अक्सर कहा जाता है कि घूमने की कोई उम्र नहीं होती है। मेरा मानना है घूमने के लिए हमारे पास ज्यादा उम्र नहीं है। जिंदगी अनिश्चित है, कब क्या हो जाए किसी को नहीं पता? इसलिए जब वक्त मिले तो घूमना शुरू कर देना चाहिए। हम घुमक्कड़ी के सभी अनुभवों को ले लेना चाहिए। हर घुमक्कड़ को 30 साल के होने से पहले इन अनुभवों को ले लेना चाहिए। अगर आपने ये सभी चीजें कर लीं तो आप पक्के घुमक्कड़ माने जाएंगे। हमने एक लिस्ट बनाई है इन चीजों को 30 साल से पहले कर ही लेना चाहिए। अब आप इसमें देखिए कि क्या अनुभव किया है और क्या करना अभी बाकी है?
1. स्कूबा डाइविंग
अगर आपको समुद्र के भीतर के नजारे को देखना है तो आपको स्कूबा डाइविंग करना चाहिए। खासतौर पर अंडमान में स्कूबा डाइविंग का रोमांच अलग ही होता है। पानी के अंदर दुनिया कितनी खूबसूरत है ये आपको यहाँ आकर समझ आएगा। अंडमान में कई ऐसे अनछुए समुद्री बीच हैं जहाँ आप स्कूबा डाइविंग कर सकते हैं। अगर आपको स्कूबा डाइविंग नहीं आती है तब भी आप ट्रेनर की मदद से समुद्री दुनिया को देख सकते हैं। ये वो एहसास हे जो सिर्फ अनुभव किया जा सकता है। 30 साल के होने से पहले स्कूबा डाइविंग जरूर करें।
2. रिवर राफ्टिंग
रोमांच को पसंद करने वालों के लिए रिवर राफ्टिंग सबसे अच्छे एडवेंचर में से एक है। जब वे नदी में उछूल-कूद करते हैं तो चेहरे पर मुस्कुराहट अपने आप तैर जाती है। कहते हैं कि उत्तराखंड के ऋषिकेश में रिवर राफ्टिंग नहीं की तो क्या ही रिवर राफ्टिंग की? हर घुमक्कड़ को 30 साल के होने से पहले ऋषिकेश में रिवर राफ्टिंग जरूर करनी चाहिए। वैसे ऋषिकेश जरूरी नहीं है रिवर राफ्टिंग जरूरी है। आप कहीं भी इस अनुभव को ले सकते हैं।
3. चादर ट्रेक
अगर आप खुद को घुमक्कड़ कहते हैं तो लद्दाख के चादर ट्रेक को करने की तैयारी शुरू कर दीजिए। सर्दियों में जांस्कर इलाके की नदी पूरी तरह से जम जाती है। यही नदी ट्रेकिंग रूट बन जाती है। भारत के सबसे कठिन ट्रेक में से एक है, चादर ट्रेक। बहुत कम लोग ही इस ट्रेक को पूरा कर पाते हैं। चादर ट्रेक लगभग 105 किमी. का है। आप रोजाना 15-17 किमी. चल पाएंगे। पहाड़़ों के बीच होकर जाने वाला ये बर्फीला सफर एडचवेंचर के साथ खूबसूरती नजारे देखने को मौका देता है।
4. लिविंग रूट ब्रिज पर चलें
मेघालय की खूबसूरत पहाड़ियों के बीच ऐसी जगह है जहाँ से लौटने का मन नहीं करता है। इसी मेघालय में डबल डेकर लिविंग रूट ब्रिज है। पेड़ की जड़ों से बना ये लिविंग रूट ब्रिज हर किसी को हैरान कर देगा। खूबसूरत नदी के उपर बना ये डबल डेकर पर चलना और उस पर खड़े होकर आसपास देखने का सुकून ही अलग है। ऐसा अनुभव आपको और कहीं नहीं मिलेगा। जितना जल्दी हो सके, मेघालय की इस जगह को देखने का प्लान जरूर बनाएं।
5. रेगिस्तान में कैंपिंग
हर घूमने वाले की हसरत होती है कि वो रेत से भरे रेगिस्तान की सैर करे और उसी रेगिस्तान में कैंप लगाकर रात गुजारे। वैसे तो राजस्थान में रेगिस्तान की कई जगहें हैं जहाँ आप इस अनुभव को ले सकते हैं लेकिन अगर आपको सच में डेजर्ट में कैंपिंग करनी है तो थार रेगिस्तान से अच्छी जगह आपको कोई नहीं मिलेगी। भारत में थार रेगिस्तान गुजरात और राजस्थान में है। आप तारों से भरी रात में थार डेजर्ट में ठहर सकते हैं। ये आपकी जिंदगी की सबसे खूबसूरत रात होगी जिसे आप कभी नहीं भूल पाएंगे।
6. चाय के बागान और साइकिलिंग
मुन्नार केरल की नहीं भारत की सबसे खूबसूरत जगहों में से एक है। चाय के बागानों से भरी ये जगह बेहद खूबसूरत है। इन चाय के बागानों के बीच साइकिल चलाना एक खूबसूरत अनुभव है। हर घूमने वालो को ऐसा करना चाहिए। अगर आपने मुन्नार के चाय के बागान में साइकिलिंग नहीं की है तो जल्द ही मुन्नार घूमने का प्लान बना लीजिए।
7. लद्दाख की रोड ट्रिप
हर घुमक्कड़ की हसरत होती है कि वो एक बार बाइक से लद्दाख की रोड ट्रिप जरूर करें। ये ऐसा जुनून है कि जब तक पूरा नहीं होता है, दिमाग में चलता ही रहता है। हर साल कई लोग लद्दाख की रोड ट्रिप करते हैं। कहते हैं न कि मंजिल से ज्यादा सफर खूबसूरत होता है। इसी सफर के लिए आपको लद्दाख की रोड ट्रिप जरूर करनी चाहिए।
8. स्कीइंग
अगर आप एडवेंचर के शौकीन हैं तो सर्दियों में बर्फ अपनी ओर खींच ही लेगी। आपको सर्दियों में स्कीइंग जरूर करनी ही चाहिए। इस एडवेंचर का अनुभव के बारे में वही बता सकता है जो स्कीइंग करता रहता है। आप स्कीइंग जम्मू-कश्मीर के गुलमर्ग में कर सकते हैं। गुलमर्ग ऐसे ही एडवेंचरों के लिए फेमस है। 30 साल के होने से पहले गुलमर्ग में स्कीइंग तो कर ही लेनी चाहिए।
9. पहाड़ों में
कहा जाता है कि हर मुसाफिर की मंजिल पहाड़ ही होती है। पहाड़ों के बीच होना एक अलग अनुभव होता है। जिस तरह से प्यासे को पानी जरूरी है वैसे ही घुमक्कड़ों के लिए पहाड़ जरूरी है। हर घूमने वाले की बकेट लिस्ट में पहाड़ जरूर होने चाहिए। अगर आप किसी एक ही जगह पर जाना चाहते हैं तो आपको हिमाचल की खूबसूरत स्पीति घाटी का प्लान बनाना चाहिए। जब भी मौका मिले पहाड़ों की ओर रूख कर लेना चाहिए।
10. टॉय ट्रेन
टॉय ट्रेन का अनुभव बहुत कम लोगों के नसीब मे आ पाता है। पहाड़ों बीच जब आप धीरे-धीरे आगे बढ़ते हैं तो सब कुछ खूबसूरत और धीमा लगता है। हर कोई चाहता है कि ये सफर खत्म न हो। हिमालयन रेलवे के दार्जिलिंग में आपको ये टॉय ट्रेन एक अलग ही सफर पर ले जाएगी। लगभग दो घंटे की यात्रा ये ट्रेन यात्रा आपकी जिंदगी का सबसे खूबसूरत सफर हो जाएगा। 30 साल के होने से पहले आपको ये अनुभव तो ले ही लेना चाहिए।
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