माना कि दुनिया में घूमने के लिए बहुत सी खूबसूरत जगहें हैं। लेकिन यह भी सच है कि दुनिया तो बाद में देखियेगा, पहले आप अपना देश तो अच्छी तरह से देख लें। शायद आपको पता भी नहीं होगा कि अपने देश में इतना कुछ है कि जिसे देखने के लिए आपकी पूरी जिंदगी कम पड़ जाए। हालांकि अगर हम चाहें भी तो अपने भारत की सभी खूबसूरत जगहों की तस्वीर आपको नहीं दिखा सकते। लेकिन इनमें से कुछ गिनी चुनी बेहद खूबसूरत जगहें हम आपके लिए लेकर आए हैं, जिन्हें देखकर आप जल्दी से जल्दी वहाँ जाने से खुद को रोक नहीं पाएंगे। हाँ इनमें से कुछ जगह जाने-माने टूरिस्ट स्पॉट्स हैं, जबकि कुछ जगहें बिलकुल अनजानी भी हैं। अगर आप घूमने के शौकीन हैं तो यकीनन जिंदगी में एक बार इन जगहों की सैर जरूर करने जाएं। भारत की इन जगहों को देखने के बाद आपका मन खुश हो जाएगा।
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मध्यप्रदेश के पन्ना में पांडव गुफाएं और झरने
मध्यप्रदेश में स्थित पन्ना से करीब 12 किलोमीटर दूर है यह जगह जहाँ की प्राकृतिक खूबसूरती बेमिसाल है। साल के बारहों महीने बहने वाला पांडव झरना मानसून के दौरान अपनी बेहतरीन स्थिति में पूरा भरा हुआ होता है और करीब 100 फीट की ऊंचाई से गिरता हुआ बेहद खूबसूरत दिखता है। राष्ट्रीय पार्क के नजदीक स्थित इस झरने तक पहुंचना काफी आसान है। पांडव झरने के नजदीक ही पांडव गुफाएं स्थित हैं, जिनके बारे में प्रसिद्ध है कि अपने निर्वासन काल के दौरान पांडवों ने इन्हीं गुफाओं में समय बिताया था। आसपास के लोगों के लिए यह काफी लोकप्रिय पिकनिक स्पॉट है।
तमिलनाडु के चेन्नई का खूबसूरत कपालीश्वरर मंदिर
भगवान शिव का बेहद खूबसूरत मंदिर है चेन्नई का कपालीश्वरर मंदिर। इसका रंगबिरंगा कलश इसे खूबसूरती की मिसाल बना देता है। सातवीं शताब्दी के आसपास बनाया गया यह मंदिर बहुत पुराना है। इस मंदिर में और भी अनेक मंदिर हैं, जिनमें कपलेश्वरर और कर्पगमबल सबसे प्रमुख हैं। मंदिर में रोजाना सुबह 5:30 बजे से रात 10 बजे तक छह अनुष्ठान होते हैं। साल में आयोजित किये जाने वाले चार उत्सवों में अरुबथिमोवल त्यौहार मंदिर में सबसे आलीशान ढंग से मनाया जाता है।
पूरब का वेनिस हैं कश्मीर का श्री नगर
श्री नगर यानि धरती का स्वर्ग। वैसे श्रीनगर को पूरब का वेनिस कहा जाता है। श्रीनगर की नैसर्गिक सौंदर्य से भरपूर झील है डल झील, जो इसमें तैरने वाली हाउस बोट राइड और फूलों के शिकारों के लिए जानी जाती है। इसके अलावा श्रीनगर की निगीन लेक, वूलर लेक और मंसबल लेक भी प्राकृतिक खूबसूरती से भरपूर हैं। वूलर लेक पूरे एशिया की सबसे बड़ी फ्रेश वॉटर लेक में से एक है। डल झील पर लगने वाला फ्लोटिंग वेजीटेबल मार्केट भी देश का एक अनोखा देखने लायक बाजार होता है। झीलों के अलावा श्रीनगर में मुगल गार्डन, चश्मेशाही, परी महल, निशात बाग, शालीमार बाग, नसीम बाग, जवाहरलाल नेहरू मेमोरियल बॉटेनिकल गार्डन भी देखने लायक जगहों में शामिल हैं। यहाँ के मुगल गार्डन को वर्ल्ड हेरिटेज साइट्स में शामिल किया गया है।
केरल के त्रिचूर में कोडुंगलूर
अगर देश में प्राकृतिक खूबसूरती की बात की जाए और केरल का नाम नहीं आए, ऐसा हो ही नहीं सकता। अपनी वनस्पति और प्राकृतिक संपदा के लिए मशहूर केरल में एक नहीं, अनेक जगहें ऐसी हैं जो विदेशों की प्रकृति को भी मात दें दें। केरल के त्रिचूर में स्थित कोडंगलूर को पहले महोदयापुरम भी कहा जाता था। यह जगह पेरियार नदी के किनारे त्रिचूर जिले में मालाबार कोस्ट पर स्थित है। यह भी कहा जा सकता है कि यह नेशनल हाईवे 66 पर कोच्चि से करीब 29 किलोमीटर की दूरी पर है। बेहद खूबसूरत प्राकृतिक नजारे समेटे यह स्थान केरल बैकवाटर्स के लिए नेवी का एंट्री पॉइंट भी है।
जैसलमेर की राजसी छतरियां
जैसलमेर की ऐतिहासिक इमारतों में यहाँ की स्थापत्य कला अलग ही नजर आती है। जैसलमेर के स्थापत्य को राजकीय तथा व्यक्तिगत प्रोत्साहन मिला जिसे यहाँ के किलों, गढियों, राजभवनों, मंदिरों, हवेलियों, जलाशयों, छतरियों इत्यादि में देखा जा सकता है। जैसलमेर राज्य में कुछ ही फासलों पर छोटे-छोटे दुर्ग और हवेलियों को देखा जा सकता है। यहाँ के हर दुर्ग के निर्माण में सुंदरता के अलावा मजबूती तथा सुरक्षा का भी खास ध्यान रखा जाता था। पीले पत्थरों से बने ये दुर्ग और छतरियां पक्की ईंटों के बने हुए हैं। प्रत्येक दुर्ग में चार या इससे अधिक छतरियां बनाई गई हैं। ये दुर्ग को खूबसूरती के साथ- साथ मजबूती भी देती हैं। भविष्य में इस खूबसूरत जगह की यात्रा के लिए ज़रूर समय निकालें।
कोलकाता का भव्य विक्टोरिया मेमोरियल
कोलकाता का विक्टोरिया मेमोरियल मार्बल से बनी वहाँ की सबसे बड़ा इमारत है। वर्ष 1906 और 1921 के बीच बनी यह इमारत भारत में रानी विक्टोरिया के 25 साल के शासन की याद में बनवाई गई थी। आज यह एक म्यूजियम यानि संग्रहालय और टूरिस्ट डेस्टिनेशन है। राजस्थान के मकराना मार्बल से बना यह सफेद मेमोरियल ब्रिटिश शासन के समय की यादगार धरोहरों का कलेक्शन है। इस इमारत का गुंबद, चारो ओर बनी छोटी मीनारें, आठ कोनों वाली छतरी इत्यादि इस भव्य इमारत के खूबसूरत के स्थापत्य की गाथा कहते हैं। यह मेमोरियल करीब 64 एकड़ जमीन पर बना हुआ है।
केरल के त्रिचूर में चलाकुडी के नैसर्गिक फॉल्स
देश के सबसे हरे-भरे राज्य केरल के त्रिचूर राज्य में चलाकुडी नदी के किनारे स्थित यह फॉल्स अपनी बेमिसाल प्राकृतिक खूबसूरती से किसी को भी लुभाने के लिए पर्याप्त हैं। दरअसल चलाकुडी खूबसूरत अतिरापिल्ली और वाजाचल फॉल्स जाने वाले पर्यटकों के लिए बेस कैंप भी है। चलाकुडी नेशनल हाईवे 544 पर कोच्चि के उत्तर में 47 किलोमीटर दूर और त्रिचूर के दक्षिण में 30 किलोमीटर दूर स्थित है।
चंद्रमा के आकार की चंद्रताल झील
हिमाचल प्रदेश की खूबसूरत स्पीति वैली में स्थित चंद्रताल झील अपनी प्राकृतिक खूबसूरती के लिए ही जानी जाती है। करीब 4,300 मीटर की ऊंचाई पर स्थित यह झील और आसपास का खूबसूरत स्थान दुर्गम ट्रेकिंग और कैंपिंग जैसी साहसिक गतिविधियों के लिए भी काफी प्रसिद्ध है। चन्द्र ताल के चारों ओर विशाल मैदान है, जो वसंत और गर्मी के मौसम में कई तरह के जंगली फूलों से भर जाता है। इस दौरान यहाँ बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं। टूरिस्ट्स के कैंप लगाने के लिए इस झील के बीचों बीच एक टापू है, जिसे समुद्र टापू कहते हैं। इस झील के बारे में एक आश्चर्यजनक तथ्य यह भी है कि यहाँ पानी के आने का कोई स्रोत दिखाई नहीं पड़ता जबकि निकलने का रास्ता साफ दिखता है।
वाराणसी के मनमोहक घाट
देश ही नहीं, बल्कि विदेशों से भी अनेक पर्यटक सिर्फ वाराणसी के मंदिर और पावन गंगा के खूबसूरत घाट देखने के लिए आते हैं। शाम के वक्त गंगा किनारे बने मंदिरों की आरती, साथ में बजती घंटियों की आवाज और शंख की ध्वनि वाराणसी यानि बनारस को पर्यटकों का पसंदीदा स्थल बना देती है। टूरिस्ट कुछ अलग ही आकर्षण महसूस करते हैं यहां आकर। अनेक विदेशी पर्यटक तो ऐसे भी हैं जो कभी वाराणसी और गंगा नदी के घाट देखने आए थे, लेकिन यहाँ की भूमि और गंगा ने उन्हें इतना अपनापन दिया कि वो हमेशा के लिए यहीं बस गए।
खजुराहो का विशाल कंदरिया महादेव मंदिर
खजुराहो का विशाल कंदरिया महादेव मंदिर खजुराहो की वास्तुकला का एक बेमिसाल नमूना है। भगवान शिव का यह मंदिर अपने अलंकरण एवं विशेष लय की वजह से प्रसिद्ध है। यह मंदिर अपनी भव्य आकृति, उत्कृष्ट शिल्प और वास्तु रचना की वजह से जाना जाता है। खजुराहो के इस मंदिर की भित्ति कमल की पत्तियों से सजी हैं। मंदिर ऊंचे स्थान पर स्थापित है, जिसपर अनेक सुसज्जित मूर्तियां उकेरी गई हैं। इन्हीं खासियतों की वजह से इस मंदिर को यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज साइट की श्रेणी में रखा गया है।
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