हिमाचल के लाहौल स्पीति में एशिया का सबसे बड़ा ब्रिज मौजूद है, इस पुल को 14 फीट की ऊंचाई पर बनाया गया है। अगर आप कुछ नई जगह देखना चाहते हैं, तो एक बार चिचम ब्रिज भी जरूर जाएं। यहां से पूरे लाहौल का नजारा बेहद हसीन लगता है।
देश में घूमने के लिए एक से एक खूबसूरत जगह मौजूद हैं, जहां के नजारे यकीनन हर किसी को मंत्रमुग्ध कर देते हैं। लेकिन अगर हम बात करें पर्यटकों की तो उन्हें हमेशा ऐसी जगहों की तलाश रहती है, जहां उन्हें एक से एक नई जगह देखने को मिल जाएं। एक ऐसी जगह लाहौल स्पीति में मौजूद है, जिसे चिचम गांव के नाम से जाना जाता है। ये जगह देखने में इतनी हसीन हैं कि यहां हर साल सैकड़ों पर्यटक घूमने के लिए आते रहते हैं। लाहौल स्पीति के चिचम गांव को एक पुल ने जोड़ा हुआ है, इस पुल को चिचम ब्रिज के नाम से जाना जाता है। ये पुल 14 हजार की ऊंचाई पर सांबा-लांबा नाले पर बना हुआ है। चिचम ब्रिज के बारे में -
चिचम ब्रिज 120 मीटर लंबा और 150 मीटर ऊंचा है। इस पुल को बनाने में करीबन 16 साल का समय लग गया था, जिसमें करीबन 5 करोड़ 50 लाख रुपए का खर्च आया था। इस पुल के निर्माण का सबसे बड़ा फायदा यहां रहने वाले स्थानीय लोगों को हुआ था। सबसे अच्छी बात तो ये है, इस पुल के बनने से गांव और काजा उपमंडल के बीच की दूरी 25 कम हुई। यहां आने वाले पर्यटकों को इस जगह का काफी फायदा हुआ है।
चिचम ब्रिज से पर्यटकों को हुआ है फायदा -
चिचम ब्रिज पूरे एशिया में सबसे ऊंचाई पर बना रोड ब्रिज है। ये खिताब पहले चीन को मिला था, वहां सिंधु नदी के ऊपर पहले एशिया का सबसे ऊंचा पुल का निर्माण किया गया था। चिचम काजा बाई पास के बनने से मनाली आने वाले लोगों को रंगरिक पांग की तरफ से नहीं जाना पड़ता। मनाली आने वाले लोग किबर और चिचम होते हुए क्योटो निकल जाते हैं। इससे समय के साथ-साथ पैसे की भी बचत हो रही होती है।
पुल 14,500 फीट ऊंचे कुंजम पास पर बना हुआ है, यही कारण है कि इस पुल से आने जाने में किसी खतरे से खाली नहीं है। लेकिन फिर भी आपको यहां पर्यटक, खास रूप से बाइकर्स यहां आते हैं। अगर आप लाहौल स्पीति का प्लान बना रहे हैं, तो इस पुल को देखने के लिए भी जरूर जाएं। यहां आकर आपको प्रकृति के पास रहने और रोमांच का भी अनुभव प्राप्त होगा।
इतनी ऊंचाई पर बनाया गया है ब्रिज -
पुल 14,500 फीट ऊंचे कुंजम पास पर बना हुआ है, यही कारण है कि इस पुल से आने जाने में किसी खतरे से खाली नहीं है। लेकिन फिर भी आपको यहां पर्यटक, खास रूप से बाइकर्स यहां आते हैं। अगर आप लाहौल स्पीति का प्लान बना रहे हैं, तो इस पुल को देखने के लिए भी जरूर जाएं। यहां आकर आपको प्रकृति के पास रहने और रोमांच का भी अनुभव प्राप्त होगा।
पुल से चंद्रताल झील भी जा सकते हैं -
यात्री पुल को पार करने के बाद चंद्रताल झील की और भी जा सकते हैं। ये एक ऐसा लेक है, जो हिमालय की तलहटी में मौजूद है। आप आसपास की जगहों पर भी घूम सकते हैं, जिसमें काज़ा, कॉमिक, लंगज़ा, धनकर, ताबो और नाको शामिल है। अगर आप और जगहों को एक्सप्लोर करना चाहते हैं, तो आप मड गांव भी जा सकते हैं।
मिलते है दोस्तो अगले ब्लॉग में।
धन्यवाद