तमिलनाडु में स्थित बहुत ही लोकप्रिय हिल स्टेशन ऊटी प्रकृति प्रेमियों के लिए स्वर्ग से कम नहीं है। ऊटी, नीलगिरी पहाड़ियों के बीच स्थित एक बेहद खूबसूरत पर्यटन स्थल है। जिसके चारों ओर हरियाली, सुखद जलवायु और विभिन्न प्रकार के आकर्षण हैं। जो यहाँ आए किसी भी पर्यटक को भागम-भाग वाली जीवन से राहत देती है। यदि आप ऊटी के लिए 3-दिनों की ट्रिप प्लान कर रहे हैं, तो यह आर्टिकल आपकी प्लानिंग में मददगार साबित हो सकती है। (3 days trip to Ooty in Tamilnadu, Detailed itinerary)
ऊटी में 3 दिवसीय ट्रिप पर सर्वोत्तम दर्शनीय स्थानों की सूची विस्तार से
आप सुबह-सुबह जैसे ही ऊटी पहुँचते हैं, ठंडी हवा आपका स्वागत करेगी। बस यही से ऊटी की यादगार यात्रा शुरू हो जाएगी। स्टेशन से निकल कर होटल के अपने कमरे में जाने के बाद आसपास की पहाड़ियों के मनोरम दृश्यों का लुत्फ उठाते हुए नाश्ता कर लें। इसके बाद बाहर घूमने की बारी आने वाली होती है। दोपहर के समय ऊटी बोटैनिकल गार्डन में जा कर प्राकृतिक सुंदरता को निहार सकते हैं। यहाँ विभिन्न प्रकार के फूलों और पौधों के बारे में जानने को मिलेगी। यहाँ से डोड्डाबेट्टा चोटी के सुंदर दृश्यों को तस्वीर में कैद जरूर करें।
अब आप किसी भी स्थानीय भोजनालय में लंच कर के आगे की तैयारी कर लें। शाम के समय सूरज अस्त होने को होता है तो आप चेरिंग क्रॉस रोड के जीवंत वातावरण में निकल सकते हैं। जो यहाँ का एक हलचल भरा बाजार है। यहाँ स्थानी स्मृति चिन्हों को खरीद सकते हैं।
पहले दिन शाम में चेरिंग क्रॉस रोड पर घूमते हुए आप थकान महसूस किए होंगे और होटल लौट आए होंगे। रात भर आराम करने के बाद दूसरे दिन सुबह में उठ कर फ्रेश हो जाएँ, नाश्ता कर लें और रोज़ गार्डन देखने चले जाएँ। जहाँ गुलाब की हजारों प्रजातियाँ मौजूद है। इस खूबसूरत बगीचे में घूमते हुए गुलाब की इन प्रजातियों की सुंदरता को अपने कैमरे में कैद करना न भूलें। दोपहर का समय ऊटी के सांस्कृतिक समृद्धता देखने के लिए तय कर सकते हैं। ऊटी के विरासतों में से एक महत्वपूर्ण हिस्सा, चाय प्रसंस्करण को करीब से समझने चाय फैक्ट्री का दौरा कर लें। शाम के समय ऊटी की खूबसूरत ऊटी झील के किनारे जरूर टहलें। जहाँ आप झील की शांत पानी में बोटिंग भी कर सकते हैं।
तीसरे दिन मैं यह सुझाव दूंगा कि चाय और शॉपिंग के लिए निकलें। आप तीसरे दिन की शुरुआत चाय बागान और कारखाने देखने से कर सकते हैं। यहाँ चाय बनाने की प्रक्रिया को करीब से जान सकते हैं। शॉपिंग के लिए स्थानीय मार्केट से घर ले जाने के लिए स्मृति चिन्ह आदि की ख़रीदारी कर सकते हैं। दोपहर के समय डॉल्फ़िन नोज़ और लैंब रॉक की ओर रुख कर सकते हैं। जहाँ के दृश्य बहुत ही लुभावने हैं। अब शाम में अपर बाजार या कमर्शियल स्ट्रीट पर स्मृति चिन्हों की खरीदारी करके ऊटी ट्रिप को यादगार बनाते हुए खत्म कर सकते हैं। जहाँ आप स्थानीय शिल्प और स्मृति चिन्ह भी खरीदते हैं। स्थानीय स्ट्रीट फूड का स्वाद लें और इस हिल स्टेशन की यादों को संजो कर ऊटी के आकर्षण के आखिरी क्षणों का आनंद लें।
ऊटी जाने का उपयुक्त समय कब होता है?
मैं झूठ नहीं बोलूँगा ऊटी घूमने के लिए सही समय का चुनाव करने की जरूरत ही नहीं है। यहाँ साल के 12 महीने पर्यटक आते हैं। फिर भी थोड़ा विस्तार से देखें तो मार्च से मई तक यहाँ वसंत ऋतु रहती है। इस दौरान हल्के तापमान, खिले हुए फूलों और साफ नीले आसमान को देखा जा सकता है। यह समय दर्शनीय स्थलों की यात्रा के लिए बिल्कुल उपयुक्त होता है। जून से सितंबर चार महीने तक यहाँ मानसून रहता है। जो प्रकृति प्रेमियों के लिए आदर्श माना जाता है। इस दौरान ऊटी के हरे-भरे परिदृश्यों के जादू का अनुभव किया जा सकता है। अक्टूबर और नवंबर का महिना यहाँ शरद ऋतु का समय होता है। इस दौरान मौसम सुहावना बना रहता है। अब बात करें दिसंबर से ले कर फरवरी तक की, तो इन महीनों में ऊटी की सर्दी महसूस किया जा सकता है। इस दौरान चाय बागानों की यात्रा और होटल रूम के चिमनी के पास आराम करते हुए चाय/कॉफी की चुस्की लेना आपके ट्रिप को यादगार एल्बम में बदल देगी।
कैसे पहुँचें ऊटी?
हवाई जहाज: ऊटी से निकटतम हवाई अड्डा कोयंबटूर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा है। जो यहाँ से लगभग 88 किमी दूर है। कोयंबटूर हवाई अड्डे के बाहर से टैक्सी और कैब किराए पर ले सकते हैं। सस्ते में पहुँचने के लिए ऊटी के लिए बस भी मिलती है।
ट्रेन: उदगमंडलम रेलवे स्टेशन, ऊटी रेलवे स्टेशन के नाम से भी प्रसिद्ध है। यह स्टेशन चेन्नई और कोयंबटूर से अच्छी तरह से जुड़ा है।
सड़क: ऊटी दक्षिणी भारत के कई शहरों के साथ सड़क मार्ग से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। कोयंबटूर, बेंगलुरु और मैसूर जैसे शहरों से कैब भारा कर सकते हैं। सड़क द्वारा ऊटी पहुँचने के रास्ते में आप पश्चिमी घाट के मनमोहक दृश्य देखेंगे जो आपको ऊटी पहुँचने से पहले ही मंत्रमुग्ध कर देंगे।
ऊटी में ठहरने की सुविधा:
दोस्तों ऊटी में हर बजट के अनुरूप आपको होटल और रुकने की सुविधा का विकल्प मिलेंगी। यहाँ लक्जरी, मिड-रेंज और बजट होटल भी आसानी से मिलते हैं। होटल के लिए सिर्फ पीक सीजन में थोड़ी मशक्कत करनी पड़ सकती है।
सुझाव: अगर आप पीक सीजन में ऊटी जा रहे हैं, तो अपने प्रवास के लिए पहले से ही अपने होटल रूम बुक कर लें।
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