10 दिन में घूम सकते हैं राजस्थान, अगर ऐसे करोगे प्लानिंग !

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अगर आप घूमने का शौक रखते हैं और आपको बारिश का मौसम अच्छा ना लगता हो ऐसा तो हो नहीं सकता। आखिर इस खुशनुमा मौसम में काले, भूरे और सफ़ेद बादलों को आपस में मस्ती करते, भीगी-भीगी से हवाओं के साथ इन बारिश की बूंदो के बीच खुद को महसूस करने में जो वास्तविक खुशी मिलती है उसकी तुलना किसी से नहीं की जा सकती। हालाँकि हाल ही में हमने देखा कि कैसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों वाले पहाड़ी राज्यों में अत्यधिक बारिश से लोगों को काफी परेशानियों का सामना भी करना पड़ा और इसीलिए बहुत से पर्यटक मानसून में पहाड़ी राज्यों में जाने से कतराते भी हैं।

लेकिन वहीं राजस्थान में बारिश का मौसम पर्यटकों के लिए एक अनोखी सौगात लेकर आता है और बहुत से पर्यटकों के लिए तो राजस्थान की इस हरियाली भरी खूबसूरती को देखने की वजह से मानसून का समय राजस्थान घूमने के लिए सबसे बेहतरीन समय के तौर पर भी जाना जाता है। राजस्थान में मौजूद अरावली की पर्वतमालाएं इस बारिश के मौसम में रेगिस्तानी राज्य राजस्थान की एक अलग ही छवि आपके सामने रखती है जिसे देखने आपको जरूर राजस्थान जाना चाहिए।

तो अगर आपने अपनी अगली मानसून ट्रिप राजस्थान में करने की प्लानिंग शुरू कर दी है तो आपको इसके लिए परेशान होने की जरुरत बिलकुल नहीं है। आज के इस आर्टिल्स में हम आपको सिर्फ 10 दिनों में राजस्थान के सभी लोकप्रिय पर्यटन स्थलों को घूमने की एक बेहतरीन गाइड लेकर आये हैं। तो चलिए शुरू करते हैं....

पहला दिन 1/10: जयपुर (आमेर के पर्यटन स्थल)

पहले दिन आप अपने शहर से हवाई, रेल या सड़क मार्ग जैसे भी आ रहे हैं आपको जयपुर पहुंचने में कोई परेशानी नहीं होने वाली और आपके समय की बचत के लिए हम सुझाव देंगे की आप जयपुर में आमेर महल के आस पास ही ठहरें। जयपुर पहुंचकर होटल में चेक इन् के बाद आप आमेर में स्थित प्रमुख पर्यटन स्थलों को पहले दिन में ही पूरा कर सकते हैं। अगर आप ज्यादा जगहें देखना चाहते हैं तो सुबह जितना जल्दी हो सके आमेर भ्रमण पर निकल जाएं। शाम तक आमेर के पर्यटन स्थलों को घूमने के बाद पहले दिन आप वहीँ रुक सकते हैं और अगली सुबह जयपुर शहर में मौजूद पर्यटन स्थलों को देख सकते हैं।

आमेर में घूमने लायक प्रमुख जगहें

जलमहल

आमेर का किला

नाहरगढ़ किला

जयगढ़ किला

पन्ना मीना कुंड

पुराना गोविन्द देवजी मंदिर और कनक बाग़

दूसरा दिन 2/10: जयपुर शहर पर्यटन स्थल

दूसरे दिन सुबह जल्दी ब्रेकफास्ट के साथ ही आप जयपुर शहर में मौजूद अनेकों पर्यटन स्थलों को देख सकते हैं साथ ही इन खूबसूरत जगहों को घूमते हुए ही आप गुलाबी नगरी जयपुर के शाही लुक वाले बाज़ारों में भी अपनी पसंदीदा शॉपिंग कर सकते हैं। अगर आप पहले दिन आमेर की तरफ ठहरें हुए थे तो आमेर से जयपुर शहर करीब 11 किलोमीटर दूर है। अगर आप आमेर से सुबह जल्दी निकलते हैं तो बिना ज्यादा ट्रैफिक के आसानी से 15-20 मिनट में आप जयपुर सिटी पैलेस पहुँच सकते हैं। साथ ही हमारा सुझाव रहेगा की आप दूसरे दिन जयपुर में नहीं बल्कि पुष्कर में रुकें क्योंकि शाम तक जयपुर घूमने के बाद करीब 2- 2:30 घंटे में आप आसानी से पुष्कर पहुँच जायेंगे।

जयपुर शहर के प्रमुख पर्यटन स्थल

जयपुर सिटी पैलेस

हवा महल

जंतर मंतर

बिड़ला मंदिर

गोविन्द देवजी मंदिर

तीसरा दिन 3/10: पुष्कर भ्रमण और पुष्कर से बीकानेर

दूसरे दिन जयपुर से करीब 140 किलोमीटर दूर पुष्कर पहुँचने के बाद आप अगली सुबह पवित्र धार्मिक नगरी पुष्कर में विश्व में एकमात्र ब्रह्मा जी के मंदिर में भगवान् के दर्शनों और पवित्र पांच सरोवरों में से एक पुष्कर सरोवर में स्नान कर सकते हैं। इसके साथ ही आपको इस धार्मिक नगरी में हर गली में एक अलग ही तरह की सकारात्मक ऊर्जा का एहसास होगा। तीसरे दिन आपको पुष्कर से बीकानेर के लिए भी निकलना है जो की करीब 4 से 5 घंटे का सफर रहेगा तो उसी के अनुसार आप पुष्कर में घूम सकते हैं और दोपहर में लंच करके आप आगे के लिए निकल सकते हैं।

पुष्कर के प्रमुख पर्यटन स्थल

श्री ब्रह्मा मंदिर

पुष्कर सरोवर

वराह मंदिर

रंगजी मंदिर

सिंह सभा गुरुद्वारा

चौथा दिन 4/10: बीकानेर के पर्यटन स्थल

तीसरे दिन शाम तक बीकानेर पहुँचने के बाद चौथे दिन की शुरुआत आप बीकानेर शहर से करीब 30 किलोमीटर दूर देशनोक में स्थित प्रसिद्द और पवित्र करणी माता मंदिर में माता के दर्शनों के साथ करें। आपको बता दें की यहाँ मौजूद असंख्य चूहों की वजह से यह मंदिर चूहों के मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। इसके बाद बीकानेर के बेहद खूबसूरत जूनागढ़ किले के साथ अन्य हवेलियां वगैरह देख सकते हैं। बीकानेर में इन पर्यटन स्थलों को देखने के अलावा आपको यहाँ पारम्परिक राजस्थानी संस्कृति की भी एक बेहद सुन्दर झलक दिखाई देगी।

बीकानेर में घूमने में आपको ज्यादा समय नहीं लगेगा क्योंकि बाकि के पर्यटन स्थल पास में ही हैं और इसके बाद आपको करीब 4 घंटे ड्राइव के साथ शाम तक जैसलमेर पहुंचना होगा।

बीकानेर के प्रमुख पर्यटन स्थल

जूनागढ़ किला

करणी माता मंदिर

लालगढ़ महल

रामपुरिया हवेली

पांचवा दिन 5/10: जैसलमेर पर्यटन स्थल

बीकानेर से करीब 300 किलोमीटर के सफर के बाद आप चौथे दिन जैसलमेर पहुंचकर अगली 2 रातों के लिए जैसलमेर में ही रुकने वाले हैं साथ ही पांचवे दिन कई सारी एक्टिविटीज के साथ जैसलमेर के अद्भुत पर्यटन स्थलों की यात्रा आप कभी नहीं भूलने वाले। जैसलमेर में जहाँ आप रुकें वहां पहले से नाईट में डेजर्ट कैंप के लिए बात कर लें जो आपको आसानी से कम्पलीट पैकेज से साथ मिल जायेगा।

जैसलमेर में किले और हवेलियां तो आप देखने वाले हैं ही लेकिन साथ में शाम के समय गड़ीसर झील से सूर्यास्त का नज़ारा वास्तव में अद्भुत होता है जिसे आप बिलकुल भी मिस ना करें। पांचवें दिन आपका नाईट स्टे आप सैम सैंड डून्स में स्थित अनेकों कैम्प्स में से किसी डेजर्ट कैंप में जरूर करें जो अपने आप में एक बेहद शानदार अनुभव रहने वाला है।

जैसलमेर के प्रमुख पर्यटन स्थल

जैसलमेर का किला

गड़ीसर लेक

बड़ा बाग़

तनोट माता मंदिर और भारत-पाकिस्तान बॉर्डर

पटवों की हवेली

सैम सैंड डून्स

छठा दिन 6/10: जैसलमेर से जोधपुर

जैसलमेर में डेजर्ट कैंप में एक शानदार अनुभव के साथ आप छठे दिन की सुबह रेगिस्तानी टीलों पर जीप सफारी और ऊँट की सफारी के लिए जा सकते हैं साथ ही इन टीलों पर फोटोग्राफी से भी आपका मन नहीं भरने वाला।

फिर इसके बाद कैंप से चेक आउट करके आप आगे करीब 260 किलोमीटर दूर जोधपुर के लिए निकल जाएँ जिसमे आपको करीब 4-4.5 घंटो का समय लगने वाला है।

जोधपुर पहुंचकर होटल में चेक इन करने के बाद आप जोधपुर शहर में मौजूद पर्यटन स्थलों को देखने तो जा ही सकते हैं साथ ही आप अपने उपलब्ध समय के अनुसार जोधपुर शहर से करीब 17 किलोमीटर दूर मंडोर गार्डन भी जा सकते हैं जहाँ आपको एक ही विशाल और खूबसूरत बगीचे में ऐतिहासिक संग्रहालय, मंदिर, सुन्दर फव्वारे, फूड कोर्ट सब कुछ मिल जायेगा।

जोधपुर के प्रमुख पर्यटन स्थल

मेहरानगढ़ किला

उम्मैद भवन म्यूजियम

जसवंत थड़ा

मंडोर गार्डन

सातवां दिन 7/10: जोधपुर से माउंट आबू

सातवें दिन अगर आप जोधपुर की सभी जगहें पिछले दिन ना देख पाएं हो तो ब्रेकफास्ट के बाद वो जगहें देखकर आप सूर्य नगरी जोधपुर को अलविदा कह सकते हैं और जोधपुर से करीब 250 किलोमीटर दूर माउंट आबू के लिए निकल सकते हैं। राजस्थान में इन सभी शहरों तक पहुँचने के लिए रास्ते बेहद अच्छी स्थिति में हैं तो आपको सफर में किसी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। जोधपुर से माउंट आबू पहुँचने में भी आपको करीब 4.5 घंटों का समय लगेगा। माउंट आबू पहुंचकर आप होटल में चेक इन करके शाम का वक़्त नक्की झील में जरूर गुजारें जहाँ आपको बोटिंग के साथ अन्य भी कई पानी की एक्टिविटीज मिल जाएँगी जिनका आप आनंद ले सकते हैं।

इसके साथ ही आप राजस्थान के एकमात्र हिल स्टेशन माउंट आबू में अन्य पर्यटन स्थल को देखते हुए एक यादगार समय गुजार सकते हैं। हम आपको सुझाव देना चाहेंगे की गुरु शिखर की यात्रा आप अगले दिन सुबह जल्दी करें क्योंकि बिना भीड़ के अरावली पर्वतमालाओं के सबसे ऊँचे बिंदु पर समय बिताना वास्तव में शानदार अनुभव होगा।

माउंट आबू के प्रमुख पर्यटन स्थल

नक्की झील

देलवाड़ा जैन मंदिर

गुरु शिखर

ब्रह्माकुमारीज़ पीस पार्क

आठवां दिन 8/10: माउंट आबू से उदयपुर

जैसा की हमने बताया आठवें दिन आप माउंट आबू में संपूर्ण अरावली पर्वतमालाओं के शिखर बिंदु गुरु शिखर पर तेज़ बहती ताज़ी हवाओं के साथ बेहद खुशनुमा पल बिता सकते हैं। गुरु शिखर पहुँचने के लिए आपको करीब 20 से 30 मिनट सीढ़ियां चढ़नी होती है लेकिन यहाँ खाने पीने की कोई दिक्कत आपको नहीं आने वाली क्योंकि नीचे और रास्ते में भी आपको कई छोटे बड़े रेस्टोरेंट्स मिल जाएंगे।

इसके बाद आप माउंट आबू से चेक आउट करते हुए आगे उदयपुर के लिए निकल सकते हैं। माउंट आबू से उदयपुर सिर्फ 160 किलोमीटर दूर है जिसके लिए आपको सिर्फ 3 घंटे लगने वाले हैं।

उदयपुर पहुंचकर होटल में चेक इन करके फ्रेश हो लें और शाम के वक़्त आप झीलों की नगरी उदयपुर में चाहें तो झीलों के आस पास शॉपिंग करते हुए घूम सकते हैं या फिर मानसून के समय में एक बेहतरीन स्थान सज्जनगढ़ जिसे मानसून पैलेस के नाम से भी जाना जाता है वहां भी जा सकते हैं। बारिश के मौसम में मानसून पैलेस से चारों ओर का नज़ारा वास्तव में आपके मन में हमेशा के लिए बस जायेगा।

नौंवा दिन 9/10: उदयपुर के पर्यटन स्थल

आपके राजस्थान भ्रमण के नौंवे दिन पूरा समय आप झीलों की नगरी उदयपुर में अनेक पर्यटन स्थलों को घूमते हुए कब निकाल देंगे ये आपको पता भी नहीं लगेगा। उदयपुर में झीलों में कई पानी की एक्टिविटीज के साथ झील के एक किनारे पर बने सिटी पैलेस के अद्भुत दृश्य को आप जीवन भर नहीं भूल पाएंगे। साथ ही उदयपुर में कई प्राचीन सुन्दर मंदिर ओर हवेलियां भी हैं जो आपकी उदयपुर की यात्रा को यादगार बना देंगी।

दिन में अनेकों जगहें आप उदयपुर में घूम सकते हैं लेकिन कोशिश कीजिये कि शाम का समय आप पिछोला झील के किनारे बिताएं जो कि वास्तव में बेहद सुकून भरा अनुभव रहेगा।

उदयपुर के पर्यटन स्थल

पिछोला झील

सिटी पैलेस

जगदीश मंदिर

एकलिंग जी मंदिर

सज्जनगढ़ (मानसून पैलेस)

लेक गार्डन पैलेस (जग मंदिर)

सहेलियों कि बाड़ी

शिल्पग्राम

बागोर कि हवेली

मोती मगरी

फ़तेह सागर

दसवां दिन 10/10: उदयपुर से प्रस्थान

जैसे कि हमने उदयपुर के सभी प्रमुख पर्यटन स्थल आपको बता ही दिए हैं तो नौवें दिन अगर ये सभी आप पुरे न कर पाएं हों तो उन्हें देखकर आप अपनी इस अद्भुत राजस्थान ट्रिप के अंतिम दिन उदयपुर से अपने शहर की तरफ प्रस्थान कर सकते हैं। इसी के साथ राजस्थान कि 10 दिनों कि ये खूबसूरत यात्रा यहीं समाप्त हो जाएगी।

हमने उपलब्ध जानकारियों और अपने अनुभव के अनुसार ये 10 दिनों कि राजस्थान यात्रा का सबसे बेहतर प्लान बनाने कि कोशिश की है तो अगर आपको ये जानकारियां अच्छी लगीं तो ऐसी ही अनेक जानकारियों के लिए आप हमें फॉलो कर सकते हैं।

साथ ही ऐसी कई शानदार जगहों के वीडियो हम हमारे इंस्टाग्राम अकाउंट और यूट्यूब चैनल पर पोस्ट करते रहते हैं।

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