राजस्थान की खूबसूरती देखने के लिए मॉनसून है बेस्ट मौसम

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Photo of राजस्थान की खूबसूरती देखने के लिए मॉनसून है बेस्ट मौसम by Aastha Raj

जुलाई का तीसरा सप्ताह चल रहा था और मैं हिमालय घूम चुकी थी। अब मैं उत्तराखंड की फूलों की घाटी घूमने की योजना बना रही थी पर मैंने एक सप्ताह पहले ही खबरों में देखा था कि वहाँ बादल फटने की वजह से रास्ते बंद हो गए हैं। एक ऐसा व्यक्ति जिसे सिर्फ यात्रा करने का ही शौक था उसे दूसरी योजना की ज़रूरत थी इसलिए मैंने थोड़ा जुगाड़ करके राजस्थान घूमने की योजना बनाई।

राजस्थान जाते वक़्त मैंने उम्मीद की थी कि मुझे काँगड़ा की तेज़ बारिश से राहत मिलेगी पर वहाँ पहुँच कर नज़ारा बिलकुल इसके विपरीत था। मैंने जैसलमेर में बिजली गिरते देखी, जोधपुर बारिश के पानी में डूबा हुआ था और आरावली के पहाड़ हरी घास से चमक रहे थे।

एक ऐसा राज्य जिसे आम तौर पर सूखा घोषित कर दिया जाता है वहाँ बरसात में ऐसे नज़ारे देखना काफी रोमांचक था। मैंने अपनी ट्रिप की शुरुवात जोधपुर से की और मेहरानगढ़ किले की ऊपर उमड़े बादलों ने मेरा स्वागत किया। वो एक ऐसा नज़ारा था जिसे मैं हमेशा के लिए कैद कर लेना चाहती थी। बरसात में नीले शहर में घूमने का अनुभव अलग होता है। जोधपुर का नीलापन और निखर कर सामने आता है।

बरसात में बस का सफ़र सबसे रोमांचक होता है, हरे भरे नजारों के साथ साथ आप हल्की बारिश की बूंदों को भी अपने चेहरे पर महसूस कर पाते हैं। जैसे-जैसे हम कोटा की तरफ बढ़ रहे थे बारिश की बूंदें बढती जा रही थी। जब आपको पता हो कि आप अरावली में हैं तो आप माउंट अबू की उस खूबसूरत तस्वीर को चाह कर भी दिमाग से नहीं निकल सकते जब वो बादलों से घिरा हो और बारिश उसे और खूबसूरत बना रही हो। मैं इस नज़ारे को देखने के लिए बहुत उत्सुक थी। उस रात मुझे कोटा से निकलना था पर माउंट अबू जाने वाली 3 बसें रद्द कर दी गयी थी। मुझे फिर अपनी योजना बदलनी पड़ी और बूंदी की ओर आगे बढ़ना पड़ा।

बूंदी पहुँच कर मैं सोच में पड़ गयी। ऐसा लग रहा था जैसे किसी ने मुझे दोबारा हिमाचल पहुँचा दिया हो। ये शहर तो जोधपुर से भी ज्यादा नीला था। मैं 3 दिन बूंदी में रुकी और इधर उधर घूम कर बादलों की लुका छिपी देखती रही। एक यात्री के लिए बूंदी बहुत बेहतरीन जगह थी, उसकी खूबसूरती और सादगी किसी का भी मन मोह लेती।

बूंदी

मैंने बूंदी में बारिश की उम्मीद नहीं की थी पर मुझे वहाँ भी बरसात देखने का मौका मिला। रामगढ़ वहाँ से 50 कि.मी. की दूरी पर है पर मेरे गेस्ट हाउस के मालिक ने वहाँ तक पहुँचने में मेरी मदद की। उनके एक दोस्त मुझे रामगढ़ झरने तक ले गए और वो नज़ारा ऐसा था जिसकी आप कल्पना भी नहीं कर सकते। जैसे-जैसे बारिश हो रही थी पहाड़ों पर पानी का स्तर बढ़ रहा था और उसके साथ बढ़ रहा था झरने का जल प्रवाह। यह झरना एडवेंचर स्पोर्ट के लिए मशहूर है तो अगर आपको तैरना आता है तो आप सीधे इसमें डुबकी लगा सकते हैं। मैंने कुछ विदेशियों को झरने में छलांग लगाते देखा और फैसला किया कि मैं दूर से ही इस नज़ारे का लुत्फ़ उठाऊँगी। आप यहाँ अपने स्विमिंग कॉस्टयूम पहन कर नहीं तैर सकते क्योंकि ये वहाँ की निवासियों के विचारों से मेल नहीं खाता।

जैसलमेर

बरसात से राहत पाने के लिए मैंने फैसला किया कि मैं राजस्थान के रेगिस्तान वाले शहर जैसलमेर जाउँगी पर यहाँ भी मैं बारिश से दूर नहीं भाग पायी। हाँ, यहाँ की बारिश बाकी शहरों से अलग थी। जैसलमेर भारत का सबसे गर्म शहर माना जाता है, इतना गर्म की रबड़ की चप्पल को भी पिघला दे। जब यहाँ बारिश हुई तो जैसलमेर की सड़कें पानी से भर गयी। ठंडा पानी जब सड़क पर गिरा तो भाप बन कर उड़ गया। मुझे यहाँ नज़ारा देखने में बहुत मज़ा आ रहा था, तभी मुझे एहसास हुआ कि गर्म सड़क ने पानी को इतना गर्म कर दिया है कि मेरे पैर जलना शुरू हो गए हैं। मैंने अपने लिए एक सुरक्षित जगह ढूँढी।

जैसलमेर का किला बहुत विशाल है, इतना की वहाँ से आप जैसलमेर शहर और सैम सैंड ड्युन्स (रेत का टीला) भी देख सकते हैं। मैं किले के सबसे ऊपर गयी और वहाँ से मुझे रेगिस्तान के बीच में बारिश होती दिखाई दे रही थी।

अगली शाम मैंने जयपुर के लिए बस पकड़ी। मुझे उम्मीद नहीं थी कि जैसलमेर से लौटते वक़्त भी मुझे बारिश दिखाई देगी पर मैंने रेगिस्तान के बीच में कई जगह बिजली चमकते देखा।

राजस्थान एक ड्रीम मॉनसून डेस्टिनेशन की तरह है। ऊँचे किले, बारिश में चमकते ऐतिहासिक स्मारक और खूबसूरत अरावली के पहाड़ इसे एक परफेक्ट रोड ट्रिप बनाते हैं। हालांकि मैं कई बार बारिश में भीगी, मुझे बाद में जुकाम भी हो गया पर बरसात में राजस्थान देखना बेहतरीन था।

यात्रा के लिए सुझाव:

अगर आप एक बार में ही राजस्थान की विभिन्न जगह देखने की योजना बना रहे हैं तो 6 घंटा से ज्यादा यात्रा करने का फैसला ना करें। सड़क की स्तिथि अच्छी नहीं है और लम्बी यात्रा से आपकी कमर में दर्द हो सकता है और आपको आगे का रास्ता तय करने में मुश्किल होगी।

राजस्थान घूमने का बेस्ट रास्ता:

जयपुर- जोधपुर - उदैपुर – चित्तोरगढ़ - बूंदी – जोधपुर – जैसलमेर – बीकानेर – जयपुर ( आप अपने समय के अनुसार दीग, शेखावटी, अजमेर और पुष्कर भी घूम सकते हैं )

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