अत्यंत हर्ष का विषय है । मुझे आप लोगो को बताते हुए ही काफी खुशी हो रही है । की बहु प्रतिष्ठित टाइम्स मैगजीन
ने इस साल 2023 के लिए पूरी दुनिया के 50 सबसे आकर्षक और महत्त्वपूर्ण जगहों की एक सूची बनाई है।
जिसमे 2 भारतीय जगहों का नाम आना हम लोगो के लिए
काफी गौरव की बात है । वैसे तो हमारा देश पूरी दुनिया में अपनी अलग ही पहचान रखता है । हमारा देश रहन सहन,खान पान, भाषा, बोलिया, जाति, धर्म,भौगोलिक विषमता, इत्यादि चीजों में अपनी अलग ही पहचान रखता है । कभी कभी सोचता हु । की ऊपर वाले ने हमारे देश को बड़ी ही फुर्सत से सजाया संवारा और बनाया है । क्या नही है
हमारे पास , नदिया,झरने,जंगल, पहाड़ , समुंदर, रेगिस्तान,
कहना अतिशयोक्ति नहीं होगा की जितनी भी नेमते प्रकृति के पास है । वो सब हमारे अपने देश में मौजूद है । कुछ देश अत्यधिक ठंडे होते है , कुछ बहुत गर्म है , कुछ बिलकुल ही सूखे हैं, और कही काफी वर्षा ज्यादा होती है , इत्यादि लेकिन हमारे देश में सब कुछ है । अगर किसी देश को हमारे ग्रह पृथ्वी का प्रतिनिधित्व करना पड़े तो निश्चित ही हमारा देश ये काम कर सकता है ।
तो ताजा खबर के मुताबिक जिन दो जगहों का टाइम्स मैगजीन की अनोखी सूची में नाम आया है । वो दो जगह है
1 – लद्दाख
² – मयूरभंज ( ओडिशा )
तो पहले चलते है । लद्दाख के ओर जानते है क्या है खास
लद्दाख हर यात्रा प्रेमी के दिल में बस्ता हैं, कह सकते है की
हर यात्रा प्रेमी की दिल की धड़कन है। भारत के उत्तर में स्थित लद्दाख अब एक केंद्र शासित प्रदेश हैं। जिसकी राजधानी है । लेह लद्दाख को प्रकृति ने बड़ी तसल्ली से बनाया है । इसकी खूबसूरती बेजोड़ है । यहां के पहाड़, बलखाती सड़के, खाना, लोग , नैसर्गिक सुंदरता का कोई मुकाबला नहीं है । यात्रा में थोड़ी भी रुचि रखने वाला व्यक्ति भी लद्दाख के बारे में आपको कुछ न कुछ जरूर बता देगा । कितने लोगो का तो सपना होता है की जीवन में एक बार तो लद्दाख जाना ही हैं। कुछ तस्वीरे देख कर आगे बढ़ते है ।
लद्दाख की राजधानी लेह से लगभग 150 किलोमिटर दूर
एक जगह है हेनले के नाम से ये जगह अपने आप में बड़ी खास है । ये जगह शोर शराबे से दूर प्रकृति के बिलकुल नजदीक है। यहां साल भर आसमान बिलकुल साफ रहता है। तथा यहां की रात भी बड़ी खास होती हैं। इस जगह से
रात में आसमान में ऐसे ऐसे नजारे दिखते है । जिन्हे देखने के लिए लोग दूर दूर से आते है । रात में आसमान इतना साफ दिखता है । काफी सारी खगोलीय घटनाएं आप साफ साफ देख सकते है । जिन्हे कही किसी और साधारण जगह से नही देखा जा सकता । भारत सरकार ने भी यहां एक
ऑर्जरवेट्री भी स्थापित भी की हुई हैं। तारो, ग्रहों, आकाश गंगा, खगोलीय घटनाओं में जिनको रुचि होती है । उन लोगो के लिए तो ये जगह जन्नत सरीखी है ।
शायद अब तस्वीरे देखकर आप लोगो को समझ आया हो की मैं क्या कहना चाह रहा था। लद्दाख में दिन तो है ही खास लेकिन रात भी बा कमाल है । ऐसे नजारे शायद ही कभी आपने कही देखे हो। ऐसी खगोलीय घटनाओं को देखने के लिए ये जगह हेनले दुनिया की सबसे बेहतरीन जगह है ।
तो अब कभी लद्दाख जाने का प्रोग्राम बने तो इस जगह हेनले में भी एक रात जरूर गुजारे ।
अब चलते है । दूसरी जगह जो हैं। मयूरभंज ओडिशा में ।
वैसे तो ओडिशा अपनी विशिष्ट कला,साहित्य,इतिहास ,
के लिए प्रसिद्द है ही । लेकिन इसका मयूरभंज क्षेत्र भी
काफी अनोखा है। मयूरभंज क्षेत्र अभी भी काफी सारी
जनजातियों का घर है । तथा ये एक एक संरक्षित क्षेत्र भी है
मयूरभंज में ‘ सिमलीपाल ’ नामक एक संरक्षित वन्य क्षेत्र हैं।
सिमलीपाल राष्ट्रीय उद्यान अपने आप में बेहद अनूठा है।
यहां कुछ अति विशिष्ट वनस्पतियों, और जानवरों, को आप देख सकते है । जैसे विश्व में प्राय लुप्त होने की कगार पर खड़े काले बाघों का ये प्राकृतिक आवास है।और एशियाई हाथी भी यहां बहुततायत में पाए जाते है। यहां की जैव विविधता भी बड़ी खास है। ये पूरा इलाका प्रकृति के बिलकुल करीब है । यहां रहने वाली जन जातियों ने ही अब तक इस खूबसूरत जगह को बचा कर रखा है । यहां के लोग
अभी भी प्रकृति के साथ मिल जुल कर रहते है ।
यहां का परस्थितिक तंत्र बड़ा ही अच्छा है । जिस कारण से
यहां जीव जंतु फल फूल रहे है। मैं पहले ही आपको बता चुका हु की देश दुनिया के कुछ चुनिंदा फल , फूल, और जीव जंतु आपको यहां मिलेंगे जिनकी पारिस्थिकिक तंत्र में महत्व पूर्ण जगह है । यहाँ आप प्रकृति के साथ समय गुजार सकते है। यहां स्थाई निवास करने वाली जन जातियों के साथ
मेल जोल कर सकते है । उनसे काफी सारी बाते सीख सकते है की इन लोगो ने कैसे इस पूरे तंत्र के साथ सामंजस्य स्थापित किया हैं। अगर संपूर्ण मानव जाति यहां के निवासियों की तरह प्रकृति के साथ साथ सह अस्तित्व की भावना के साथ साथ रहना सीख ले तो ये दुनिया और भी
अच्छी जगह हो सकती है।
कभी कभी लगता है। की इंसान प्रगति के पीछे हाथ धोकर पीछे पड़ा है। अंधादुन प्रकृति का दोहन भी कर रहा है।
बिना कुछ देखे , बिना कुछ जाने की अंत में इसका दुष्परिणाम संपूर्ण मानव जाति को भोगना पड़ सकता हैं।
ऐसी जगहों को हमे बचाना और संवारना ही पड़ेगा ।
इसीलिए बेशक कही भी घूमिए लेकिन प्रकृति को हानि न पहुंचाए। सह अस्तित्व की भावना का प्रचार और प्रसार करे
टाइम्स मैगजीन ने इन दोनो सम्मिलित जगहों के बारे में
काफी तफसील से बताया है । और अपनी मैगजीन में
जगह भी दी है । इस मैगजीन की पहुंच पूरी दुनिया में हैं।
जिस कारण से अब देश दुनिया के घूमने के शौकीन , प्रकृति प्रेमी , शिक्षा विद, इत्यादि गणमान्य लोग अब इन जगहों को देखने आएंगे ।
भावुक अपील – आप सभी लोगो से हाथ जोड़कर निवेदन है। की पूरी जिम्मेदारी से कही भी घूमे । लेकिन पर्यावरण का खयाल रखे । गंदगी न फैलाए, और दूसरो को भी रोके और टोके, हमारी धरोहरों को बचाना और संवारना हमारी ही जिम्मेदारी हैं।