ये है गुलाबी शहर में रंगीन शामें बिताने का पर्फेक्ट ट्रैवल प्लान

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Photo of ये है गुलाबी शहर में रंगीन शामें बिताने का पर्फेक्ट ट्रैवल प्लान by Rishabh Dev

राजस्थान, नाम सुनते ही गर्व महसूस होता है। योद्धाओं की भूमि और आज भी अपनी परंपरा को बरकरार रखने वाला प्रदेश। जयपुर, राजस्थान की राजधानी जो अपनी राजशाही विरासत और भव्यता के लिए फेमस है। आधुनिकता और प्राचीनता का अनूठा संगम इस शहर में देखने को मिल जाएगा। यही वजह है कि कुछ सालों में इस शहर की ओर टूरिस्ट खींचे चले आ रहे हैं। राज्य सरकार ने पर्यटकों के लिए कुछ बेहतरीन प्रयास भी किए हैं। शहर घूमते-घूमते आपको यहाँ की खूबसूरती और भव्यता का अंदाज़ा हो जाएगा। आपको यहाँ ज्वैलरी, हैंडीक्राफ्टस भी मिल जाएँगे, साथ में कचौड़ी और घेवर का लज़ीज़ मिश्रण आपको खाने का शौकीन बना देगा। शहर में इतनी प्राचीन और ऐतहासिक इमारतें और स्मारक हैं जो आपको इतिहास का सफर जरूर करा देंगा। इन सबमें आमेर किला के देखकर आपका दिल खुश हो जाएगा।

हमने आपके लिए जयपुर की ऐसी यात्रा करने की प्लानिंग की है।कोरोना का ख़तरा जैसे ही टलता है वैसे आप यहाँ के फेमस मार्केट भी देख सकेंगे, यहाँ के फेमस भोजनालय का स्वाद भी चख पाएँगे और शहर के भव्यता के प्रतीक स्मारकों को भी देख पाएँगे।

जयपुर कैसे पहुँचे, कैसे घूमें?

जयपुर सभी प्रमुख और बड़े शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है, यहाँ आना में परेशानी नहीं है। जयपुर आप फ्लाइट, ट्रेन, बस या खुद ड्राइव करके आ सकते हैं। जयपुर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा जयपुर शहर से लगभग 7-10 कि.मी. दूरी पर है। जयपुर, राजस्थान पर्यटन की ओर से चलने वालीं बसों से आसानी से पहुँचा जा सकता है। ट्रेन से भी आप जयपुर पहुँच सकते हैं। सिटी में आप टैक्सी भी किराए पर बुक कर सकते हैं जो दिन के हिसाब से किराए लेती है और पूरा शहर आराम से घुमाती है।

जयपुर यात्रा के पहले दिन की शुरुआत लाजवाब प्याज कचौरी और लस्सी के ब्रेकफास्ट से करें। उसके बाद तैयार सिटी की फेमस जगहों की क्रमवार लिस्ट बना लें। जयपुर किलों और महलों से भरा हुआ है, जिन्हें देखकर आप उस भव्यता के इजिहास के गवाह भी बनेंगे और उनकी शौर्यता को समझ भी पाएँगे। हवा महल, जयपुर सिटी पैलेस, जंतर मंतर और जल महल शहर के कुछ बेहतरीन जगहें हैं, जिन्हें पहले दिन देखा जा सकता है।

श्रेयः विकीमीडिया काॅमन

Photo of हवा महल, Hawa Mahal Road, Badi Choupad, J.D.A. Market, Pink City, Jaipur, Rajasthan, India by Rishabh Dev

लाल और गुलाबी बलुआ पत्थर से बना हवा महल राजपूताना कला का एक अनूठा उदाहरण है। हवा महल शहर के बीचों-बीच सिटी पैलेस से सटकर बना हुआ है। हवा महल को 1799 में महाराजा सवाई प्रताप सिंह ने बनवाया था जो महाराज राधाकृष्ण के अगाध भक्त थे। उन्होंने हवा महल को राधाकृष्ण को ध्यान में रखकर ही बनवाया था। इसका आकार बाहर से ऐसा है जैसे भगवान कृष्ण का मुकुट हो। महाराजा सवाई प्रताप सिंह ने ये महल पाँच मंजिला बनवाया। हर एक तल का नाम भी है। रतन मंदिर, विचित्र मंदिर, प्रकाश मंदिर और हवा मंदिर। पाँचवी मंजिल ‘हवा महल’ के नाम पर ही इस महल का नाम रखा गया है।

इस महल में महाराज की रानियाँ समय बिताती थीं। इस महल में छोटी-छोटी कुल 953 खिड़कियाँ हैं। जहाँ से रानियाँ शहर को देखा करती थीं। बाहर से देखने पर ये महल मधुमक्खी के छत्ते के समान दिखता है। छोटी-छोटी खिड़कियाँ पूरे महल में हवा का प्रवाह बनाए रखती हैं खासतौर पर सबसे उपर वाले तल को तो ठंडा रखती हैं। हवा महल जयपुर की फेमस जगहों में से एक है और इसको देखना महंगा भी नहीं है।

एंट्री फीसः ₹50 प्रति व्यक्ति

समयः सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक।

सुझावः हवा महल के मुख्य गेट को बंद कर दिया गया है। अब अंदर बगल की छोटी गली से पहँचा जा सकता है। गली का रास्ता ना मिलने पर वहीं किसी भी स्थानीय व्यक्ति से पूछेंगे तो वो आपको अंदर जाने में मदद कर देंगे।

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Photo of सिटी पैलेस, Tulsi Marg, Gangori Bazaar, J.D.A. Market, Pink City, Jaipur, Rajasthan, India by Rishabh Dev

सिटी पैलेस में कभी जयपुर का राजघराना हुआ करता था, यहीं से राजा अपना शासन चलाते थे। सिटी पैलेस एक विशाल परिसर में फैला हुआ है जिसमें कई इमारतें, आंगन और बगीचे हैं। यहाँ भारतीय, मुगल, राजपूत और यूरोपीय शैलियों की वास्तुकला एक जगह पर देखने को मिल जाएगी। आपको महल की हर एक जगह में भंव्यता नज़र आएगी। हवा महल की तरह सिटी पैलेस भी लाल और गुलाबी बलुआ पत्थर से बनाया गया है। सिटी पैलेस में टैक्सटाइल म्यूज़ियम, आर्चरी म्यूजियम और राजदरबार देखने लायक है।

एंट्री फीसः आंगनों, संग्रहालयों और रानी के कक्षों में जाने के लिए अलग-अलग शुल्क हैं जो क्रमशः ₹100, ₹130 और ₹1,000 प्रति व्यक्ति है।

टाइम: सुबह 9.30 से शाम 5 बजे तक।

सुझावः मुबारक महल को देखना ना भूलें जो एक संग्रहालय है। यहाँ शाही वस्त्रों को देखा जा सकता है लेकिन यहाँ फोटो खींचना मना है।

Photo of जंतर मंतर - जयपुर, Gangori Bazaar, J.D.A. Market, Pink City, Jaipur, Rajasthan, India by Rishabh Dev

जयपुर का जंतर मंतर वास्तु खगोलीय के 19 उपकरणों का संग्रह है, जिसे 1734 में राजा सवाई जय सिंह द्वितीय ने बनवाया था। इसकी खास बात ये है कि यहाँ दुनिया के सबसे बड़े पत्थर हैं और इसे यूनेस्को की विश्व धरोहर में घोषित किया गया है। ये स्मारक कला और विज्ञान का अद्भुत नमूना है। यहाँ के उपकरण नग्न आंखों से खगोलीय स्थिति को पता कर पाते हैं। अगर आप जयपुर आएं तो विज्ञान और कला के इस अनुभव को लेना न भूलें।

एंट्री फीसः 50 रुपए प्रति व्यक्ति

टाइम: सुबह 9 बजे से शाम 4.30 बजे तक

सुझावः इस जगह को देखने के लिए दोपहर में ना जाएँ। इसे देखने का सबसे बेस्ट टाइम शाम होने से कुछ देर पहले का है। इस जगह को पूरा देखने के लिए 35-40 मिनट लगते हैं।

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Photo of बापू बाज़ार, जयपुर, Rajasthan, India by Rishabh Dev

जयपुर आओ और यहाँ के मार्केट में शापिंग ना करो तो कुछ अधूरा-सा लगता है। शाम का समय बापू बाजार में शाॅपिंग के लिए फिक्स कर लेना चाहिए। आपको यहाँ सही दाम में हैंडीक्राफ्टस, कपड़े और बेहतरीन ज्वैलरी भी मिल जाएँगी। लेकिन इतना ध्यान रखें कि कुछ भी लेने से पहले मोलभाव ज़रूर कर लें। क्योंकि जयपुर एक फेमस टूरिस्ट प्लेस बन गया है इसलिए दुकानदार हर चीज़ के दाम ज्यादा ही बताएँगे।

एंट्री फीसः फ्री।

टाइमः सुबह 11 बजे से रात 9 बजे तक।

सुझावः ऊँट के लैदर के हैंडबैग और जूतियाँ वहाँ से ना लें। बाहर गलियों में सस्ते दामों में यही सामान मिल जाता है।

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Photo of जल महल, Amer Road, Jal Mahal, Amer, Jaipur, Rajasthan, India by Rishabh Dev

जयपुर का एकमात्र स्मारक जिसे सूरज डूबने के बाद ही देखने का मजा है, जल महल। यहाँ रात का डिनर करें और अपने खास साथी के साथ पानी के बीच स्थित इस जल मिहल को निहारें। सवाई जय सिंह द्वितीय ने मान सागर झील में इस महल को बनवाया था, जो आज राजपूताना शान का एक प्रतीक बन गया है। जल महल पाँच मंजिला इमारत है जिसमें पानी के नीचे चार तल हैं और पानी के उपर एक। रात में ये महल खूबसूरती से जगमगाता है जो इस झील को जगमग कर देता है।

एंट्री फीसः फ्री।

टाइमः दोपहर के 12 बजे से रात 10.30 बजे तक।

सुझावः जल महल के बाहर स्टीट फूड की एक अलग दुनिया है, जिनका स्वाद लेकर आप खुश हो जाएंगे।

Day 2

जयपुर में दूसरे दिन की शुरूआत कुछ अलग ब्रेकफास्ट के साथ करें। जिसके लिए आपको एमआई रोड पर जयपुर के सबसे पुराने लस्सी वाले की दुकान पर जाना होगा। यहाँ आप पूरी और लस्सी के साथ दिन की शुरूआत करें। इसके बाद ही फेमस आमेर फोर्ट और नाहरगढ़ किले की ओर बढ़े।

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Photo of आमेर फोर्ट किला, Devisinghpura, आमेर, Rajasthan, India by Rishabh Dev

अगर आप जयपुर की टूरिस्ट वेबसाइट पर जाएँगे तो पाएँगे कि आमेर फोर्ट जयपुर में देखे जाने वाली जगहों में सबसे उपर है। ये तब है जब ये फोर्ट शहर से 11 कि.मी. दूर है। इस किले को 16वीं शताब्दी में अकबर के एक विश्वसनीय जनरल ने बनवाया था। इस किले को लाल बलुआ पत्थर और संगमरमर से तराशा गया है, जिसकी खूबसूरती में चार चांद लगा देते हैं। आमेर किला राजपूताना, हिंदू और मुगल शैली का अनूठा मिश्रण है। आमेर किले को देखने के लिए सुबह ही पहुँच जाए, जिससे आप यहाँ की भीड़ और गर्मी से बच जाएँगे।

एंट्री फीसः ₹50 प्रति व्यक्ति। अगर आप लाइट एंड साउंड शो भी देखना चाहते हैं तो उसके लिए प्रति व्यक्ति ₹200 देने होंगे।

टाइमः सुबह 8 से शाम 5.30 तक और लाइट शो शाम 6.30 से 9.15 बजे तक।

सुझावः आमेर फोर्ट को सुबह देखने जाएँ या देर रात में। इस समय आपको शानदार नज़ारे भी देखने को मिलेंगे और चिलचिलाती गर्मी से भी बच सकेंगे।

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Photo of नाहरगढ़ फोर्ट, Krishna Nagar, Brahampuri, Jaipur, Rajasthan, India by Rishabh Dev

नाहरगढ़ किला, आमेर शहर के दूसरे छोर पर एक पहाड़ी की चोटी पर स्थित है। जयगढ़ किले के साथ इन दो किलों का निर्माण किया गया, जिससे जयपुर शहर को बाहरी हमलावरों से बचाया जा सके। नाहरगढ़ फोर्ट से झील का सुंदर नजर दिखता है, इसके अलावा यहाँ से दूर-दूर तक शहर ही शहर दिखता है, जो जयपुर का सबसे शानदार दृश्य है। किले के प्रवेश गेट पर ही एक वैक्स म्यूजियम और शीश महल स्थित है। दोनों ही देखे जाने लायक हैं, अगर आप नाहरगढ़ फोर्ट जाएँ तो यहाँ जाना मिस ना करें।

एंट्री फीसः ₹50 प्रति व्यक्ति

टाइमः सुबह 10 बजे से शाम 5.30 बजे तक।

सुझावः सर्दियों के महीनों में जयपुर जाएँ और नाहरगढ़ में पूरा दिन पिकनिक पर बिताएँ।

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Photo of ये है गुलाबी शहर में रंगीन शामें बिताने का पर्फेक्ट ट्रैवल प्लान by Rishabh Dev

अल्बर्ट हॉल म्यूजियम राज्य का सबसे पुराना म्यूज़ियम है जो राजस्थान के राज्य संग्रहालय के रूप में काम करता है। ये इंडो-सरैसेनिक वास्तुकला का एक अच्छा उदाहरण है। इस म्यूजियम में कई देशों की वास्तुकला, संस्कृति को दिखाया गया है। इस म्यूजियम में कालीन, हाथी दांत, पत्थर, धातु की मूर्तियों और ममी भी है। कई प्रकार की कलाकृति को एक जगह पर देखकर आप हैरान हो जाएँगे। उस समय आप पक्का अपने इतिहास पर, अपनी संस्कृति के लिए गर्व महसूस करेंगे।

एंट्री फीसः 40 रुपए प्रति व्यक्ति

टाइमः सुबह 9 से शाम 5 बजे शाम 7 से 10 बजे तक।

सुझावः रात के समय म्यूजियम को देखने जाएँ। उस समय म्यूजियम में भीड़ भी कम रहती है और लाइट की वजह से फोटो और आसपास जगगम दिखाई देता है।

Day 3

तीसरा दिन जयपुर शहर से बाहर के लिए रिजर्व कर लें। इसमें सबसे पहले जाएँ भानगढ़ किला, जो पूरे देश में सबसे डरावने किलों में से एक माना जाता है। वहाँ से लौटकर अपनी शाम को जयपुर के फेमस जोहरी बाजार में शाॅपिंग के नाम कर सकते हैं।

श्रेयः फ्लिकर

Photo of भानगढ़ फोर्ट, Bhangarh, Rajasthan, India by Rishabh Dev

भानगढ़ किला जयपुर से लगभग 85 कि.मी. की दूरी पर स्थित है। भानगढ़ एक गाँव है जो यहाँ के किले के लिए फेमस है। 17वीं शताब्दी का ये किला देश की सबसे डरावनी जगहों में से एक है। इस किले के बारे में कई कहानियाँ घूम रही हैं, कहा जाता है इस किले में भूत हैं। इसी वजह से भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा लगाए गए एक नोटिस के अनुसार, रात में इस किले के अंदर किसी को भी जाने की अनुमति नहीं है।

एंट्री फीसः ₹25 प्रति व्यक्ति

टाइमः सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक।

सुझावः नाश्ते के बाद सुबह जल्दी भानगढ़ के लिए निकल जाएँ ताकि आप वापस समय पर आ सकें, जिससे आप अपनी ट्रेन/फ्लाइट पकड़ने से पहले एक सुकून भरी शाम बिता सकें।

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Photo of जोहरी बाज़ार, Gangori Bazar, Pink City, Jaipur, Rajasthan, India by Rishabh Dev

जैसा कि नाम से पता चल रहा है कि जौहरी बाजार एक ऐसा बाजार है। जिसमें कई प्रकार कारीगर काम करते हैं, खासकर ज्वैलरी बेचने वाले। मेन रोड पर ही आपको शानदार ज्वैलरी मिल जाएगी। अगर आप यहाँ की पारंपरिक कुंदन और पोल्की ज्वैलरी खरीदना चाहते हैं तो जौहरी बाजार आपके लिए सबसे बढ़िया जगह है। यहाँ पारंपरिक टाई और और टैक्सटाइल कपड़े भी मिल जाएँगे।

एंट्री फीसः फ्री

टाइमः सुबह 10 बजे से रात 11 बजे तक।

सुझावः जौहरी बाज़ार में मोलभाव करना बहुत ज़रूरी है। हालांकि हर ज्वैलरी पर कुछ दाम लिखे होंगे लेकिन ये सही दाम से बहुत अधिक होते हैं। इसलिए जब खरीदारी करें तो मोलभाव करने से ना चूकें।

ठहरने के लिए सबसे अच्छी जगहें

लक्जरीः द ओबेरॉय राजविलास, ताज रामबाग पैलेस, आईटीसी राजपुताना

मिड-रेंजः ट्राइडेंट जयपुर, रॉयल हेरिटेज हवेली, उम्मेद भवन

बजट मेंः पर्ल पैलेस हेरिटेज, नाहरगढ़ हवेली होटल, कृष्णा पैलेस

हॉस्टलः जोस्टेल जयपुर, मुस्टेचे जयपुर, जोय्स हॉस्टल

होमस्टेः भोला भवन बेड एंड ब्रेकफास्ट, प्रताप भवन होमस्टे,

जयपुर में खाने के लिए बेस्ट जगहें

1. कोटा कचौरीः प्याज कचैड़ी के लिए

2. लक्ष्मी मिष्ठान भंडारः शुद्ध राजस्थानी खाने के लिए

3. हांडी भोजनालयः लाला मास और राजस्थानी थाली के लिए (वेज और नाॅन-वेज दोनों)

4. मोर रूफटॉप रेस्तरांः रोमांटिक डिनर और डेट्स के लिए

5. मूल लस्सीवाला (किशन लाल गोविंद नरियन अग्रवाल, 1944 से): सबसे अच्छी मीठी लस्सी के लिए।

6. कान्हा स्वीट्सः पूरे जयपुर में सबसे अच्छे मिठाई के लिए

अगरआप बेहतरीन स्मारकों को देखना चाहते हैं और महलों की भव्यता में खोना चाहते हैं तो जयपुर आपके लिए एक जादुई सफर की तरह लगेगा। इस शहर की गलियाँ हमेशा एनर्जी से भरी रहती हैं। जयपुर अपने खाने के लिए भी बहुत फेमस है और यहाँ के लोग भी बहुत अच्छे हैं बिल्कुल यहाँ के महलों की तरह। जो खुले दिल से आपका स्वागत करने के लिए तैयार बैठे हैं।

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