#केवलादेव_नेशनल_पार्क
#भरतपुर_राजस्थान_यात्रा
#भाग_1
दोस्तों 3 अप्रैल 2022 को राजस्थान के भरतपुर के पास पक्षियों के स्वर्ग के नाम से जाने जाते केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान भरतपुर जाने का अवसर मिला। 2 अप्रैल, 2022 को होम्योपैथिक कॉलेज राजकोट, गुजरात में तीन लैकचर लगाने बाद मैंने दोपहर 12 बजे राजकोट से बस ली और शाम तक मैं अहमदाबाद पहुंच गया अहमदाबाद से ट्रेन पकड़ कर 3 अप्रैल की सुबह मैं राजस्थान के भरतपुर शहर के रेलवे स्टेशन पर पहुंच गया । भरतपुर सटेशन से निकलकर मैंने ऑटो लिया और भरतपुर में गोपाल की दुकान की मशहूर कचौरियों के साथ नाश्ता किया, उसके बाद भरतपुर की मशहूर बिस्तर बंद मिठाई से मुंह मीठा किया और घर के लिए एक किलो मिठाई पैक कर दी। फिर मैं आटो से भरतपुर के केवलादेव नैशनल पार्क के गेट पर पहुंच गया।
साथियों, भरतपुर का केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान विदेशी पक्षियों की आमद के लिए विश्व भर में प्रसिद्ध है। पार्क को भारत के 40 यूनेस्को विश्व धरोहर स्थलों में भी सूचीबद्ध किया गया है। यह राष्ट्रीय उद्यान 29 किमी के कुल क्षेत्रफल को कवर करता है। इस पार्क में पक्षियों की कुल 375 प्रजातियां पाई जाती हैं।
पार्क में 125 रुपये का प्रवेश शुल्क है।
पार्क में जाने के लिए आप 150 रुपये में साइकिल किराए पर ले सकते हैं या 150 रुपये प्रति घंटे के हिसाब से रिक्शा बुक कर सकते हैं। गाइड को 250 रुपये प्रति घंटे के हिसाब से भी बुक किया जा सकता है। गाइड ले जाने से आपको बहुत अच्छी जानकारी मिलेगी क्योंकि हम पक्षियों के बारे में नहीं जानते हैं, दूसरे गाईड के पास दूरबीन की सुविधा है, तीसरा गाईड के पास बड़े लेंस वाला कैमरा है जिससे गाइड पक्षियों को बेहतर तरीके से देख सकता है। मैंने एक गाइड और एक रिक्शा भी बुक किया और दो घंटे पार्क की सवारी का आनंद लिया। अगले भाग में मैं पार्क में देखे जाने वाले पक्षियों और गाइड द्वारा दी गई जानकारी के बारे में जानकारी साझा करूँगा।
धन्यवाद ।