भाग 3
पटनीटॉप का होमस्टे बहुत अच्छा था। रात का खाना हमने होमस्टे से ही ऑर्डर कर दिया था, कमरे में ही खाना खाया। पटनीटॉप रात को जल्दी बंद हो जाता है। कोशिश करे जल्दी अपनी जगह पर आने की। पटनीटॉप में रात गुजारने के बाद हम सुबह चल पड़े सानासर की ओर जो पटनीटॉप से मात्र 20 किलोमीटर पर ही है, पर पहाड़ी रास्ता होने के कारण थोड़ा समय लग जाता है। रास्ते में हम एक जगह रुके जिस का नाम है नाथाटॉप जो 2711 मीटर की ऊंचाई पर है, जब कि पटनीटॉप 2024 मीटर पर है। जहा जो नजारा दिखता है उसको शब्दों में बयान करना मुश्किल है। वहा पर आर्मी के छुपने के लिए छोटे छोटे घर नुमा जगह जहा घात लगा कर हमला किया जा से, ऐसी जगह को ambush कहा जाता है। कुछ गुज्जरों के घरों के खंडर भी थे। फिर हम सानासर की ओर चल पड़े। सानासर हरी भरी चरागांवों के लिए परसिद्ध है। बहुत सारी भेड़े वहा पर चर रही थी। एक सुंदर लेक भी थी। एक खाली भवन भी था। हरे भरे मैदानों में घूम कर बहुत अच्छा लगा। सानासर में advertrous स्पोर्ट्स भी होती है, वो भी कर सकते हो। देवदारों से घिरे मैदान बहुत ही सुंदर थे। हल्की हल्की बारिश कायनात को ओर भी खुशगुवार बना रही थी। साना सर में एक बहुत खूबसूरत झील भी है। 🐎 हॉर्स राइडिंग भी होती है।
आप कब आ रहे हो सानासर की खुबसूरती को देखने।
# पहुंच मार्ग : सड़क मार्ग से निकटटम स्टेशन पटनीटॉप है, जो 20 किलोमीटर की दूरी पर है। जम्मू से सानासर 133 किलोमीटर की दूरी पर है। Cab जा टैक्सी से जा सकते हो। निकटटम हवाई अड्डा भी जम्मू का सतवारी एयरपोर्ट जो 120 किलोमीटर की दूरी पर है। रेल मार्ग के लिए भी आप जम्मू तक आ सकते हो।
धन्यवाद।