वैष्णो देवी मंदिर- साल 2022 के पहले ही दिन वैष्णो देवी मंदिर में एक जनवरी की रात भगदड़ मची जिसमें कई जानें चली गयीं और कई लोग घायल भी हुए | बताया गया कि भक्तों की संख्या अनुमान से ज्यादा होने के कारण यह हादसा हुआ |
काशी विश्वनाथ मंदिर- इस वर्ष का सबसे ज्यादा चर्चा में रहने वाला स्थान है काशी विश्वनाथ मंदिर जोकि वाराणसी, उत्तर प्रदेश में है.. इसका चर्चा में रहने का मुख्य कारण है काशी विश्वनाथ मंदिर और उससे सटी हुयी ज्ञानवापी मस्जिद..| यहाँ दोनों पक्षों के अपने अपने दावे हैं और यह मामला न्यायालय के विचाराधीन है..|
कुतुबमीनार- काशी विश्वनाथ की तरह ही यहाँ के विवाद के केन्द्र में भी मंदिर और मस्जिद हैं..| एक पक्ष का दावा है कि यहाँ पहले मंदिर हुआ करता था और इसलिए उन्हें पूजा का अधिकार दिया जाए जबकि दूसरे पक्ष का दावा है कि यहाँ जिस मस्जिद में नमाज होती है उसे फिर से शुरू किया जाए जिसे ASI (भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण) द्वारा बंद करा दिया गया है, हांलाकि यह मामला भी न्यायालय के विचाराधीन है..|
किला राय पिथौरा- फिल्म 'सम्राट पृथ्वीराज' के रिलीज के बाद चर्चा में आया यह किला राय पिथौरा दिल्ली के महरौली में स्थित है..| चौहान वंश के शासकों ने दिल्ली के लालकोट किले को मुहम्मद गोरी से जीत कर बढ़ाया और इसका नाम रखा किला राय पिथौरा.. हांलाकि यहाँ अब इसके ध्वंसावशेष ही बचे हैं..|
श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर- श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर का केस मंदिर के प्रबंधन के अधिकार को लेकर उच्चतम न्यायालय में चल रहा है..| केरल उच्च न्यायालय ने 2011 के फैसले में त्रावणकोर के शाही परिवार के खिलाफ फैसला सुनाया जोकि मंदिर के प्रबंधन का दावा कर रहा था परंतु अब सुप्रीम कोर्ट ने शाही परिवार के मंदिर के प्रबंधन के अधिकार को मान्यता दे दी है..|
ताजमहल- ताजमहल दुनिया के 7 अजूबों में से एक है जो कि आगरा में है..| ताजमहल को मोहब्बत की निशानी के तौर पर पूरी दुनिया में सराहा जाता है..| इस वर्ष ताजमहल सबसे ज्यादा सर्च की जाने वाली इमारत रही जिसको की यूनेस्को की वेबसाइट पर रिकॉर्ड 1.5 मिलीयन बार सर्च किया गया..| दूसरे स्थान पर पेरू का माचू-पिच्चू रहा..|
जम्मू और कश्मीर- जम्मू कश्मीर पर्यटन विभाग की माने तो यह साल जम्मू कश्मीर पर्यटन के लिए स्वर्णिम वर्ष साबित हो रहा है..| केन्द्र सरकार के अनुसार साल 2022 के पहले 6 महीने में ही जम्मू कश्मीर में पर्यटकों की संख्या 1 करोड़ से ज्यादा रही है..जम्मू कश्मीर की अर्थव्यवस्था के लिए यह आंकड़ा बहुत फायदेमंद साबित हो सकता है |
इस साल 2022 के पहले 6 महीनों में कुछ जगहें या कुछ इमारतें ऐसी रहीं जो काफी चर्चा में रहीं..आइए उनमें से कुछ के बारे में जानते हैं..