कोविड के समय यदि आप घर पर हैं, आपके परिवार के लोग स्वस्थ हैं और आपके आसपास अच्छा माहौल है तो यकीन मानिए इस समय आप दुनिया के सबसे भग्यशाली लोगों में से हैं। लेकिन हर व्यक्ति के हालात कुछ ऐसे नहीं हैं। कुछ ही दिनों पहले मेरे एक नजदीकी दोस्त के परिवार के कुछ सदस्यों को रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई थी। ऐसे में उन्हें घर में ही आइसोलेट रहने के लिए कहा गया था। मेरा दोस्त उन लोगों में से हैं जिनके पास हॉस्पिटल, ऑक्सीजन और जरूरत की दवाइयाँ खरीदने के लिए सारी सुविधाएँ हैं। लेकिन इतना सब कुछ होते हुए भी उन्हें कुछ दवाइयाँ और प्लास्मा ढूंढने के लिए ना जाने कितनी भागदौड़ करनी पड़ी थी। मैं सबकुछ जानती थी और उसकी मदद करना चाहती थी। लेकिन कैसे? उसकी मदद करने के तरीके ढूंढने की प्रक्रिया में मैंने बहुत कुछ सीखा और उसमें से कुछ बातें मैं यहाँ इस आर्टिकल में आपके साथ साझा कर रही हूँ।
अगर आप भी उन लोगों में से हैं तो दूसरों की मदद करना चाहते हैं तो ये आर्टिकल आपको जरूर पसंद आएगा।
1. सोशल मीडिया को बनाएँ सहारा
दो साल पहले तक शायद हमारे लिए सोशल मीडिया केवल बोरियत दूर करने का एक जरिया था। लेकिन आज वही सोशल मीडिया लाखों लोगों के लिए मदद का साधन बन रहा है। देखा जाए तो सोशल मीडिया को जिस काम के लिए बनाया गया था आज उसका सही इस्तेमाल किया जा रहा है। लोगों को आपस में जोड़ने में ये तकनीकी आविष्कार अलादीन के चिराग वाला काम कर रहा है। इस समय यदि आप या आपके जान पहचान में कोई भी कोरोना से संक्रमित है रहा है तो तुरंत इंस्टाग्राम, फेसबुक और वॉट्सएप को अपना हथियार बनाएँ। लोगों को इस वायरस के प्रति जागरूक बनाएँ, पॉजिटिव रहने की सलाह दें और मदद करने के लिए हर समय तैयार रहें।
2. अफवाहों से बचें
सोशल मीडिया केवल मदद ही नहीं बल्कि वायरस से जुड़ी तमाम अफवाहों को मिटाने का भी काम कर रहा है। अगर आप या आपके परिवार में कोई डॉक्टर है तो उनसे सलाह लेकर आप सोशल मीडिया पर सही जानकारी डाल सकते हैं।
ये है कोरोना वायरस से जुड़ी कुछ अफवाहों की सूची जिनको आपने भी एक बार जरूर सुना होगा।
3. डोनेशन करें
सरकार के अलावा ऐसी तमाम और संस्थाएँ और ग्रुप्स हैं जो छोटे लेवल पर लोगों की मदद कर रहे हैं। जरूरत पड़ने पर को लोगों के लिए प्लाजमा, खाना, दवाइयाँ और ऑक्सीजन सिलेंडर तक का इंतेजाम कर रहे हैं। ऐसे में यदि आप इन संस्थाओं को कुछ डोनेट करते हैं तो आप अपने घर के अंदर बैठे हुए भी कोरोना से जंग जीतने में अपनी भागीदारी पक्की कर सकते हैं। ये हैं कुछ संस्थाएँ जो इस समय डोनेशन पर काम कर रहीं हैं:
विश्व स्तर पर
डब्ल्यूएचओ रेस्पॉन्स फंड: वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन इस समय दुनिया भर के देशों में फैले इस वायरस को जल्द से जल्द काबू में कर लेने के लिए सबसे बड़े पैमाने पर काम कर रही है।
यूनिसेफ: यूनिसेफ महामारी की चपेट में आए बच्चों को अच्छा माहौल और पौष्टिक खाना उपलब्ध कराने का काम कर रही है। जिससे बच्चों को कोविड के बाद होनी वाली समस्याओं से बचाया जा सके।
भारत में
हेल्प नाउ: हेल्प नाउ युवा छात्रों के द्वारा चलाई जा रही मुहिम का नाम है जो देश भर में दवाइयाँ, प्लाजमा, डॉक्टर्स, खाना, ब्लड और कोविड से जुड़ी तमाम चीजों को सही समय पर सही जगह उपलब्ध करवाने का काम कर रही है।
खालसा ऐड: खालसा ऐड इंटरनेशनल यूके में शुरू की गई चैरिटी का नाम है जो भारत में भी काम कर रही है। ये लोग खासतौर से भारत में ऑक्सीजन सिलेंडर और कॉन्सेंट्रेटर उपलब्ध करवाने का काम कर रहे हैं।
मिशन ऑक्सीजन: डेमोक्रेसी पीपुल फाउंडेशन द्वारा चलाई जा रही इस मुहीम के तहत अस्पतालों में ऑक्सीजन की जरूरत होने पर उन्हें तुरंत ऑक्सीजन सप्लाई मुहैया करवाने का काम किया जा रहा है।
केयर इंडिया: ये फाउंडेशन भारत में बेरोजगारी और भुखमरी जैसे मुद्दों पर काम करती आई है। इस समय ये लोग डॉक्टर्स और मेडिकल स्टाफ के लोगों में पीपीइ किट वितरण करने के लिए डोनेशन ले रहे हैं।
गो फंड मी: इस प्लेटफॉर्म पर आपको उन लोगों के वेरिफाइड अकाउंट मिलेंगे जो कोविड के मरीजों की मदद करने के लिए आगे बढ़कर काम कर रहे हैं। इनमें से कई लोग ऐसे भी हैं जो कोविड की वजह से अपनों को खो चुके लोगों के लिए भी काम कर रहे हैं।
इनके अलावा आप हेल्प इंडिया ब्रीथ, यूथ फीड इंडिया, इंटरनेशनल मेडिकल कॉर्पस में से भी किसी संस्था को डोनेशन दे सकते हैं। इनके अलावा कई सारे ऐसे एनजीओ भी हैं जो आगे बढ़कर काम कर रहे हैं। उनके बारे में जानकारी के लिए यहाँ क्लिक करें।
4. प्लाज्मा डोनेशन
किसी भी इन्फेक्शन से लड़ने के लिए प्लाजमा थेरेपी मेडिकल साइंस का सबसे रामबाण उपाय है। इसमें यदि आप कोविड होने के बाद अब स्वस्थ हो चुके हैं तो आप अपना प्लाजमा डोनेट कर सकते हैं। ऐसा बिल्कुल मुमकिन है कि यदि आपको एक बार कोरोना है चुका है तो आपको अपने घर से बाहर निकलकर हॉस्पिटल जाने में हिचक होगी। लेकिन डॉक्टर्स के मुताबिक यदि आपको एक बार कोविड है चुका है तो वापस से होने के चांस बहुत कम हैं लेकिन उसके बावजूद आपको अपने नजदीकी ब्लड बैंक से संपर्क कर लेना चाहिए।
5. वेरिफाई लीड्स
कोविड-19 की दूसरी लहर ने हम सबको जोर का झटका दिया है। पिछली बार के मुकाबले इस बार संक्रमण और तेजी से लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है। मरीजों की गिनती रोज ऊपर जा रही है। जिसकी वजह से मरीजों को जरूरत का सामान उपलब्ध करवाने में देरी हो रही है। सरकार और जिला एडमिनिस्ट्रेशन अपनी तरफ से पूरी कोशिश कर रहे हैं। लेकिन अब शायद उनकी कोशिशों में हमें भी साथ देना होगा। दुख की बात ये है कि इंटरनेट पर संसाधन तो बहुत सारे हैं लेकिन उन तक पहुँचने के लिए दिए गए नंबर या तो पहुँच से बाहर हैं या नंबर गलत हैं। जब ये नंबर किसी मरीज के परिवार के पास पहुँचते हैं तो 1000-1200 नंबर मिला पाना उनके लिए मुमकिन नहीं होता है जिसकी वजह से मरीज को ट्रीटमेंट मिलने में देर है जाती है। ऐसे में हम और आप मिलकर उनकी मदद कर सकते हैं। आप वीकेंड पर इन नंबरों को वेरिफाई कर सकते हैं और फिर इन्हें सोशल मीडिया के जरिए लोगों तक पहुँचाने में मदद कर सकते हैं। फिलहाल कई बड़ी कंपनियाँ भी इसी काम में लगी हुईं हैं।
6. परिवार का साथ
काम जरूरी है लेकिन उससे भी ज्यादा जरूरी कोई चीज है तो वो है आपका परिवार। अगर आपके घर में कोई बीमार होता है या आप खुद बीमार हो जाते हैं तो आपको बिना दो बार सोचे अपनी कंपनी के मैनेजर या एचआर से बात करके तुरंत छुट्टी ले लेनी चाहिए।
7. खाना सर्व करें
इस समय लोग परेशानियों से घिरे हुए हैं। तेजी से फैल रहा ये वायरस कहीं कहीं तो पूरे परिवार के अपनी चपेट में कर ले रहा है। ऐसे में खाना बनाना मुमकिन नहीं है। कुछ संस्थाएँ हैं जो कोरोना मरीजों के घर खाना पहुँचाने का काम कर रहीं हैं। इनमें खाना चाहिए, सेवा किचेन, हंगर मैप प्रोजेक्ट, मजदूर किचेन, पीपुल फॉर चेंज जैसी संस्थाएँ शामिल हैं। आपके घर के आसपास यदि कोई बीमार है तो आपको आगे बढ़कर उसकी मदद करनी चाहिए। 2-3 लोगों के लिए ज्यादा खाना बनाने में आपको परेशानी नहीं होनी चाहिए। क्या पता आपको भी लंचबॉक्स फिल्म की तरह कोई प्यारा सा दोस्त मिल जाए!
8. घर में रहें
घर के अंदर रहना कोविड की चेन तोड़ने का सबसे पहला और सबसे सटीक तरीका है। लेकिन ना जाने क्यों कुछ लोगों को घर के अंदर रहने में इतनी तकलीफ होती है। आपको इस समय का उपयोग अपने परिवार के साथ समय बिटकर करना चाहिए। बहुत कम बार ऐसा होता है कि घर के सभी सदस्य एक साथ घर पर हों। इस समय आप बिंज वॉच, खाना बनाना, पौधों की देखभाल करना, आर्ट, साफ सफाई, इनडोर गेम्स जैसी चीजें कर सकते हैं। यहाँ तक कि आप अपने घर में ही एक छोटा सा टेंट लगाकर वर्चुअल ट्रिप पर होने का एहसास भी ले सकते हैं।
9. ट्रेवल कॉन्टेंट से बचें
लोग डरे हुए हैं। आरोग्य सेतु पर आपके 500 मीटर के इर्दगिर्द कम से कम 100 कोरोना पॉजिटिव लोगों का नोटिफिकेशन आ चुका है। हर दूसरे दिन जान पहचान में किसी के बीमार होने की खबरें आ रहीं हैं। इतना सबकुछ होने के बावजूद भी यदि आपके अंदर घूमने जाने की चाह है तो आपको उसको तुरंत जड़ से उखाड़ देना चाहिए। यहाँ तक कि इस समय ट्रेवल से जुड़ी फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट करने से भी बचना चाहिए। सबसे पहले तो आपको इस समय घूमने के बारे में बिल्कुल भी नहीं सोचना चाहिए और यदि आप मजा करने के लिए घूम भी रहे हैं तो उसको अपने तक रखना इस समय सबसे समझदारी वाला काम होगा।
10. हाउस हेल्प की मदद करें
रोज कमाकर खाने वाले लोगों के लिए ये समय सबसे भारी रहा है। सबकुछ करने के बावजूद भी ये सोसाइटी का को हिस्सा है जिसने सबसे बड़ी तादाद में बेरोजगारी देखी है। इस समय आपको उनकी मदद करनी चाहिए। सुनिश्चित कीजिए की आपके आसपास काम करने वाले लोगों के पास मास्क, सैनिटाइजर, जरूरी दवाइयां जैसी चीजों का पक्का इंतेजाम है। अगर मुमकिन हो तो उन्हें सैलरी देना बंद ना करें। वो आपके आभारी रहेंगे। हालात सुधर जाने के बाद जब वो काम करने के लिए वापस आएंगे तब वो और भी लगन के साथ काम करेंगे।
11. जानवरों की मदद करें
कोरोना महामारी में इंसानों को जो नुकसान हुआ ही है लेकिन इसने जानवरों को भी मुश्किलों में डाल दिया है। आवारा जानवरों पर इसका सीधा असर हुआ है। उन्हें ना तो खाना मिल रहा है और ना तो उनका ध्यान रखने वाला कोई है। ऐसे में आप आगे बढ़कर उनकी मदद कर सकते हैं। अपने घर के बाहर खाना रखिए जिससे आवारा जानवर उसको खा पाएँ। ऐसा केवल सड़क पर पल रहे जानवरों के लिए ही नहीं है। यदि आपके घर में कोई बीमार है फो उसका सीधा असर आपके पालतू जानवरों पर भी दिखाई देने लगेगा। यदि आप किसी ऐसे को जानते हैं जिसके घर में कोरोना पॉजिटिव लोग हैं तो कोशिश कीजिए उनके पालतू जानवर को आप अपने घर में जगह दें।
सीडीसी की इन गाइडलाइंस को पढ़ें।
12. बड़े-बुजुर्गों का रखें खास ख्याल
कोविड से जंग जीतने के लिए आपको दवाइयों के साथ साथ प्यार और अच्छी देखभाल की भी जरूरत होती है। अगर आपके पड़ोस में कोई बुजुर्ग रहते हैं जिनकी कोरोना की वजह से तबीयत खराब है तो आपको उनका हालचाल लेते रहना चाहिए। मदद करने के लिए आप उनसे फोन पर बात करते रह सकते हैं और उनके लिए समय समय पर खाना और दवाइयाँ भी भेज सकते हैं।
ये सभी छोटी-छोटी चीजें करने से आप भी कोरोना से जंग जीतने में मदद कर सकते हैं और वो भी अपने घर के अंदर बैठे हुए ही।
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