
भारत में कई ऐसे होटल हैं जो अपने अनोखे डिजाइन और खूबसूरती के लिए फेमस हैं। आज भी अपने परंपरागत तौर तरीकों के लिए जाना जाता है। कई होटल आजादी के बाद स्थापित हुए और आज तक लोगों को सेवाएं दे रहे हैं मगर कुछ होटल देश की आजादी के पहले से चल रहे हैं।

इनमें से एक होटल कोलकाता में है जिससे जुड़ी बड़ी बात ये है कि ये होटल भारत का ही नहीं, एशिया का सबसे पुराना होटल है।


इसका निर्माण 1840 में डेविड विल्सन ने करवाया था। होटल शुरू करने से पहले विल्सन उसी जगह पर एक बेकरी चलाते थे। जब उन्होंने होटल का निर्माण करवाया, तब उसका नाम ऑकलैंड होटल था जो जॉर्ज ईडन के सम्मान में रखा गया। जॉर्ज उस दौरान पहले अर्ल ऑफ ऑकलैंड और भारत के गवर्नर जनरल थे।
शुरुआती दौर में 100 कमरों से खुला था होटल


होटल की शुरुआत 100 कमरों से हुई थी जबकि ग्राउंड फ्लोर पर एक डिपार्टमेंटल स्टोर खोला गया था। होटल का 1860 में विस्तार किया गया और उसकी मैनेजिंग कंपनी का नाम डी विल्सन एंड कंपनी की जगह ग्रेट ईस्टर्न होटल वाइन एंड जनर्ल पर्व्यूइंग कंपनी कर दिया गया था।


ये पहला होटल था जिसमें पहली बार साल 1859 में कोई भारतीय बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स में शामिल हुआ था।


साल 1915 में होटल का नाम बदलकर ग्रेट ईस्टर्न होटल कर दिया गया। पुराने वक्त में होटल को ‘पूरब का गहना’ (Jewel of the East) कहा जाता था। मशहूर लेखक और कवि रुडयार्ड किपलिंग ने अपनी शॉर्ट स्टोरी सिटी ऑफ ड्रेडफुल नाइट्स में इस होटल का जिक्र किया है।
होटल का मैनेजमेंट 1970 के दौरान राज्य सरकार ने अपने हाथों में ले लिया था। 30 सालों तक मैनेजमेंट सरकार के पास ही रहा। साल 2005 में होटल को ललित सूरी हॉसपिटैलिटी ग्रुप को बेच दिया गया। साल 2005 में होटल की मरम्मत और नवीनीकरण के कारण उसे बंद किया गया था। तब तक वो एशिया का सबसे ज्यादा लंबे वक्त तक चलने वाला होटल था।
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जय भारत