अगर यहां आना है तो भारत के किसी भी प्रांत से ट्रेन पकड़ के चले आइए सिलीगुड़ी या न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन। अगर हवाई मार्ग से आना चाहते हैं तो आपको आना होगा पेकयांग एयरपोर्ट। फिर दोनों जगहों से शेयर टैक्सी या बस से चले आइए गंगटोक।
सिक्किम की राजधानी है गंगटोक। यहां प्रधान घूमने का स्थल है एमजी मार्ग। इसके अलावा भी आप सारे दिन के लिए साइट सीन सैर सपाटा कर सकते हैं। यहां आइए तो साइट सीन में रोपवे की जर्नी को जरूर रखिएगा। याद रखिएगा के हिल स्टेशन होने की वजह से पूरे सिक्किम में वाइन सस्ती मिलती है।
साइट सीन में आपको कई सारे मॉनेस्ट्री मिल जाएगा। जो यहां के इतिहास को संजोए हुए है। और काफी खूबसूरत जगह है। जोकि बौद्ध धर्म को आज भी संजोए हुए हैं।
याद रखिएगा की साइट सीन के लिए आप अगर गाड़ी पूरे दिन के लिए रिजर्व करते हैं तू करीब दो हजार के आसपास पड़ सकता है। हां हमेशा मोलभाव करके ही गाड़ी लीजिएगा। एमजी मार्ग माल के पास बहुत सारे टूर ऑपरेटर्स आपको मिल जाएंगे। वहां तीन चार लोगों से बातचीत करके फिर मोलभाव करके गाड़ी रिज़र्व करिएगा। हालांकि शेयर ऑप्शन में भी आपको साइट सीन के लिए गाड़ी मिल जाएगा।
सिक्किम गंगटोक के नजदीक सबसे सुंदर वादियों के जगह है चांगू लेक। जहां आपको बर्फ से खेलने का मौका मिलेगा। इसके अलावा भी बर्फीली वादियों का नजारा बहुत ही सुहाना लगता है। यहां आने के लिए आपको गंगटोक एमजी मार्ग से ही गाड़ी रिजर्व करके या शेयर टैक्सी में आना पड़ेगा। यहां आने के लिए करीब 3 से 4 घंटे का समय लगता है। आने से पहले आपको टूर ऑपरेटर के पास दो कॉपी फोटो और एक वोटर आई कार्ड का जेरोक्स जमा करना पड़ेगा। क्योंकि यहां यह इलाका भारत चीन सीमा के नजदीक है। और सेना द्वारा घिरा हुआ है। और यहां आने के लिए सेना का परमिशन लेना पड़ता है।
यहां पहाड़ पर से नीचे सरकने का बड़ा सुनहरा अनुभव लोग लेते हैं ।और आइएगा तो याक पर चढ़कर फोटो जरूर लीजिएगा जो आपके लिए जीवन भर एक यादगार मौका बनकर रहेगा।
नाथूला दर्रा भारत चीन सीमा का एक आखरी छोर है जिस के उस पार हमारा पड़ोसी चीन है। जिसके साथ हमारे खट्टे मीठे संबंध है। यहां पर एक मंदिर है जो बाबा हरभजन सिंह का मंदिर नाम से पूरे देश में विख्यात है।
याद रहे कि यहां नेपाली, वर्मा और पाकिस्तानी लोगों को आने की इजाजत नहीं है। सिर्फ हमारे पड़ोसी बांग्लादेश के लोगों को आने का इजाजत है। वह भी वीजा करने वक्त उन्हें पहले से परमिशन लेना होता है। हां हर भारतीय यहां पर सेना का परमिशन लेकर आ सकता है। परमिशन टूर ऑपरेटर द्वारा मिलता है या खुद से भी आप परमिशन ले सकते हैं। हालांकि टूर ऑपरेटर से परमिशन लेने में परेशानी कम उठाना पड़ सकता है।
नाथुला पास बहुत ही खूबसूरत जगह है जहां सालभर बर्फ गिरता है। यहां बर्फ से खेल सकते हैं। इसके अलावा भी यह की खूबसूरत वादी का मजा ले सकते हैं। ऊंचाई बहुत होने के कारण कुछ लोगों को यहां पर सांस की दिक्कत हो सकती है। यहां आने पर आर्मी कैंटीन से गरम-गरम पकोड़े का आनंद जरुर लीजिएगा।