राजस्थान, एक ऐसा प्रदेश जिसे अधिकतर लोग एक सूखे और रेगिस्तानी राज्य के तौर पर जानते हैं। अगर पर्यटन की बात करें तो ये हमारे देश भारत में पर्यटन के लिहाज़ से टॉप के राज्यों में शामिल है लेकिन आम तौर पर पर्यटकों की दृष्टि में राजस्थान भ्रमण का मतलब है शाही किले, महल, रेगिस्तान, यहाँ की अद्भुत संस्कृति और कुछ हद तक खूबसूरत झीलें। लेकिन राजस्थान में पर्यटन का मतलब सिर्फ ये सब नहीं है बल्कि इन सब के अलावा बहुत सी बेहद खूबसूरत प्राकृतिक जगहें भी यहाँ मौजूद हैं और इसी वजह से राजस्थान टूरिज्म का वो स्लोगन इसके लिए एकदम सटीक बैठता है- "जाने क्या दिख जाये..! "
अब अगर इस बात को आगे बढ़ाएं और बात करें मानसून की तो एक बात का यकीन हम आपको दिला सकते हैं कि अगर आप मानसून में राजस्थान की यात्रा करते हैं तो आपके राजस्थान के एक सूखे रेगिस्तानी प्रदेश होने जैसे सारे विचार एक ही यात्रा में हमेशा के लिए दूर हो जायेंगे।
बारिश के मौसम में राजस्थान कि एक अलग ही खूबसूरती दिखाई देती है। बारिश के बाद यहाँ के चमकते हुए विशाल और अद्भुत किले, लबालब भरे बांध और झीलें, हरियाली की चादर ओढ़ी हुई अरावली कि पर्वतमालाएं और उनको छूकर निकलते हुए मॉनसूनी बादल, इन सब के साथ आप ऐसी यादें बनाएंगे जो कभी भी आपके मन से दूर नहीं होने वाली।
तो अब तक आपका मन अगली मानसून ट्रिप में राजस्थान जाने का तो हो ही गया होगा। तो आपको राजस्थान मानसून ट्रिप प्लान करने में बिलकुल भी दिक्कत ना हो इसलिए इस लेख में हम आपको बताने वाले हैं मानसून में राजस्थान में घूमने के लिए बेस्ट जगहों के बारे में, तो चलिए शुरू करते हैं...
उदयपुर
वैसे तो झीलों कि नगरी के तौर पर जाना जाने वाला उदयपुर शहर पर्यटन कि दुनिया में देश-विदेश में बेहद लोकप्रिय है लेकिन आपको बता दें कि मानसून में उदयपुर कि खूबसूरती पर चार चाँद लग जाते हैं। उदयपुर को "पूर्व का वेनिस" भी कहा जाता है और बारिश के मौसम में यहाँ फैली चारों ओर कि अरावली पहाड़ियों पर हरियाली बेहद घनी हो जाती है और साथ में बड़ी बड़ी झीलें और अनेक पहाड़ियां होने कि वजह से मानसून में यहाँ का मौसम बेहद खुशनुमा रहता है।
कैसे पहुंचे?
उदयपुर पहुँचने के लिए आप चाहे जो मार्ग चुनना चाहें आपको कोई परेशानी नहीं होने वाली है। उदयपुर देश के सभी मुख्य छोटे-बड़े शहरों से रेल, सड़क और यहाँ तक कि हवाई मार्ग से भी अच्छी तरह जुड़ा हुआ है तो आप अपनी सुविधानुसार यहाँ किसी भी तरह आसानी से पहुँच सकते हैं।
मानसून में घूमने लायक जगहें
मानसून पैलेस (सज्जनगढ़)
जयसमंद झील
पिछोला झील
सहेलियों कि बाड़ी
बायोलॉजिकल पार्क
बांसवाड़ा
दक्षिण राजस्थान में स्थित बांसवाड़ा एक ऐसा जिला है जिसे पर्यटन कि दुनिया में अभी तक वो स्थान नहीं मिला जिसका ये हक़दार है। "100 द्वीपों का शहर" नाम से जाना जाने वाला यह प्रदेश आपको सच में अचंभित कर देगा कि इतनी खूबसूरत जगहें राजस्थान तो क्या भारत में मौजूद होकर भी आज तक पर्यटकों से छुपी हुई कैसे हैं। लेकिन आज तक इसके अधिकतर पर्यटकों से छुपे होने कि वजह से आप भीड़ भाड़ से कोसों दूर यहाँ बड़े सुकून से अपने पार्टनर या फैमिली के साथ या फिर सोलो भी अपने जीवन के बेहद सुन्दर पल इकट्ठे कर सकते हैं। यहाँ बहने वाली सुन्दर माही नदी,उसके दोनों ओर बनी सुन्दर गोल आकर कि पहाड़ियां और चारों ओर कि घनी हरियाली आपको बार बार मानसून में यहाँ आने को मजबूर कर देगी।
कैसे पहुंचे?
बांसवाड़ा पहुँचने के लिए आप पहले राजस्थान के उदयपुर या फिर मध्य प्रदेश के रतलाम आसानी से सड़क मार्ग या रेल मार्ग द्वारा पहुँच सकते हैं और फिर वहां से टैक्सी वगैरह करके आसानी से बांसवाड़ा पहुंचा जा सकता है। हवाई मार्ग के लिए आप पहले उदयपुर आ सकते हैं। उदयपुर से बांसवाड़ा करीब 150 किलोमीटर है और रतलाम से बांसवाड़ा सिर्फ 80 किलोमीटर दूर है।
मानसून में घूमने लायक जगहें
जगमेर की पहाड़ियां
चाचा कोटा
अरथूना ग्रुप ऑफ़ टेम्पल्स
माही बांध
डायलाब झील
कागदी पिकअप
मानगढ़ धाम
बूंदी
बूंदी राजस्थान में स्थित एक और हरियाली से भरा जिला है जो अभी तक पर्यटन की दुनिया में इतना फेमस नहीं हुआ है लेकिन आम तौर पर राजस्थान में पर्यटन की दुनिया के छुपे हुए रत्नों में बूंदी का नाम हमेशा आगे बना रहता है और इसी वजह से भारत ही नहीं बल्कि विदेशों के पर्यटक भी यहाँ आना बेहद पसंद करते है। बूंदी में आपको पहाड़ियों और झीलों से घिरा किला तो देखने को मिलेगा ही साथ ही शाही छतरियां और अनेक छिपे हुए अद्भुत झरने बूंदी को मानसून में घूमने के लिए एक परफेक्ट टूरिस्ट प्लेस बनाते है।
कैसे पहुंचे?
बूंदी आने के लिए सबसे अच्छे विकल्प सड़क और रेल मार्ग है। बूंदी सड़क और रेल मार्ग से अच्छी तरह से उत्तर भारत के सभी प्रमुख शहरों से अच्छे से जुड़ा हुआ है। साथ ही अगर अप अहवाई मार्ग से आना चाहते हैं तो आप पहले जयपुर आ सकते हैं जहाँ से बूंदी की दुरी सिर्फ 250 किलोमीटर दूर है जिसे पूरा करने में आपको सिर्फ 4-5 घंटो का समय लगेगा।
मानसून में घूमने लायक जगहें
रामेश्वर महादेव और झरना
तारागढ़ किला
सुख-महल
भीमलत महादेव और झरना
रामगढ़ झरना
कुम्भलगढ़
राजस्थान के गौरव महाराणा प्रताप की जन्मस्थली कुम्भलगढ़ में दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी दीवार भी मौजूद है। साथ ही कुम्भलगढ़ एक बेहद विशाल और खूबसूरत किला है जिस वजह से यह देशी विदेशी पर्यटकों में बेहद लोकप्रिय भी है। लेकिन अगर मानसून की बात करें तो बारिश के मौसम यह स्थान सभी प्रकृति प्रेमियों के लिए स्वर्ग से कम नहीं लगता। चारों ओर अरावली की ऊँची-ऊँची पर्वतमालाओं पर जब हरियाली अपने चरम पर होती है तो बीच में बने इस विशाल किले का नज़ारा और साथ में किले में सबसे ऊंचाई पर स्थित बादल महल से चारों ओर का नज़ारा आप जिंदगी भर नहीं भूल पाएंगे इस बात का विश्वास हम आपको जरूर दिलाना चाहेंगे।
कैसे पहुंचे?
यहाँ पहुँचने के लिए आपको पहले उदयपुर आना होगा जिसके लिए आपको रेल, हवाई और सड़क मार्ग से काफी सारे विकल्प आसानी से मिल जायेंगे। फिर उदयपुर से आप आसानी से टैक्सी वगैरह बुक करके कुम्भलगढ़ पहुँच सकते हैं। उदयपुर से कुम्भलगढ़ की दूरी सिर्फ 85 किलोमीटर है।
मानसून में घूमने लायक जगहें
कुम्भलगढ़ किला
रणकपुर जैन मंदिर
बादल महल
नीलकंठ महादेव मंदिर
कुंभलगढ़ वन्यजीव अभयारण्य
माउंट आबू
राजस्थान का एकमात्र हिल स्टेशन वैसे तो पुरे साल भर राजस्थान और गुजरात के पर्यटकों से भरा रहता है लेकिन मानसून में यहाँ की खूबसूरती वाकई देखने लायक होती है। अरावली पर्वतमालाओं के उच्चतम बिंदु गुरु शिखर से चारों ओर के अद्भुत नज़ारों को तेज़ बहती हवाओं और बादलों के सुन्दर दृश्यों के साथ देखने का अनुभव अपने आप में बेहद शानदार होता है। मानसून में भी यहाँ आपको सर्दी का एहसास तो होगा ही साथ ही नक्की झील पर खुशनुमा मौसम में बोटिंग और अन्य वाटर स्पोर्ट्स करना आपकी सुन्दर यादों में हमेशा के लिए शामिल हो जायेगा।
कैसे पहुंचे?
रेल मार्ग से माउंट आबू आने के लिए आप आबू रोड रेलवे स्टेशन पर पहुँच सकते हैं जो सभी बड़े शहरों से अच्छी तरह जुड़ा है और वहां से माउंट आबू की दुरी महज 25 किलोमीटर रह जाती है। साथ ही सड़क मार्ग से माउंट आबू राजस्थान में जयपुर, उदयपुर जैसे शहरो और गुजरात के अहमदाबाद जैसे शहरों से अच्छे से जुड़ा हुआ है और हवाई मार्ग से आने के लिए भी आप इन तीनों में से किसी भी शहर तक हवाई मार्ग के द्वारा पहुंचकर माउंट आबू के लिए टैक्सी या बस ले सकते हैं। जयपुर से माउंट आबू की दूरी करीब 500 किलोमीटर और अहमदाबाद से ये सिर्फ 225 किलोमीटर दूर है।
मानसून में घूमने लायक जगहें
गुरु शिखर
नक्की झील
टॉड रॉक
अचलगढ़ किला
ट्रेवर्स टैंक
अगर आप ऐसे ही कुछ और बेहतरीन स्थानों और जानकारियों के बारे में जानना चाहते हैं तो आप हमारे यूट्यूब चैनल WE and IHANA पर या फिर हमारे इंस्टाग्राम अकाउंट @weandihana पर भी जा सकते हैं।
क्या आपने हाल में कोई की यात्रा की है? अपने अनुभव को शेयर करने के लिए यहाँ क्लिक करें।
बांग्ला और गुजराती में सफ़रनामे पढ़ने और साझा करने के लिए Tripoto বাংলা और Tripoto ગુજરાતી फॉलो करें।