राजस्थान सुनते ही वैसे तो गर्मी और रेगिस्तान की याद आ जाती है। लेकिन ये न केवल वन्यजीवन, जंगलों, पहाड़ों से समृद्ध है, बल्कि ग़ज़ब की कला और संस्कृति से भी लबरेज़ है।इन्हीं सब बातों की वज़ह से ये देश के सबसे ज्यादा पर्यटक प्राप्त करने वाले राज्यों में से एक है। पर्यटन में इसी हिस्सेदारी को और बढ़ाने तथा एक नया आयाम देने के लिए राज्य सरकार नाइट स्काई एस्ट्रो टूरिज्म प्रोजेक्ट लॉन्च कर रही है।
तो आइये जानते हैं कि इसके बारे में....
जयपुर
राजस्थान के कला और संस्कृति विभाग ने देश का पहला नाइट स्काई एस्ट्रो टूरिज्म प्रोजेक्ट शुरू किया है। ये प्रोजेक्ट स्टारगेज़िंग के शौकीनों और इसके प्रति रुझान रखने वाले लोगों के लिए बहुत ही अच्छा अवसर साबित हो सकता है।
नाइट स्काई एस्ट्रो टूरिज्म
इस प्रोजेक्ट से राज्य के सभी 33 जिलों में स्टारगेज़िंग के जरिए राजस्थान में पर्यटन को अगले स्तर तक ले जाने का प्रयास किया जा रहा है। स्टारगेज़िंग/ स्काईगेज़िंग के जरिए ज्यादा लोगों का रुझान खींचकर इसे प्रोत्साहित करना और इस तरह से पर्यटन को बढ़ावा देना ही इसका मकसद है। कोविड-19 महामारी काल के दौरान मंद पड़ चुके पर्यटन कारोबार को फिर से खड़ा करने के लिए नाइट स्काई स्टारगेज़िंग को पायलट स्तर पर लांच किया गया जिसमें नतीजे सकारात्मक मिलने के बाद अब इसे सभी 33 जिलों में लागू किया जाएगा।
इस प्रोजेक्ट में सभी 33 जिलों में सबसे उपयुक्त स्थान पर हाई रिजोल्यूशन टेलीस्कोप लगाकर रात्रि आकाश खगोल विज्ञान पर्यटन कराया जाएगा। यानी कोई भी पर्यटक, छात्र और शिक्षाविद राजस्थान के किसी भी जिले में इस प्रोजेक्ट के केंद्र पर पहुंचकर आकाश मे चंद्रमा, तारों और ग्रहों को देख सकेंगे। ये प्रोजेक्ट लगाने वाला ये देश का पहला राज्य होगा।
आपको बताते चलें कि जयपुर के चार स्थानों पर ये सुविधा पहले से मौजूद है, ये हैं वो चार स्थान...
1. जंतर-मंतर, जयपुर
जयपुर की मुख्य पहचान में से एक जंतर-मंतर एक वेधशाला है जिसे जयपुर के पूर्ववर्ती शासकों द्वारा बनवाया गया था।
2. आमेर किला
आमेर किला, जयपुर
जयपुर का सबसे बड़ा किला और महल है जहां पर्यटकों की आवाजाही बहुत अधिक होती है। खूबसूरती और शान ओ शौकत का बढ़िया उदाहरण है।
3. महाराजा विश्विद्यालय, जयपुर
महाराजा विश्विद्यालय, जयपुर
जयपुर की जानी-मानी यूनिवर्सिटी है, यहां भी नाइट स्काई एस्ट्रो टूरिज्म केंद्र बनाया गया है।
4. जवाहर कला केंद्र, जयपुर
जयपुर में कला के लिए प्रसिद्ध केंद्र है जहां नाइट स्काई एस्ट्रो टूरिज्म को चलाया जा रहा है।
घना, भरतपुर इसी तर्ज़ पर भरतपुर के घना में 10 लाख की लागत से एस्ट्रो टूरिज्म सेंटर बनेगा।
इसी तर्ज़ पर उत्तराखण्ड के नैनीताल में भी नाइट स्काई एस्ट्रो टूरिज्म प्रोजेक्ट को तैयार किया जा रहा है। लद्दाख में स्थित भारतीय खगोलीय वेधशाला और लद्दाख टूरिज्म भी इसी तर्ज़ पर एस्ट्रोस्टे तैयार कर रहें हैं।
कैसा लगा आपको यह आर्टिकल, हमें कमेंट बॉक्स में बताएँ।
बांग्ला और गुजराती में सफ़रनामे पढ़ने और साझा करने के लिए Tripoto বাংলা और Tripoto ગુજરાતી फॉलो करें