अमृतसर (Amritsar), जिसका ऐतिहासिक नाम रामदासपुर (Ramdaspur) और जिसे आम बोलचाल में अम्बरसर (Ambarsar) कहा जाता है,भारत के पंजाब राज्य का (लुधियाना के बाद) दूसरा सबसे बड़ा नगर है और अमृतसर ज़िले का मुख्यालय है। यह पंजाब के माझा क्षेत्र में है और एक महत्वपूर्ण सांस्कृतिक, धार्मिक, यातायात और आर्थिक केन्द्र है।
सबसे महत्वपूर्ण सिख तीर्थ स्थल स्वर्ण मंदिर या श्री हरमंदिर साहिब का घर है ।अमृतसर देश में एक लोकप्रिय सांस्कृतिक, आध्यात्मिक और देशभक्ति केंद्र है। अकाल तख्त और अन्य लोकप्रिय गुरुद्वारों और मंदिरों के अलावा , वाघा बॉर्डर और जलियांवाला बाग प्रमुख पर्यटक आकर्षण हैं। शहर में स्थानीय दुकानें रंग-बिरंगे सूट सामग्री, जूतियों और एक्सेसरीज के साथ जीवंत और आकर्षक दिखती हैं। और आप खाने के शौकीन हैं या नहीं, आपको यहां के अमृतसरी कुलचा , छोले , बटर चिकन और लस्सी जरूर ट्राई करनी चाहिए!
यात्रा करने का सबसे अच्छा समय: सर्दी और वसंत/नवंबर से मार्च
पहुँचने के लिए :-
हवाईजहाज से: अमृतसर में श्री गुरु राम दास जी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के लिए उड़ान लें
ट्रेन से: अमृतसर जंक्शन पहुंचें
सड़क मार्ग से: सड़क मार्ग से अमृतसर पहुंचने के लिए, AH1, NH354, NH54 और NH3 लें।
राज्य के सबसे पुराने शहरों में से एक, 'झीलों के शहर' में ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व के कई स्थान हैं। देश का सबसे पुराना जीवित किला मुबारक बठिंडा में है। पर्यटकों के आकर्षण से भरे इस शहर में सभी के लिए कुछ न कुछ है। प्रकृति प्रेमियों को रोज़ गार्डन, जूलॉजिकल गार्डन और बीर तालाब चिड़ियाघर जाना चाहिए, जबकि हिंदू और सिख श्रद्धालु मैसर खाना मंदिर और तख्त श्री दमदमा साहिब में आशीर्वाद ले सकते हैं।
यात्रा करने का सबसे अच्छा समय: सर्दी और वसंत/अक्टूबर से मार्च
पहुँचने के लिए :-
हवाईजहाज से: नई दिल्ली से बठिंडा हवाई अड्डे के लिए एक उड़ान लें। आप अमृतसर एयरपोर्ट (204 किमी दूर) या चंडीगढ़ इंटरनेशनल एयरपोर्ट (223 किमी दूर) के लिए भी उड़ान भर सकते हैं और वहां से कैब ले सकते हैं।
ट्रेन से: बठिंडा जंक्शन पहुंचें
सड़क मार्ग द्वारा: शहर अच्छी तरह से बनाए सड़कों और राष्ट्रीय राजमार्ग 54 के माध्यम से आसपास के कस्बों और शहरों से जुड़ा हुआ है।
•जलियांवाला बाग
जलियांवाला बाग हत्याकांड भारतीय इतिहास में एक कलंकित घटना है। अमृतसर के जलियांवाला बाग में जब एक भीड़ शांतिपूर्ण तरीके से इकट्ठी हुई थी, तो ब्रिटिश सरकार ने उस पर गोली चलवा दी थी। जिसमें अनेक निर्दोष और निहत्थे लोग मारे गए थे। अंग्रेजों की गोली से बचने के लिए अनेक लोग उसी बाग में मौजूद एक कुएँ में कूद गए थे।
इन तस्वीरों में बुलेट्स के मार्क भी देख सकते है ।
चंडीगढ़ के प्रमुख पर्यटक स्थलों में शामिल रोज गार्डन को एशिया का सबसे बड़ा रोज गार्डन माना जाता है। उसको भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ जाकिर हुसैन के नाम से उसका नाम जाकिर हुसैन रोज गार्डन चंडीगढ़ रखा गया है। उसको 1967 में एमएस रंधावा के अच्छे मार्गदर्शन में स्थापित किया गया था।इस गार्डन में फेस्टिवल का आयोजन भी होता है जानिए इस Rose 🌹 Festival में।
Rose Festival
रोज फेस्टिवल गार्डन के आकर्षण का महत्वपूर्ण हिस्सा है। रोज गार्डन में हर साल फरवरी में रोज फेस्टिवल का आयोजन होता है। वह महोत्सव मार्च की शुरुआत तक चलता है। उसमे पूरे देश से 20,000 से अधिक पर्यटक शामिल होते हैं। उसमे बेहतरीन गुलाबों का प्रदर्शन और बहुत सारी प्रतियोगिताएं, सांस्कृतिक कार्यक्रम और समारोह का आयोजन होता हैं। त्योहार के समय बगीचे में स्टॉल, सजावट और उत्साहित संगीत का प्रदर्शन सबसे अच्छा होता है। उसके साथ यहाँ का मुख्य आकर्षण प्यारे गुलाब हैं जो मौसम के कारण पूर्ण रूप से खिलते हैं।
गार्डन दो फेज में 7 एकड़ में फैला है। फेज-1 के एरिया की चार एकड़ उबड़-खाबड़ जमीन को निगम ने डेवलप किया है। फेज-1 और 2 को जोड़ने के लिए 30 फुट चौड़ी सुरंग बनाई गई है। बुद्ध की प्रतिमा,जापानी शैली का रिसेप्शन, फाउंटेन, पांच मंजिला पगोडा, वाटर बॉडी, दो मगरमच्छ, मेडिटेशन हट, सूखी पहाड़ी, एक सूखी नदी, मचान और ब्रिज।
• पंजाबी महिलाओं की वेशभूषा
वास्तविक रूप से पंजाबी महिलाओं द्वारा पहने जाने वाले चूड़ीदार कुर्ता ने इस पोशाक के राष्ट्रीय वैश्वीकरण का मार्ग प्रशस्त किया है। यह पारंपरिक रूप से पंजाब में पहनी जाने वाली पोशाक थी। सलवार कमीज़ के दो टुकड़े होते हैं- कमीज़, या शर्ट जो सबसे ऊपर का टुकड़ा है; और सलवार, (पैंट) या नीचे का टुकड़ा। दुपट्टा एक रंगीन कपड़े का एक टुकड़ा होता है जो मादा की गर्दन को दुपट्टे की तरह सजाता है। सलवार कमीज `और दुपट्टे विभिन्न प्रकार के रंगों और डिज़ाइनों में आते हैं। महिलाओं को सुंदर फुलकारी कढ़ाई से सजी शॉल पहने हुए भी देखा जा सकता है। शॉल पूरी तरह से मोटी रेशम की कढ़ाई और एक गेरू की पृष्ठभूमि पर गहना-टन में किए गए लोक रूपांकनों से ढका हुआ है।
•पंजाबी पुरुषों की पोशाक
पंजाब के पुरुषों की पारंपरिक वेशभूषा में कुर्ता पायजामा शामिल है। कुर्ता एक तरह की ढीली शर्ट होती है जो लंबी और सीधी कटी होती है। पजामा ढीला, बैगी पैंट जो कमर पर बंधा होता है। कुछ पुरुष कुर्ते को लुंगी या तेहमत के साथ भी पहनते हैं, जो एक प्रकार का सारंग है। सर्दियों के दौरान उन्हें चमकीले रंगीन स्वेटर पहने देखा जा सकता है। कुछ लड़कों के साथ-साथ बड़े हो चुके पुरुषों को एक कॉलर वाली शर्ट या टी-शर्ट के साथ ढीली पैंट या स्लैक पहने देखा जा सकता है। पंजाबियों के बीच सिखों को उनकी पोशाक से अलग पहचाना जा सकता है क्योंकि वे पगड़ी पहनने के लिए धर्म द्वारा बाध्य हैं।
•पंजाब के भोजन के बारे में
मक्के की रोटी सरसों का साग, छोले भटूरे, दाल मखनी, दही भल्ले, मलाई कोफ्ता, नवरत्न कोरमा, रबड़ी, पिन्नी, सूजी का हलवा, आलू के पराठे, गोभी के पराठे, अमृतसरी मछली, तंदूरी चिकन, बटर चिकन, और भी बहुत सारे व्यंजन है जो कि पंजाब में मुख्य रुप से बनाए जाते हैं व संपूर्ण भारत में से बड़े चाव के साथ खाया जाता है।
•मॉल ऑफ अमृतसर
अमृतसर का मॉल (पहले अल्फा वन मॉल के रूप में जाना जाता था) जीटी रोड , अमृतसर, पंजाब में स्थित एक शॉपिंग मॉल है , जिसे अल्फा जी ग्रुप द्वारा विकसित किया गया है और यह भारतीय राज्य पंजाब में तीसरा सबसे बड़ा मॉल है। मॉल पांच मंजिलों को कवर करता है। यहां पर आप अपने पार्टनर को ले जा सकते है ।
•अमृतसर में एक प्रसिद्ध सिनेमा घर
'सिनेपोलिस' अमृतसर में एक प्रसिद्ध सिनेमा घर है, जो अपने संरक्षकों को सबसे अच्छे फिल्म अनुभव और ग्राहक सेवा प्रदान करते है। यह प्रीमियम और लक्जरी सिनेमा घर की योजना का नेतृत्व करने वाला दुनिया का पहला सिनेमा प्रदर्शक है।
•विरासत-ए-खालसा
विरासत-ए-खालसा सिख धर्म का एक संग्रहालय है, जो भारत के पंजाब राज्य की राजधानी चंडीगढ़ के पास पवित्र शहर आनंदपुर साहिब में स्थित है। संग्रहालय सिख इतिहास के 500 साल और खालसा के जन्म की 300 वीं वर्षगांठ के जश्न मे बनया गया, दसवें और अंतिम गुरु, गुरु गोबिंद सिंह जी द्वारा लिखित शास्त्रों के आधार पर। यह पर्यटकों और तीर्थयात्रियों को आकर्षित करता है। इसके परिणामस्वरूप इमारत के वातावरण में धर्म और उभरती हुई जरूरतों के बीच परामर्श होता है। एक ओर यह स्थानीय लोगों द्वारा विरासत की भावना को पोषित करने साथ-साथ हाथ के शिल्प को बढ़ावा देता है, दूसरी ओर यह मौजूदा शहरीवाद के विशाल हस्तक्षेप से अनन्तता को याद करता है जो दृश्यमान शहरीवाद से उत्पन्न दुविधा की एक अवस्था है।
•वाघा बॉर्डर अमृतसर
वाघा बॉर्डर भारत और पाकिस्तान के बीच की सीमाओं को चिह्नित करता है। जो लाहौर से 22 किमी और अमृतसर से 28 किमी की दूरी पर स्थित है। आपको बता दें कि वाघा बॉर्डर पंजाब के अमृतसर में भारत और पंजाब के लाहौर, पाकिस्तान के बीच ग्रैंड ट्रंक रोड(Grand Trunk Road) है। वाघा बॉर्डर को “अटारी बॉर्डर” के नाम से भी जाना जाता है सूर्यास्त से पहले हर दिन आयोजित होने वाले बीटिंग रिट्रीट समारोह(Beating Retreat Ceremony) को देखने के लिए देश भर से लोग इस स्थान पर आते हैं।
•देश-विदेश में मशहूर है पंजाबी जुत्ती
पंजाब के पटियाला शहर में लेटेस्ट डिजाइन की जुत्ती किफायती दामाें पर मिल सकती है। यहां 150 रुपये से लेकर 1500 रुपये तक की पंजाबी जुत्ती मिलती है। यहां परांदा और पटियाला सूट समेत कई चीजें भी खरीद सकते हैं।
•रॉक गार्डन
रॉक गार्डन चण्डीगढ़, भारत का एक मूर्तिकला गार्डन है। इसे नेक चंद रॉक गार्डन के नाम से भी जाना जाता है, जो कि इसके संस्थापक थे। श्री नेक चंद एक सरकारी कर्मचारी थे और उन्होंने वर्ष 1957 में अपने खाली समय में चुपचाप इस गार्डन को बनाना प्रारंभ किया। आज यह 40 एकड़ से अधिक क्षेत्र में फैला हुआ है।
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