दोस्तों,कोरोना काल में ट्रैवलिंग के बहुत से नए नए तरीके सामने आये हैं जिसके जरिए लोग घूमने के बेहतरीन ट्रिप प्लान कर सकते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि बहुत से लोगों के लिए घर और नौकरी की जिम्मेदारी के बीच यह कर पाना संभव नहीं है। अब लोग कैसे ट्रिप्स पर जाएं और अपनी बोरियत को दूर करें। खासकर कि दिल्ली, मुंबई बैंगलोर कोलकाता जैसे बड़े शहरों में रहने वाले लोगों के पास तो खुद के लिए बिल्कुल समय नहीं। इसलिए दोस्तों आज हम आपको बता रहे हैं कुछ ऐसे डेस्टिनेशन जहाँ आप वीकेंड पर जाकर एक ट्रिप कर सकते हैं। और अपनी बोरियत को दूर कर सकते हैं। दिल्ली के आसपास ऐसी बहुत सी जगहें हैं, जहाँ आप एक दिन की ट्रिप भी कर सकते हैं। सुबह जाकर शाम तक या रात तक वापस आ सकते हैं। तो आइए जानते हैं कि दिल्ली-एनसीआर के नजदीक उन वीकेंड डेस्टिनेशन के बारे में, जहाँ आप 1000-1500 रुपए के बजट में अपनी ट्रिप प्लान कर सकते हैं।
गढ़ मुक्तेश्वर
दोस्तों, गढ़ मुक्तेश्वर दिल्ली से लगभग 110 किमी दूरी पर स्थित है। अगर आप दिल्ली से सुबह में जल्दी निकले तो गढ़ मुक्तेश्वर की एक दिन की ट्रिप आसानी से कर सकते हैं। यह एक ऐतिहासिक और धार्मिक जगह है। आप सभी को बता दूं कि उत्तर प्रदेश के हापुड़ में बसा यह स्थल माँ गंगा का गढ़ है। यहाँ पर आप मुक्तेश्वर महादेव मंदिर, नक़्क़ा कुआँ, गुरुद्वारा नक़्क़ा कुआँ, और बृजघाट जैसी खूबसूरत जगहों पर घूमने जा सकते हैं। यहाँ के गंगा घाट पर सूर्योदय और सूर्यास्त देखने का नजारा ही कुछ और होता है। यहाँ घाट पर आप खाने की भी व्यवस्था हैं। तो आपको परेशान होने की ज़रूरत नहीं। क्योंकि यहाँ बहुत से खाने-पीने के स्टॉल आपको मिल जाएंगे। साथ ही गंगा में आप नौका विहार भी कर सकते हैं। अगर आप दो लोग गढ़ मुक्तेश्वर जा रहे हैं आपका बजट कम से कम 3000 रुपए होना चाहिए। और अगर आप अकेले जा रहे हैं और अपने वाहन से तो आप आसानी से 1500 रुपए के बजट में गढ़ मुक्तेश्वर घूम सकते हैं।
पानीकोट झील
दिल्ली से लगभग 60 किमी दूरी पर स्थित पानीकोट झील वीकेंड पर एक दिन के ट्रिप के लिए सबसे बेस्ट जगहों में से एक है। दोस्तों अगर यहाँ बारिश और सर्दियों के मौसम में जाये तो बहुत ही आनंद आएगा। और अगर आप बाइक चलाना पसंद है तो आप रास्ते का आनंद लेते हुए बाइक से भी जा सकते हैं। अगर आप इस झील पर सुबह सुबह पहुंचते हैं तो सूर्योदय का भी आनंद ले सकते हैं। पानीकोट झील के बारे में शायद ही ज्यादा लोगों को पता हो। इसलिए यह जगह अनछुई है। यहाँ आने के बाद आपको देखने को मिलेगा कि यहाँ के झील का पानी और आसपास की जगहें बहुत ही साफ़ हैं। एक बात ज़रूर ध्यान रखें यहाँ आपको खाने पीने की दुकानें या स्टॉल नहीं मिलेंगी। इसलिए आपको यहाँ जाने से पहले खाने का कुछ सामान लेकर जाना पड़ेगा ताकि आपको ट्रिप में खाने की कोई दिक्कत न हो। दिल्ली से ज्यादा दूर नहीं होने के कारण, आप सुबह में यहाँ जल्दी पहुंचकर दोपहर तक वापस भी जा सकते हैं। इस जगह के लिए आपको ज्यादा बजट भी नहीं चाहिए होगा। आपका बजट सिर्फ 1000 रूपये या उससे कम भी हो सकता है।
मंगर बानी
दोस्तों, दिल्ली-हरियाणा के बॉर्डर पर बसे मंगर गांव के पास स्थित ‘मंगर बानी’ जंगल भी वीकेंड पर घूमने के लिए बहुत अच्छे वीकेंड डेस्टिनेशन में से एक है। साथ ही मंगर बानी एक खूबसूरत बायोडायवर्सिटी भी है क्योंकि यहाँ आपको सिर्फ वन्य जीवन और अनेक प्रकार के पेड़-पौधे भी देखने को मिलेंगे। यह चारों तरफ आपको हरियाली वाला वातावरण आपको मिलेगा जो कि शहरी भाग दौड़ से बिल्कुल ही अलग एहसास कराएगा। यहाँ आपको कई प्रवासी पक्षियों के अलावा, तेंदुए, भालू, सिवेट और तितली की लगभग 100 विभिन्न प्रजातियों को भी देखने का आनंद मिल जायेंगे। यहाँ पर आकर आप सुंदर धाऊ जंगल भी देखकर हरियाली से भरे वातावरण का आनंद लें सकते हैं और यहाँ आकर आप एक्टिविटीज भी कर सकते है। जैसे वॉक, हाईकिंग, साइकिलिंग, रॉक-क्लाइम्बिंग, बोल्डरिंग और अगर आप मोटरबाइक एडवेंचर का शौक रखते है। तो आप यहाँ आकर उसका भी आनंद उठा सकते हैं। अगर आप दिल्ली-एनसीआर में कहीं से भी आ रहे हो, तो आपको यहाँ पहुंचने में मुश्किल से एक घंटे का समय लगेगा। इस ट्रिप के लिए आपका बजट 1000 से 1500 रूपये हो सकता है।
भिंडावास झील
भिंडावास झील की दिल्ली से सिर्फ 100 किमी की दूरी पर स्थित है। दिल्ली से यहाँ पहुंचने में आपको सिर्फ 2 घंटे से भी कम समय लगेगा। अगर आप अपने गाड़ी से जाना चाहते हैं तो आप अपनी कार या मोटरसाइकिल से जा सकते हैं। दोस्तों आपको बात दूं कि भिंडावास झील को बाद में भिंडावास वन्यजीव और पक्षी अभयारण्य में बदल दिया गया था। यह झील 1000 एकड़ में फैली हुई और यहाँ पर आकर आप अपने दोस्तों या परिवार के साथ वन्य जीवन का आनंद ले सकते हैं। यहाँ आप सुबह आकर पूरे दिन घूमने के बाद शाम को अपने घर को लौट सकते हैं। और इसके लिए आपको शायद 1500 रूपये से ज्यादा खर्च भी न करना पड़े।
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