Andaman की नैचरल ब्यूटी काआनंद उठाना अब विदेशी पर्यटकों के लिए और भी आसान हो गया। सरकार की तरफ से अंडमान निकोबार की राजधानी पोर्ट ब्लेयर को इमिग्रेशन सेंटर के तौर पर चुना गया है। ऐसे में विदेशी पर्यटकों को किसी और एयरपोर्ट पर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
विदेशी सैलानियों के लिए यह खुशखबरी हो सकती है, अब वे अंडमान निकोबार एक ही बार में फ्लाइट से पहुंच सकेंगे। सरकार ने अंडमान-निकोबार की राजधानी पोर्ट ब्लेयर एयरपोर्ट पर इमिग्रेशन सेंटर खोल दिया है और यहां पर इमिग्रेशन की सुविधा अब उपलब्ध हो गई है। ऐसे में विदेश से अंडमान आने और अंडमान से अपने देश वापस लौटने वाले विदेशी पर्यटकों को किसी और एयरपोर्ट पर जाने की जरूरत नहीं होगी। वे पोर्ट ब्लेयर एयरपोर्ट पर ही अपने ट्रैवल डॉक्यूमेंट्स की जांच करवाकर यहां डायरेक्ट आ सकेंगे और यहीं से डायरेक्ट फ्लाइट लेकर वापस भी जा सकेंगे।
अभी हाल ही में एक अमेरिकन नागरिक जॉन ऐलन चाउ की अंडमान निकोबार के सेंटिनल द्वीप में यहां के आदिवासियों के द्वारा हत्या कर दी गई थी। इस घटना के बाद ही सरकार के द्वारा ये फैसला लिया गया। गृह मंत्रालय के अनुसार पासपोर्ट अधिनियम 1950 के तीसरे नियम के अंतगर्त ये फैसला लिया गया जिसके अनुसार केंद्र सरकार ने पोर्ट ब्लेयर एयरपोर्ट को अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह को इमिग्रेशन चेकपोस्ट के तौर पर नियुक्त किया है। जब तक यहां इमिग्रेशन की सुविधा उपलब्ध नहीं थी इसके लिए विदेशी सैलानियों को भारत के किसी और नजदीकी एयरपोर्ट पर उतरना पड़ता था और फिर इमिग्रेशन के बाद वे पोर्ट ब्लेयर पहुंचते थे।पोर्ट ब्लेयर एयरपोर्ट पर डॉक्यूमेंट्स की जांच के लिए अंडमान निकोबार पुलिस के सुप्रीटेंडेंट को सिविल अथॉरिटी के तौर पर नियुक्त किया गया है। ये नियम 31 दिसंबर 2018 से लागू हो चुका है। अंडमान निकोबार देश के सबसे मशहूर टूरिस्ट डेस्टिनेशन में से एक है। यहां हर साल तकरीबन 4 से 5 लाख टूरिस्ट आते हैं, जिनमें हजारों विदेशी सैलानी भी शामिल हैं।
गृह मंत्रालय की तरफ से जारी एक डेटा के अनुसार 2015 से लेकर अक्टूबर 2018 के बाच तकरीबन 16 लाख पर्यटक अंडमान निकाबार घूमने आएं। यहां की नैचरल ब्यूटी, बीचेज, फ्लॉरा और फॉना और 38 खूबसूरत आइलैंड लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करते हैं।