यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगा की । किताबे हमारी सच्ची दोस्त और मार्ग दर्शक होती है । किताबे हमारे व्यक्तित्व विकास और चरित्र निर्माण में भी अहम भूमिका निभाती है ।हम आज जो भी है उसमे किताबो की बहुत बड़ी भूमिका है ।
हालाकि हाल फिलहाल के दिनों में किताबे लिखने और पढ़ने वालों की थोड़ी कमी मैं व्यक्तिगत तौर पर महसूस करता हु ।
वर्तमान पीढ़ी या जिसे जेनरेशन नेक्स्ट कहा जाता है ।
उसका झुकाव इंटरनेट, गूगल, सोशल मीडिया की तरफ थोड़ा ज्यादा है । लेकिन फिर भी हम किताबो की तुलना किसी और माध्यम से नही कर सकते है। एक और बात मैं पूरे दावे के साथ कह सकता हु । फिर वो दौर आयेगा । फिर वो लिखने वाले आयेंगे, फिर वो पढ़ने का शौक रखने वाले आयेंगे ,फिर वो लेखन को सराहने वाले आयेंगे।
लेखन, साहित्य और किताबो को बढ़ावा देने के लिए समय समय पर देश दुनिया में काफी सारे देशों में पुस्तक मेलो का आयोजन भी किया जाता है ।
हमारे देश में भी समय समय पर विभिन्न शहरों में पुस्तक मेलो का आयोजन किया जाता है । इन मेलों में दिल्ली में होने वाला "" अंतर्राष्ट्रीय पुस्तक मेला "" अपनी एक विशिष्ट पहचान रखता है । ये मेला हर साल प्रगति मैदान में आयोजित किया जाता है । हालाकि पिछले 2 सालो से कोरोना महामारी की वजह से इस मेले का आयोजन नही किया जा रहा था । लेकिन इस साल ये मेला अपने पुराने भव्य स्वरूप में लग रहा है । इस मेले में देश दुनिया के नामी गिरामी लेखक, पब्लिशिंग हाउस और पुस्तको के चाहने वाले आते है ।
मुख्य आकर्षण (थीम) – इस वर्ष भारत में G–20 देशों की महत्वपूर्ण बैठक भी हो रही है । इसीलिए इस वर्ष अंतर्राष्ट्रीय
पुस्तक मेले में G– 20 में सम्मिलित देशों को मुख्य स्थान दिया गया है । आप अंतर्राष्ट्रीय लेखकों की रचनाओं का आनंद भी ले सकते है ।
इस बार मेला काफी भव्य होने जा रहा है । अगर आपको भी किताबे अपनी ओर आकर्षित करती है तो आप इस मेले में आ सकते है । यहां पर समय समय पर और भी आयोजन होते रहते है । जैसे की काफी सारे नामी गिरामी लेखक या साहित्य से सरोकार रखने वाली हस्तियां अपनी रचनाओं को लोगो के सामने रखते है। यानी की अपनी किताबो का विमोचन करते है । तथा लोगो से रूबरू होते हैं।
कई सारी साहित्यिक संगोस्थिया भी आयोजित की जाती है
किताबे इंसान की सच्ची दोस्त होती है । ये किसी से छुपा नहीं है । तो आप अगर दिल्ली या एनसीआर में रहते है या हालफिलहाल में किसी काम से दिल्ली आना हो रहा है तो
इस मेले में जरूर आइए। यकीनन आपको मजा आयेगा ।
आपको अपने लिए किताब स्वरूप नए दोस्त मिल जायेंगे
जो जिंदगी भर आपके साथ रहेंगे और आपको सही राह दिखाएंगे।
नोट– मेला 25 फरवरी से 5 मार्च तक चलेगा । समय सुबह 10 बजे से रात्रि 8 बजे तक
एंट्री फीस – व्यस्को के लिए 20 रुपए तथा बच्चो के लिए 10 रुपए है । सीनियर सिटीजन और दिव्यांग जनों के लिए पूर्ण रूप से फ्री रहेगा ।
कैसे पहुंचे – आप दिल्ली मेट्रो की ब्लू लाइन ( नीली लाइन) की सहायता से आसानी से प्रगति मैदान आ सकते है ।
नजदीकी मेट्रो स्टेशन सुप्रीम कोर्ट है । और आप बस या टैक्सी की मदद से भी आसानी से यहां आ सकते है ।
अगर आपने पहले भी इस मेले का आनंद लिया है तो अपने विचार जरूर बताएं।