ट्रेकिंग आधुनिक घुमक्कड़ी दुनिया की एक पहचान बनती जा रही है. वैसे तो ट्रेकिंग बहुत पहले से होती आयी है लेकिन फिर भी कुछ ऐसे शानदार और आसान ट्रेक हैं जो ट्रेकिंग की दुनियां में अपना वो मुकाम नहीं बना पाये जहाँ उनको होना चाहिये था. इस लेख में हम ऐसे ही 10 ट्रेकस के बारे में बात करेंगे ।
कौसानी को सारे घुमक्कड़ जरूर जानते हैं।लेकिन बहुत ही कम लोग ये जानते हैं की कौसानी में ही एक ऐसा आसन ट्रेक है जो अपने अंदर बहुत कुछ सजाये हुए है.।इसका नाम है पिनाथ मंदिर ट्रेक। यहाँ से आप पूरे उत्तराखंड के हिमालय के चाहे गढ़वाल हिमालय हो या कुमाऊँ हिमालय यहाँ तक की नेपाल हिमालय की कुछ चोटियों के दर्शन कर सकते हैं।
देवरिया ताल का आसान सा 3 कम का ट्रेक रुद्रप्रयाग ज़िले के सारी गांव से जाता है।आप यहाँ कैंपिंग भी कर सकते हैं।यकीन मानिए यहाँ से हिमालय की चौखम्बा चोटी का जो अद्भुत नजारा मिलता है वो आपको कहीं और से नही मिलेगा।
कार्तिक स्वामी मंदिर का ट्रेक केवल 7 km का आसान सा ट्रेक है जो।ये ट्रेक उत्तराखण्ड के रुद्रप्रयाग जिले के पोखरी नाम की जगह के पास से जाता है. कार्तिक स्वामी मंदिर से आप केदारनाथ के आस पास के हिमालय का विहंगम नज़ारा ले सकते हैं।
पांडुखोली अल्मोड़ा जिले के द्वाराहाट से लगभग 25 किलो मीटर की दूरी पर स्थित हैं|
पांडूखोली जाने के लिए कुकुछिना से बांज .बुरांश के हरे .भरे घने वनों से पैदल मार्ग पर उचाई की ओर लगभग पांच (5) किलोमीटर की यात्रा तय करनी पड़ती हैं. यहाँ से त्रिशूल पर्वत का बहुत ही बेहतरीन नजारा देखने को मिलता है।
पैराडाइस लेक या नीला पानी झील आसाम का छुपा ख़ज़ाना है। ये सिर्फ 1 km का आसान सा ट्रेक है जहाँ कोई नहीं आता और ये सही में स्वर्ग से भी सुन्दर है ।
दयारा बुग्याल ट्रेक उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में आसान सा 9 km का खूबसूरत ट्रेक है। दयारा बुग्याल घास की जमीन 2600 मीटर से शुरू होकर 3500 मीटर तक चला जाता है। सर्दियों में स्कीइंग और बर्फ की गतिविधियों की क्षमता के साथ घास के मैदान बर्फ भूमि में बदल जाते हैं।
पनार बुग्याल ट्रेक को वैसे आसान ट्रेक नहीं कह सकते इसमें 10 km की खड़ी चडाई है। इस ट्रेक के जरिये ही रुद्रनाथ भगवान के लिए जाया जाता है। यहाँ से और भी कुछ छोटे मोटे ट्रेक निकलते हैं। यहाँ से बहुत सारी चोटियों के पास से दर्शन होते हैं.
Dimakuchi असम के dimakuchi जिले में एक शानदार छोटा सा ट्रेक है जहाँ आप पेड़ के ऊपर बने घर यानी ट्री हाउस में किराये में रह सकते हो। चाहो तो रूम के अंदर टेंट में भी रुक सकते हो। यहाँ जाने के लिए 1 नदी 5 बार पार करनी होती है।
नोहकलिकाइ झरने तक का ट्रेक मेघालय के सोहरा या चेरापूंजी जिले में है। ये करीब 5 km का आसान ट्रेक है जहाँ आप ये जल प्रपात गिरने की जगह तक जा सकते हैं, और ऊपर की मखमली घास में टेंट भी लगा सकते हैं।
शाही देवी उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में एक छोटा सा ट्रेक है। जहाँ से हिमालय के अद्भुत दर्शन होते हैं।