मध्यप्रदेश घूमने निकले हैं, तो फिर इसकी राजधानी भोपाल के दर्शन किए बिना सफर में आगे बढ़ना सही नहीं होगा। तीसरे दिन हम सुबह-सुबह सांची स्तूप से 50 किमी का सफर तय करने के बाद झीलों के शहर भोपाल पहुंच जाएंगे। सुबह अपने सफर की शुरुआत हम एशिया के सबसे बड़े मानव निर्मित तालाब 'बड़ा तालाब' देखने के साथ करेंगे। शहर के बीच मौजूद यह बड़ा तालाब शहर की रौनक है। आप चाहे किसी एक किनारे बैठकर यहां की शांति में डुबकी लगा सकते हैं। या फिर तालाब में होने वाली बोटिंग का भी लुत्फ़ उठा सकते हैं। दिन का पहला पहर यहां बिताने के बाद आप दोपहर में अपनी शहरी दुनियादारी को पीछे छोड़ आदिवासी जनजीवन को समझने के लिए मध्यप्रदेश ट्राइबल म्युज़िम पहुंच जाएंगे। यहां आप आराम से आदिवासी जनजाति के सामान्य जनजीवन को समझने और उनकी असामान्य कलाकृतियों को देखकर अपनी दोपहर बीता सकते हैं।
Home town is all about pampering by mom and all sort of delicacies prepared to spoil you all over. Believe me, my mom makes the world’s best Daal-Baafle (a Rajasthani dish), it is accompanied by garlic chutney,bharta and kadhi. After having a soulful food we all started chalking down plan and most of the time then was spent on music,packing and chit chatting.