिए काफी हैं। यदि आप सूर्य स्नान करना चाहते हैं तो बैंकॉक के गर्म मौसम और समुद्र तट आपके लिए सही हैं।
कैसे जाएँ
शहर में परिवहन के लिए रैपिड ट्रांसपोर्ट सिस्टम, टैक्सी या तुकटुक का प्रयोग कर सकते हैं। शहर में दो अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे हैं जो बैंकाक को दुनिया के साथ जोड़ते हैं। यहाँ के लिए आपको दुनिया भर के प्रमुख शहरों से फ़्लाइट मिल सकती है।
कब जाएँ
बैंकॉक में तीन मौसम गर्मी, बारिश और सर्दियाँ होते हैं, मई से सितंबर में बरसात का मौसम और अक्टूबर से फरवरी तक लगभग पांच महीने यहाँ ठंड पड़ती हैं।
कहाँ ठहरें
बैंकॉक जाने वाला हर पर्यटक एक बात तो जरूर कहेगा, यही कि अपने जीवन में वह एक बार फिर बैंकॉक में जरूर आना चाहेगा। यह शहर आपको हर बार नए तरीके से आश्चर्यचकित कर देता है। आप यहां सभी प्रकार के बजट आकार में हर के तरह की ख़रीदारी कर सकते हैं। फैंसी पांच सितारा लक्जरी से छोटे बुटीक होटल तक, चाहे कितना बड़ा या छोटा आपका बजट हो आप यहाँ एक यादगार अवकाश का आनंद ले सकते हैं।
भारत के लोग थाईलेंड क्यों जा रहे है ?
देश के किसी भी एअरपोर्ट से थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक जाने में चार से पाँच घंटे का वक़्त लगता है जो भारतीय अपने देश में फ्लाइट से सफर करते हैं उनके लिए बैंकॉक का किराया भी बहुत ज़्यादा नहीं है । आज की तारीख़ में में आठ से दस हज़ार के रिटर्न किराए में फ्लाइट से बैंकॉक पहुंचा जा सकता है ।
थाईलैंड अपने ख़ूबसूरत बीच के लिए जाना जाता है ।थाईलैंड के बीच की ख़ूबसूरती भी दुनिया भर के पर्यटकों को आकर्षित करती है । भारतीयों के लिए थाईलैंड से ख़ूबसूरत कोई बीच पास में नहीं है ।
नजदीक और सस्ता होने के कारण भी भारतीय थाईलैंड को ख़ूब पसंद करते हैं ।भारत का निम्न मध्य वर्ग यूरोप का खर्च वहन नहीं कर सकता है ऐसे में थाईलैंड एक मजबूत विकल्प के रूप में सामने आता है ।
भारत के साथ थाईलैंड का सांस्कृतिक रिश्ता भी है । थाईलैंड के लोग बौद्ध धर्म का पालन करते हैं. ऐसे में भारत थाईलैंड के लिए कोई अजनबी देश नहीं है ।
दक्षिण-पूर्वी एशिया में इंटर करने के लिए थाईलैंड प्रमुख देश है ।थाईलैंड के ज़रिए पूरे उपद्वीप को सस्ते में घूमा जा सकता है । थाईलैंड में भारतीय दिसंबर से जुलाई महीने के बीच ख़ूब जाते हैं ।
भारतीयों में नीले पानी और समुद्र तट की सफ़ेद रेत को लेकर काफ़ी मोह रहता है । भारतीयों के लिए थाईलैंड का वीज़ा अब फ्री हो गया है, ये भी एक कारण है ।
भारत की गर्मी तड़पाने वाली होती है जबकि थाईलैंड का मौसम बिल्कुल अनुकूल होता है । अधिकतम तापमान 33 तक जाता है ।भारतीयों को थाईलैंड का स्पाइसी स्ट्रीट फूड भी ख़ूब रास आता है । भारतीय यहां आईस्क्रीम और सीफूड जमकर खाते हैं ।बैंकॉक में कई बड़े बुद्ध मंदिर हैं ।
थाईलैंड टूरिस्ट वेबसाइट का कहना है कि बड़ी संख्या में वैसे भारतीय भी यहां आते हैं जो सेक्स की चाहत मन में संजोए रहते हैं । हालांकि इस वेबसाइट का कहना है कि भारतीय और अरब के पुरुषों की छवि थाईलैंड में बहुत ठीक नहीं है । वैसे थाईलैंड में ज़्यादातर भारतीय पुरुषों की छवि ये भी है ये ग़रीब मुल्क से हैं इसलिए ज़्यादा पैसे लेकर नहीं आते हैं । इस वजह से थाई लडकिया अमेरिकन एवं वेस्टर्न कंट्री के पुरुषो के साथ घूमना ज्यादा पसंद करती है ।