हडप्पा सभ्यता के महानगर धोलावीरा यात्रा भाग -2

Tripoto
5th Sep 2021
Day 1

#मेरी_कच्छ_भुज_यात्रा
#धोलावीरा_मयूजियिम
_भाग_2

दोस्तों पिछले भाग में मैंने राजकोट से लेकर धोलावीरा पहुंचने तक के सफर के बारे में लिखा था। मैं सुबह दस बजे  धोलावीरा मयूजियिम के गेट तक पहुंच गया था। हडप्पा सभयता सथलों की खुदाई से मिली हुई वस्तुओं को अगर देखना हैं तो आप को हडप्पा सभयता सथलों पर बने हुए मयूजियिम को जरूर देखना होगा। धोलावीरा भी हडप्पा सभयता से संबंधित एक पुराना महांनगर था जो विश्व की पांच बड़ी हडप्पा सभयता सथलों में आता है। इन पांच जगहों में से तीन जगहें पाकिस्तान में हैं और दो भारत में आती हैं, जो निम्नलिखित अनुसार हैं।
1. हडप्पा ( पाकिस्तान )
2. मोहनजोदड़ो (पाकिस्तान)
3. गनेरीवाला ( पाकिस्तान)
4. राखीगढ़ी हरियाणा ( भारत)
5. धोलावीरा गुजरात ( भारत)
इनमें से कम से कम दो जगहें तो हम जरूर देख सकते है राखीगढ़ी और धोलावीरा जो भारत में है। वैसे अभी तक हडप्पा सभ्यता  से संबंधित 1000 सथलों की खोज हो चुकी हैं, जिसमें से 70 % जगहें भारत में हैं।
धोलावीरा में एक शानदार मयूजियिम बना हुआ है जहां आप धोलावीरा में हुई खुदाई से निकले सामान और वसतुओं को देख सकते हैं। जैसे ही आप मयूजियिम के गेट में प्रवेश करते हो तो एक खुले हाल में आ जाते हो। जहां एक तरह धोलावीरा का एक खूबसूरत चित्र लगा हुआ हैं। मयूजियिम में अलग अलग गैलरी बनी हुई हैं। जिसमें मिट्टी के बर्तन, मटके , गहने आदि रखें हुए हैं। यहां पर धोलावीरा का साईन बोर्ड भी मिला है जो यहां रखा हुआ हैं। इसके साथ यहां हडप्पा की सील , मिट्टी के खिलौने जिनको अलग अलग पशुओं के रूप में बनाया गया हैं । हडप्पा सभ्यता के सथलों के बारे में बहुत अहम जानकारी अलग अलग चित्रों और नकशे द्वारा दी गई है जिसे आप इस मयूजियिम में पढ़ और देख सकते हो। मैंने भी एक घंटा इस मयूजियिम में बिताया और हडप्पा सभ्यता से संबंधित बहुत सारी  जानकारी इकट्ठा की जिसे देखकर और पढ़कर बहुत अच्छा लगा। आप भी जाईये कभी धोलावीरा के इस मयूजियिम को देखने अगर आपको इतिहास और हैरीटेज से प्रेम है तो।
कैसे पहुंचे- धोलावीरा पहुंचना इतना आसान नहीं हैं, कच्छ में यह एक वीरान दूर दराज वाली जगह हैं। धोलावीरा में कोई भी रेलवे स्टेशन नहीं हैं। यहां का नजदीकी रेलवे स्टेशन भुज हैं जो धोलावीरा से तकरीबन 250 किमी दूर हैं। आप भुज से बस पकड़ कर या टैक्सी करके धोलावीरा पहुंच सकते हो। भुज और धोलावीरा के रास्ते में रापर नाम का कस्बा हैं जो धोलावीरा से 90 किमी पहले आता है। रापर से धोलावीरा बिल्कुल आफबीट जगह हैं। कोशिश करें धोलावीरा अपने वाहन या टैक्सी से ही आए कयोंकि यहां की पब्लिक ट्रासपोर्ट  के समय का भरोसा नहीं । आप धोलावीरा में मयुजियिम जरूर देखें।

धोलावीरा मयुजियिम के सामने मेरी फोटो

Photo of Archaeological Museum by Dr. Yadwinder Singh

मिट्टी के घड़े जो हडप्पा सभ्यता से संबंधित है।

Photo of Archaeological Museum by Dr. Yadwinder Singh

हडप्पा की सील

Photo of Archaeological Museum by Dr. Yadwinder Singh

मिट्टी के खिलौने जो हडप्पा सभ्यता से संबंधित है

Photo of Archaeological Museum by Dr. Yadwinder Singh

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