हम सबने दुनिया के अजीबो-गरीब अनेक गांवों के बारे में सुना होगा, जहाँ लोग कुछ अलग प्रकार की संस्कृति को अपनाते होंगे। क्या कभी आपने किसी ऐसे गांव के बारे सुना जो जमीन के अंदर छिपा हो।जी हाँ यह पूरा गांव जमीन के अंदर बसा हुआ है, वो भी 3000 फीट नीचे और यहां की कुल आबादी 208 है। एडवेंचर के शौकीन लोग हर वर्ष दुनिया भर से क़रीब 55 लाख लोग यहां घूमने आते हैं। जी हां, हम बात कर रहे हैं अमेरिका के प्रसिद्ध ग्रैंड कैनियन के पास हवासू कैनियन में सुपाई गांव की।ये गांव ज़मीन की सतह पर नहीं बल्कि ग्रैंड कैनियन के भीतर क़रीब तीन हज़ार फ़ुट की गहराई पर बसा है।
गांव पहुंचने के लिए खच्चर या हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल।
सुपाई गांव के तार आज तक शहर की सड़कों से नहीं जुड़ पाए हैं. यहां तक पहुंचने का रास्ता बहुत ऊबड़-खाबड़ है। गांव की सबसे नज़दीकी सड़क भी क़रीब आठ मील दूर है। यहां तक पहुंचने के लिए खच्चर और हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल होता है । सुपाई गांव में ग्रैंड कैनियन के गहरे राज़ छिपे हैं। ये गांव चारों ओर से बड़ी और ऊंची चोटियों से घिरा है। गहरी खाई में छुपा ये गांव क़रीब एक हज़ार साल से आबाद है। यहां पर अमरीका के मूल निवासी रहते हैं। 20वीं सदी तक इस गांव के लोगों ने बाहरी लोगों के आने पर रोक लगा रखी थी।
तसल्लीबख़्श ज़िंदगी गुज़ारने वाली तमाम सहूलते हैं।
गांव पूरी तरह ट्रैफ़िक के शोर से आज़ाद है। खच्चर और घोड़े गांव की गलियों और पगडंडियों पर नज़र आ जाएंगे। इस गांव में भले ही शहरों जैसी सुविधाएं नहीं हैं, लेकिन एक तसल्लीबख़्श ज़िंदगी गुज़ारने वाली तमाम सहूलते हैं। यहां पोस्ट ऑफिस है, कैफ़े हैं, दो चर्च हैं, लॉज हैं, प्राइमरी स्कूल हैं, कुछ किराने की दुकानें हैं। यहां के लोग आज भी हवासुपाई भाषा बोलते हैं, सेम की फली और मकई की खेती करते हैं। रोज़गार के लिए लच्छेदार टोकरियां बुनते हैं और शहरों में बेचते हैं। टोकरियां बनाना यहां का पारंपरिक व्यवसाय है। गांववालों की ज़रूरत का सामान इन खच्चर गाड़ियों पर लाद कर यहां लाया जाता है।
फ़रवरी महीने से नवंबर तक सैलानी यहां के लोगों के साथ उनके घरों में रह सकते हैं।
हर साल गांव में क़रीब बीस हज़ार लोग यहां की क़ुदरती ख़ूबसूरती और यहां की ज़िंदगी देखने के लिए आते हैं, लेकिन यहां तक पहुंचने के लिए सभी सैलानियों को हवासुपाई की ट्राइबल काउंसिल की इजाज़त लेनी पड़ती है। फ़रवरी महीने से नवंबर तक सैलानी यहां के लोगों के साथ उनके घरों में रह सकते हैं। चांदनी रात में झरनों से गिरते पानी की आवाज़ के साथ गांव की ख़ूबसूरती का मज़ा ले सकते हैं।
यहाँ के फ़िरोज़ी पानी का रहस्य।
वैज्ञानिक पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि इस रेगिस्तानी इलाक़े में फ़िरोज़ी पानी के झरने इतने सालों से कैसे रवां हैं। पानी में ये फ़िरोज़ी रंग दरअसल यहां की चट्टानों और ज़मीन में चूना पत्थर प्रचूर मात्रा में पाया जाता है। पत्थर पर पानी गिरने के साथ जब हवा मिलती है तो एक तरह की रसायनिक प्रतिक्रिया होती है और कैल्शियम कार्बोनेट बनने लगता है। सूरज की रोशनी पड़ने पर यही पानी फ़िरोज़ी रंग का नज़र आता है।
यहां के लोग अपनी सरकार खुद चलाते हैं और अपना क़ानून ख़ुद बनाते हैं।
1975 में राष्ट्रपति जेराल्ड फ़ोर्ड ने क़रार के तहत 1,85,000 एकड़ ज़मीन का कंट्रोल हवासुपाई के लोगों को दे दिया। आज यहां के लोग सिर्फ़ कैनियन तक ही सीमित नहीं हैं, बल्कि यहां के जंगलों में शिकार करने का हक भी इन्हें मिल गया है। आज हवासुपाई की पहचान एक ख़ुदमुख़्तार सूबे के तौर पर है। यहां के लोग अपनी सरकार खुद चलाते हैं। ट्राइबल काउंसिल का चुनाव गांव के लोग करते हैं और अपने क़ानून ख़ुद बनाते हैं।
दुनिया से कटा हुआ है यह गांव।
हज़ार साल से यहां सैलाब और सरहद पर रहने वाले लोग आते और जाते रहते हैं । लेकिन हवासुपाई के लोग यहां सब्र के साथ रहते रहे हैं । बाहरी जीवन से इस गांव के निवासी काफी कटे-कटे से हैं । । इनकी एक अलग ही दुनिया है जिनकी निजी जिंदगी है। अपनी रीतियां है। इस गांव में आवागमन के साधन भी काफी सीमित है। इस गांव में काफी कठिन सफर करके जाना पड़ता है जैसे कि या तो पैदल या फिर खच्चर पर बैठकर जाया जा सकता है। इसके अलावा यहां एक-दो हवाई जहाज भी आते हैं जो इस गांव को नजदीकी हाइवे से जोडऩे का काम करती है।यहां के लोग मानते हैं कि वो अपने पूर्वजों के घर में रहते हैं। यहां के झरनों और ज़मीन में उनके पूर्वज वास करते हैं । लिहाज़ा वो यही रहते हैं।
यहां न तो ईमेल, न ही फैक्स और न ही फोन।
ये गांव किस हद तक पिछड़ा है, उसका पता इस बात से लगाया जा सकता है कि यहां आज भी चिट्ठियों को ले जाने का काम खच्चरों पर बैठकर ही किया जाता है। यहां न तो ईमेल, न ही फैक्स और न ही फोन। अमेरिका जैसे देश में, जिसका अनुकरण पूरी दुनिया करती है, वहां आधुनिकीकरण से दूर ऐसे गांव का होना वाकई में ताज्जूब की बात हैं।
यात्रा सभी के लिए हैं ।
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