पर्यटन के लिए अक्सर लोगो को ऐसी जगह की तलाश होती है जहाँ पहुँच कर मन और आँखों को सुकून मिले।और जब बात जब गर्मियों की हो तो आँखों को ऐसी जगह की तलाश होती है जो सुकून के साथ- साथ ठंडक का एहसास भी करवाये।इसके लिए केरल के बेहतर ऑप्शन है।केरल दक्षिण भारत का वो राज्य है जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए फेमस है।यहाँ के चाय और कॉफ़ी के बागानों में आपको स्वाद की चुस्की के साथ आँखों को ठंडक पहुचने वाली हरियाली के भी शानदार नजारे देखने को मिलेंगे।साथ ही खड़े मसालों की सौंधी खुशबू आपको आपके रसोई की याद दिला देंगे।यही नही यहाँ की संस्कृति भी आपका मन मोह न ले तो कहना।केरल में हर तरह के घुमक्कडों के लिए कुछ न कुछ है।तो आइए ले चलते है आपको केरल की यात्रा पर।
मुन्नार – हनीमून डेस्टिनेशन
अगर आप नव विवाहित जोड़े है तो यकीनन यह आपके लिए एक आदर्श स्थान है।यहाँ के ऊँचे-ऊँचे पहाड़ आपको बदलो के बीच होने का एहसास करवाएगा।यह स्थान केरल का पहाड़ी इलाका है तो यहाँ आपको चारो तरफ चाय के बागान और हरियाली देखने को मिलेंगे।चाय की चुस्की और हरियाली दोनों ही आपको अंदर तक ताज़ा कर देंगे।यहाँ पर आपको बेहद ही आरामदायक और लुभावने रिसोर्ट मिल जाएंगे तो हर तरह की सुविधा आपको उपलब्ध करवाएंगे।
थेक्कड़ी – वन्यजीवों का स्थान
अगर आपकी रूचि वन्य जीवों में है तो यह जगह आपके लिए ही बनी है।क्योंकि यह स्थान पेरियर वन्यजीव अभ्यारण के लिए लोगों के बीच ज्यादा लोकप्रिय है। यह बहुत-से विलुप्त जानवरों और 200 से भी अधिक पक्षियों का निवास स्थान है।साथ ही यह जगह हाथियों का स्थल के नाम से भी विख्यात है पर अन्य जीव भी आपको यहाँ देखने मिलेंगे जैसे-बाघ, जंगली बिल्ली, सांभर, नीलगिरी लंगूर, गौर आदि। इसके साथ ही यहाँ घने जंगलों के बीच से गुजरती नदी में नौकायन करने का लुफ्त भी उठाया जा सकता है।
कोवलम – ग्रामीण जीवन व बीच का संगम
अरब सागर के तटीय इलाकों पर बसा यह गाँव अपने ग्रामीण जीवन और सबसे खास इसके पास ही स्थित तीन बीच है।ये तीन बीच हैं- लाईटहाऊस बीच, समुद्र बीच व हवाह बीच जो इसके सौंदर्य को चौगुना करते हैं।यहाँ के आस-पास के इलाके नारियल के पेड़ों से घिरे हुए है।जहाँ आप ताजा नारियल का स्वाद चख सकते है।इस गांव की सबसे खास बात जो इसे शांति हब बनाने का कार्य करती है वो है यहाँ पर योगा और ध्यान लगाने का माहौल।यहाँ आप एकांत में बैठ योग साधना कर सकते है। इसके साथ ही आप यहाँ विभिन्न प्रकार की वस्तुओं की खरीदारी भी कर सकते है जैसै- पारंपरिक मसालें, लकड़ी की मूर्तियां, हस्तशिल्प।
वायनाड –सादा जीवन व संस्कृति
मलयालम में वायनाड का अर्थ होता है- धान के खेतों की भूमि।यह स्थान केरल के सबसे ज्यादा हरियाली युक्त स्थानों में से एक है।प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर इस स्थान पर आपको सुन्दर झरने,ऐतिहासिक गुफाएं और मसालों के बाग़ देखने को मिलेंगे।यहाँ का सादा जीवन और संस्कृति को समझने में आपको ज्यादा दिक्कत नही होगी।चारो तरफ फैले प्रदूषण के इस दौर में आप यहाँ चैन की सांस ले सकते है।यह स्थान केरल में घूमने के लिए बेस्ट स्थानों में से एक माना जाता है।
त्रिशूर-धार्मिक स्थल
त्रिशूर को केरल की सांस्कृतिक राजधानी के रूप में जाना जाता है।यहाँ पर आपको मंदिरों और केरल के प्रमुख त्यौहार देखने को मिलेंगे।जिससे आप यहाँ की संस्कृति को और अच्छे से जान पाएंगे।यहाँ के त्यौहार और उत्सव यहाँ पर आने वाले पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र है।तो अगर आपको केरल की संस्कृति में रूचि है तो यह जगह आपके लिए बेस्ट है।
कोच्चि-अरब सागर की रानी
कोच्चि के स्थल को "अरब सागर की रानी" भी कहा जाता है। यह केरल का वित्तिय, व्यावसायिक और औद्योगिक केंद्र है।यहाँ पर आपको एक से बढ़ कर एक कलाकार भी दिख जायेंगे।इसके साथ ही कोच्चि अपने बाजारों के लिए भी काफी फेमस है।जहाँ आप जम के खरीदारी कर सकते है।यहाँ पर स्थित बन्दरगाह 600 साल पुराना है।जोकि इतिहास में अपनी खासा पहचान रखता है।
वागामों-वनों और सूफी संतों की भूमि
अगर आप एक वन प्रेमी है तो यह स्थान आपके लिए परफेक्ट है ।वागामों को वन उसके सुन्दर वनों के लिए जाना जाता है।यह वन मानव निर्मित है जिसे ब्रिटिश काल में बनाया गया था।यहाँ कुछ दूर पर स्थित एक चट्टान है जो अपने धार्मिक महत्व के कारण भी जाना जाता है।क्योंकि यह कभी हसरत शेख फरीदउद्दीन बाबा, एक श्रद्धेय सूफी संत का विश्राम स्थल था।इस स्थानों फिल्मों की सूटिंग के लिए भी जाना जाता है।
तो कोरोना के खत्म होते ही आप भी इस सुंदर राज्य की सैर पर जरूर जाये यकीन मानिए ये छुट्टियाँ आपकी बेस्ट छुट्टी होगी।
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