शायद बीच पर छुट्टियाँ बिताने के नाम पर आपको सिर्फ गोआ ही याद आता है, लेकिन अगले बीच हॉलिडे के लिए सीधा वर्कला जाइए, गोवा को बिलकुल भी मिस नहीं करेंगे, हमारा वादा है।
तिरुवनंतपुरम में, कोल्लम शहर से 30 कि.मी. दूर, वर्कला केरल का सबसे खूबसूरत खज़ाना है जो अभी तक पर्यटकों की नज़र से बचा हुआ है। खूबसूरत मंदिरों और तीर्थस्थानों और समुद्र तटों को संजोए इस जगह का अहम आकर्षण हैं लैटराइट पहाड़। इस पहाड़ी के साथ गुज़रती 600 मीटर लंबी सड़क से जहाँ आप एक तरफ समुद्र तट का नज़ारा ले सकते हैं, वहीं दूसरी तरफ रेस्टोरेंट्स, मसाज और गिफ्ट शॉप्स आपका इंतज़ार करती हैं। आप बीच पर जाने के लिए या तो क्लिफ के अंत तक ट्रेक करके नीचे जा सकते हैं या फिर थोड़ी ऊँची सीढ़ियों का इस्तेमाल करना पड़ेगा जो घुटने के मसले वाले लोगों के लिए थोड़ा मुश्किल है।
वर्कला में बढ़िया तरीके से छुट्टियाँ बिताने का मतलब है बस आराम करना! लहरों की आवाज़ पर उठना, बीच पर नहाना, दोपहर में एक भारी लंच और शाम को शॉपिंग और मज़ेदार म्यूजिक के साथ डिनर। पहाड़ी के किनारे से बहता पानी का सोता आपके बीच पर नहाने के बाद बढ़िया शावर का काम करेगा। और यकीन मानिए, इस सोते को ढूँढने में आपको खास महनत भी नहीं करनी पड़ेगी।
अब आप वर्कला पहुँच ही गए हैं तो बाकी बेहतरीन जगाहें भी देख लीजिये, एक बाइक ज़रूर किराए पर ले लेना!
सिवागिरी मठ
वर्कला स्टेशन से 2 कि.मी. दूर, मठ श्री नारायणा गुरु की समाधि है, जो एक सामाज सुधारक थे। दर्शन देने का समय 30 दिसंबर से 1 जनवरी तक हर साल होता है जहाँ हज़ारो भक्त पीले कपड़े पहन कर अपने गुरु के दर्शन करने दूर-दूर से आते हैं। आप सामान्य कपड़े भी पहन सकते हैं।
जनार्दनन स्वामी क्षेत्रम
ये एक 2000 साल पुराना मंदिर है जो जनार्दनन स्वामी जो विष्णु का ही एक और नाम है, को समर्पित है। अपने भगवान से मिलने के लिए काफी सीढ़ियाँ चढ़ने के लिए तैयार रहिए। हिन्दुओं के अलावा किसी को अंदर जाने की अनुमति नहीं है, पर आप बहार घूम सकते हैं। सादे कपड़े पहनिए। (मर्दों को अंदर जाने से पहले अपनी शर्ट उतारनी पड़ेगी)
कापिल बीच
ये वर्कला-पारावुर सड़क से थोड़ा ऑफ ट्रैक जाकर है जहाँ एक साइड पर बीच है तो दूसरी तरफ झील। बारिश के समय झील और बीच मिलकर एक हो जाते हैं जो स्विमिंग के लिए काफी खतरनाक है। बाइं तरफ वर्कला क्लिफ है और दाई तरफ में कोल्लम बीच।
पारावुर बीच
वर्कला से बहुत पास यह खूबसूरत अनसुना बीच है। काफी सारी चट्टानों से लहरें टकराती हैं और यह देख कर समां बंध जाता है ।
एलीफैंट शेड
पूठाकुलम में स्थित, एलीफैंट शेड तब चर्च में आया जब यहाँ शिवन कुट्टी ने जन्म लिया, जो कि यहाँ के घरेलु हाथियों का पहला बच्चा था। आप उनके साथ ज़रूर फोटो खींच सकते हैं पर ₹100 का एक करारा नोट भी साथ देना होगा। केले खिलाना मत भूलना जो साथ ही एक दुकान से मिल जाएँगे।
अपने लिए ताज़ा मछली खरीदें
मछुआरों को लहरों से लड़ते देखना और दिन की ताज़ा मछली पकड़ कर लाना एक अलग ही नज़ारा है। केकड़े से लेकर स्टिंग रे तक, इससे ज़्यादा ताज़ा मछली कहीं नहीं मिल सकती। किसी को अगर कुछ बड़ा हाथ लगा, तो सबके सामने बोली लगेगी। फिर बोली के हिसाब से आप या फिर मार्किट वाले, कोई भी जीत सकता है। यह देखने के लिए आपको पारावुर बीच पर 6 बजे से पहले पहुँचना ज़रूरी है।
वर्कला बीच
वर्कला में पूरी दुनिया से काफी लोग नए साल का जश्न मनाने आते हैं । अगर आप भी 31 दिसंबर को यहाँ जाना चाहते हैं तो 7 बजे पहुँच जाइए और आराम से रात बिताइए। लोकल लोगों की वजह से भीड़ थोड़ी बढ़ जाती है जिससे और क्लिफ गेट से निकलना मुश्किल हो सकता है। होगा।
क्योंकि मैं अब कई बार वर्कला जा चुकी हूँ तो मेरा यहाँ एक पसंदीदा रेस्तरां भी है और वो है क्लफ़ौट्टी। यहाँ का सी फ़ूड खाए बिना आप जा ही नहीं सकते। एक लोकल तोड्डी की दूकान से यहाँ की स्थानीय शराब चखें तो आपको पता लगेगा कि क्यों केरल में सबसे ज्यादा शराब की खपत होती है।
वर्कला जाने का बढ़िया वक्त
अक्टूबर से लेकर मार्च तक, वर्कला जाने का बढ़िया समय है, पर अगर आपको सस्ती डील चाहिए तो पीक सीज़न से पहले पहुँच जाएँ। सिर्फ वर्कला का ट्रिप प्लान कर रहे हैं तो 4-5 दिन लेकर चलें।
क्या आप कभी वर्कला गए हैं? यहाँ क्लिक करें और अपने सफरनामें लिखने की शुरूआत करें।
ये आर्टिकल अनुवादित है। ओरिजनल आर्टिकल पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें।