
अगर आपने भूटान के लिए पहले ही किसी टूर एजेंसी से अपनी ट्रिप बुक करा ली है फिर तो कोई झंझट ही नहीं है, वो लोग आपकी सारी जरूरतों और सुविधाओं का ख्याल रखते हैं। ये आर्टिकल और इसमें दी गई सलाह उन लोगों के लिए है जो सस्ते और बजट में ट्रैवेल करना चाहते हैं। मैंने और मेरे दोस्त ने 7 दिन के लिए भूटान का प्लान बनाया। इसके लिए मैंने इंटरनेट पर बजट में घूमने के लिए जानकारी हासिल करनी चाही लेकिन ऐसा कुछ मिला नहीं। हम फिर भी भूटान घूम कर आए और जो हमने सीखा और अनुभव किया वो आपको बताता हूँ। साथ ही ये भी कि सस्ते में आप भूटान कैसे घूम सकते हैं।
भूटान में घूमना-फिरना
• जब भी आप किसी जगह पर पहुँचते हैं तो वहाँ घूमने-फिरने के लिए किसी पास के बस या टैक्सी स्टैंड पर जाकर पूछताछ कीजिए। ये याद रखिए कि सभी जगहों पर बस की सुविधा उपलब्ध नहीं होती। हो सके तो पहले से ही बुकिंग करा लें और उसी हिसाब से अपनी ट्रिप का प्लान बनाएँ, वरना काफी परेशानी होगी।
• थिंपू में दो बस स्टैंड हैं। एक है सिटी बस स्टैंड और दूसरा है थिंपू बस स्टैंड (RTSA)। सिटी बस स्टैंड से आपको पास की जगहों पर जाने के लिए बस मिल जाएगी। लेकिन थिंपू बस स्टैंड से भूटान के बड़े शहरों में जाने के लिए ही बस मिलेंगी।
• टैक्सी के मुकाबले सिटी बस काफी सस्ती पड़ती हैं। भूटान में आपको बस में चढ़ने के लिए पहले से ही टिकट लेनी पड़ती है, ऐसा नहीं है कि आप कहीं भी बस में चढ़े और कंडक्टर को पैसे देकर टिकट ले ली। बसों के लिए टिकट आप सिटी बस स्टैंड और कुछ चुनिंदा दुकानों से खरीद सकते हैं।
• थिंपू से पारो जाने के लिए सीमित संख्या में ही बस उपलब्ध हैं। धुग ट्रांसपोर्ट की दो बसे रोज़ाना चलती हैं, एक सुबह 9 बजे और दूसरी दोपहर 2 बजे। एक या दो बसें किसी और भी ट्रांसपोर्ट की चलती हैं लेकिन उनकी पहले पूछताछ कर लें।
• दावा ट्रांसपोर्ट की दो बसें पारो से फवेनशॉलिंग (Phuentsholing) जाती हैं। एक सुबह 9 बजे और दूसरी दोपहर में 2 बजे। मेटो ट्रांसपोर्ट की भी 3 बसें हैं जो सुबह 8:30, 9:00 और दोपहर 2 बजे निकलती हैं। लेकिन इनके बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता इसलिए भारत पेट्रोलियम पंप के सामने बने इनके ऑफिस से पूछताछ कर लें।

फवेनशॉलिंग
• फवेनशॉलिंग (Phuentsholing) से थिंपू पहुँचने के लिए 5 घंटे लगते हैं। सड़क के रास्ते आपको सुंदर नजारा देखने को मिलेगा। यात्रा करने से एक या दो दिन पहले से ही टिकट बुक करा लें, उसी दिन टिकट बुक कराने का जोखिम न उठाएँ।
• पारो से टाइगर्स नेस्ट जाने के लिए कोई भी कैब ड्राइवर एक व्यक्ति के 300 से लेकर 500 रुपये तक लेगा। अगर आप कुछ पैसे बचाना चाहते हैं और आपको थोड़ा पैदल चलने में कोई परेशानी नहीं है तो ड्राइवर को बोलिए कि वो आपको टाइगर्स नेस्ट जंक्शन पर उतार दे। इसके लिए शेयरिंग कैब में आपको 50 रुपये देने होंगे। यहाँ से ट्रैक के शुरुआती पॉइंट तक पहुँचने के लिए 1.15 घंटे का समय लगेगा। ये सड़क शानदार है और यहाँ आप कुछ अच्छी फोटो क्लिक कर सकते हैं। आपका पैदल चलना बेकार नहीं जाएगा।
• अपना परमिट हमेशा अपने साथ रखें क्योंकि चेक पोस्ट पर इसकी जरूरत पड़ती रहती है। मैंने अपना परमिट अपने बैग में रख दिया था जिसे कैब की छत पर से उतारने में थोड़ा वक्त लग गया। ये ड्राइवर अपने टाइम के पक्के होते हैं इसलिए वो मुझसे थोड़ा गुस्सा भी हो गया था।
भूटान में खाना-पीना
• भूटान में नॉन-वेज खाना हर कोने में मिल जाता है। वैसे वेजीटेरियन फूड मिलना इतना भी मुश्किल नहीं है लेकिन अगर अच्छा वेजीटेरियन चाहिए तो इसको ढूंढने में थोड़ा समय बिताना पड़ेगा।
• भूटान में शराब सस्ती है। ये हर स्टोर और शॉपिंग मॉल में मिल जाएगी। ये ऐसा है जैसे आपको भारत में केक मिल जाता है। लेकिन सिगरेट लगभग बैन हैं इसलिए मंहगी भी है। आप रेड राइस बीयर ट्राई कर सकते हैं, जो टेस्ट में काफी अच्छी है।
• भूटान में मेरे एक दोस्त ने कहा कि भारत के पास 20 तरह के मसाले हैं लेकिन भूटान में सिर्फ एक है और वो है मिर्च। ये इसे अपने हर खाने में डालते हैं. मैंने सिर्फ मिर्च से बना हुआ खाना भी देखा। ये भारत में मिर्च से बने हुए खाने से ज्यादा गर्म और तीखा होता है।
भूटान में कहाँ रहें?
हाँ, भूटान में ठहरना आपको थोड़ा महंगा पड़ सकता है। लेकिन अगर आप चाहें तो अपने बजट का होटल ढूंढ सकते है। आपको सड़क पर उतरना होगा और हर कोने को सर्च करना होगा।
• जयगांव में जाकर हनुमान मंदिर धर्मशाला के बारे में पता करें। मैंने सुना है कि 10 रुपए की कम कीमत में भी एक रात के लिए कमरा देते हैं। लेकिन यहाँ अक्सर पहले से ही बुकिंग होती है क्योंकि ये शादी के लिए अपनी बिल्डिंग किराए पर दे देते हैं।
• आप जयगांव में ही साहू सेवा ट्रस्ट जा सकते हैं। यहाँ के रूम और टॉयलेट साफ सुथरे होते हैं। इसके लिए एक रात का किराया दो लोगों के लिए 300 रुपए पड़ेगा।

• थिंपू में मैं अपने एक दोस्त के साथ रुका था, इसलिए थिंपू में मुझे होटल्स की कोई जानकारी नहीं है।
• पारो में होटल टैंडिन में जा सकते हैं। वो एक रात रुकने के लिए 700 रुपए लेते हैं, जिसमें आपको डबल बेड और टीवी मिलता है जो उस जगह पर बाकी होटलों के मुकाबले सस्ता ही है, इनके यहाँ इंडियन फूड का रेस्टोरेंट भी है। आप शेफ्स होटल भी जा सकते हैं जो कि होटल टैंडिन के पीछे है।
भूटान से जुड़ी कुछ ज़रूरी बातें
• परमिट लेने के लिए आपको इन चीजों का ध्यान रखना होगा 1)आपकी हाल की पासपोर्ट साइज फोटो
2) वैध पासपोर्ट और वीजा (ये भारतीय, बांग्लादेशी और मालदीव वालों को छोड़कर बाकी सबके के लिए जरूरी है) या वोटर आई कार्ड
3) होटल कन्फर्मेशन की कॉपी
4) ट्रैवल आइटनरी।
• ये डॉक्यूमेंट्स की लिस्ट इमीगिरेशन ऑफिस के नोटिस बोर्ड पर मिल जाएगी। आइटनरी के लिए, एक कोरे कागज पर तारीख, सोर्स और जिन जगहों पर घूमना है और रहने वाले हैं, ये सब लिखें। एक सेट बना लें, जिसमें परमिट एप्लिकेशन, डॉक्यूमेंट्स की कॉपी और फोटो हो।
• अगर आप स्टूडेंट हैं तो अपना स्टूडेंट आई कार्ड ले जाना न भूलें। इमिग्रेशन ऑफिस में आपसे ये दिखाने के लिए कहा जा सकता है। इस कार्ड के कई फायदे भी आपको मिलेंगे भूटान में कई जगहों की एंट्री पर आपको 50% की छूट मिल जाएगी।
• इमिग्रेशन ऑफिस में परमिट दिखाकर आप सरकार का बी-मोबाइल (भूटान टेलीकॉम) सिम कार्ड खरीद सकते हैं। इसका नेटवर्क कवरेज इतना अच्छा है कि आपको फजोडिंग मठ की ऊँचाई पर भी नेटवर्क मिलेगा। इस सिम कार्ड से इंटरनेट यूज करने के लिए आपको अपने APN में कुछ बदलाव करने होंगे।

तो मेरी तरफ से बस इतना ही अगर आप कुछ पूछना चाहते हों तो बिना बिंदास पूछिए।
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