दिल्ली में अपने- अपने राज्यों का स्वाद चखना है तो इन स्टेट भवन कैंटीनों में ज़रूर जाना!

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दिल्ली हर राज्य और क्षेत्र की संसकृति का अनोखा संगम है। लोग अलग-अलग राज्यों से यहाँ रहने आते हैं और आप अक्सर अपने क्षेत्र और वहाँ के खाने को याद करते हैं। चलिए, अब हम आपको आपके घर की टिकट खरीदने में तो मदद नहीं कर सकते, लेकिन हाँ, दिल्ली में ही आपके पसंदीदा स्थानीय खाने का स्वाद ज़रूर दिला सकते हैं।

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तो अब जब भी घर के खाने की याद सताए तो निकल पड़िए दिल्ली की इन राज्य भवन कैंटीन का स्वाद चखने।

1.आंध्र प्रदेश भवन कैंटीन

श्रेय: ट्विट रजत

Photo of आंध्रा प्रदेश भवन कैंटीन, Ashoka Road, Hyderabad House, New Delhi, Delhi, India by Bhawna Sati

दिल्ली के सेंटर में बनी इस कैंटीन में ज्यादातर ऑफिस के लोगों की भीड़ रहती है। ये दिल्ली की मशहूर कैंटीनों में से एक है और आंध्रा के खाने का असली स्वाद परोसने के लिए जानी जाती है। यह लंच के समय पूरी तरह से पैक रहती है। यहाँ मिलने वाली थाली बिल्कुल पैसा वसूल है, जिसमें आपको सब्ज़ी, दही, मीठा, पूड़ी और पापड़, सब मिलता है। आप एक थाली में कितनी बार भी पूड़ी और सब्ज़ी ले सकते है। यहाँ का खाना खाकर आपकी ज़ुबान और दिल दोनों आपका शुक्रिया करेंगे। यहाँ की चिकन बिरयानी, चिकन करी और फिश करी ज़रूर खाएँ। लाइन में इंतज़ार ना करना पड़े इसलिए दोपहर 1:30 बजे से पहले पहुँचने की कोशिश करें।

कहाँ: 1, अशोका रोड, हैदराबाद हाउस, नई दिल्ली, दिल्ली।

2. गुजरात भवन

गुजराती व्यंजनों का स्वाद चखने के लिए गुजरात भवन पहुँचें। यहाँ के मेन्यू में काफी वेरायटी है और दाम भी ठीक हैं। उनकी गुजराती थाली से आपका पेट तो भर जाएगा लेकिन मन नहीं। यहाँ पर स्पेशल थाली, रेग्यूलर थाली और एक मिनी थाली भी है तब के लिए जब आपको ज़्यादा भूख ना लग रही हो। स्पेशल थाली में गुजराती दाल, चावल, भाकरवाड़ी, थेपला या पूड़ी, कुछ सब्ज़ियाँ, फरसाण, अचार मिलता है और आखिर में एक गिलास ताज़ी छाछ जो आपको तृप्त कर देगी। यहाँ का वातावरण अच्छा है और खाना स्वादिष्ट!

कहाँ: 11, कॉटिल्य मार्ग, चाणक्यपुरी, नई दिल्ली , दिल्ली- 110021

3. वीवो ओ वीवा गोआ

अगर आप लंबे वक्त से गोवा जाने के लिए तरस रहे हैं, तो हम आपको यहाँ के समुद्र तट पर तो नहीं ला सकते हैं, लेकिन हम आपको दिल्ली में गोवा का स्वाद ज़रूर चखा सकते हैं। गोवा निवास की कैंटीन को 'विवा ओ विवा' कहा जाता है। यह जगह रंगीन चमकती दीवारों से सजी हुई है और बनावट एक डाइनिंग हॉल की तरह है। मेन्यू में दूसरे व्यंजनों के साथ शेफ-स्पेशल को एक व्हाइटबोर्ड पर लिखा जाता है। शाकाहारियों के लिए यहाँ कई विकल्प हैं लेकिन अगर आप पोर्क या सी फूड के दीवाने हैं तो यहाँ पर तो आपकी चांदी है। बटर गार्लिक प्रॉन और प्रॉन पेरी-पेरी बेहद लज़ीज़ हैं। और हाँ, यहाँ कि चॉकलेट पुडिंग खाए बिना ना निकलें, चाहें आपका पेट फुल ही क्यों ना हो गया हो।

कहाँ: होटल गोवा निवास, तिकेंद्रजीत मार्ग, चाणक्यपुरी , नई दिल्ली , दिल्ली- 110021

4. महाराष्ट्र सदन कैंटीन

अगर आप एक फूडी हैं, तो महाराष्ट्र सदन जाना तो बनता है। यह दिल्ली में छिपे हुए खज़ानों में से एक है जिसे इसकी सही पहचान नहीं मिली है। अगर आप वडा- पाव के लिए तरस रहे हैं - तो ये जगह आपके लिए ही है। चटनी के साथ परोसा जाने वाला मिसल पाव, साबुदाना वड़ा, बटाटा वड़ा, वड़ा पाव बेहद स्वादिष्ट होता है। आप ऑथेंटिक मटन कोहलापुरी, मटन मालवानी, मछली कोलीवाड़ा, और दाल कोहलापुरी आज़मा सकते हैं। और अपने खाने के स्वाद को दोगुना करने के लिए साथ में श्रीखंड मंगवाना मत भूलना।

कहाँ: कॉपरनिकस मार्ग, नई दिल्ली , दिल्ली- 110001

5. कर्नाटक फूड सेंटर

पारंपरिक व्यंजनों का स्वाद चखने के लिए कर्नाटक भवन दिल्ली की सबसे अच्छी जगहों में से एक है। उनके पास थाली के तीन विकल्प हैं- टिफिन थली, दक्षिण भारतीय फिक्सड थाली और महाराजा थली (बड़ी भूख के लिए)। पोंगल, पुलियागारे, टमाटर चावल, नारियल चावल, नींबू चावल, बिसीबेल बाथ सप्ताह के कुछ खास दिनों में ही बनाए जाते हैं, इसलिए इसके अनुसार योजना बनाएँ। सीट पाने के लिए दोपहर के भोजन से पहले पहुँचें वरना आपको लाइन में इंतज़ार करना होगा।

कहाँ: सेक्टर 12, आर.के. पुरम, नई दिल्ली , दिल्ली- 110022

6. नागालैंड हाउस

नागालैंड हाउस एक साधारण कैंटीन है जिसमें खाने के काफी विकल्प हैं। अगर आपको पोर्क पसंद है तो आपको बैंबू शूट के साथ पोर्क और नागा स्टाइल पोर्क बेहद पसंद आएगा। यहाँ पोर्क थाली और चिकन थाली भी मिलती है। इस कैंटीन की फिश चटनी भी काफी मशहूर है। लेकिन हाँ, शाकाहारियों के लिए ज़्यादा ऑप्शन नहीं है।

कहाँ: 9, तुगलक पुलिस स्टेशन के सामने, डॉ अब्दुल ए पी जे कलाम रोड,नई दिल्ली , दिल्ली- 110011

7. असम भवन

पहले यहाँ कैंटिन के लिए जकोई रेस्तरां हुआ करता था लेकिन अब यहाँ बानकाही रेस्तराँ है जो पहले से ज्यादा रंगीन और चमकीला है। अंदर बैठने के साथ, खुली हवा में आंगन में बैठने का भी इंतज़ाम है जहाँ आप मौसम के मज़े ले सकते हैं। बानकाही असम की पारंपरिक बुनाई और बुनकरों को दर्शाती सुंदर पेंटिंग्स से सजी दीवारों के साथ आपका स्वागत करता है। यहाँ की थाली असम के व्यंजनों का एक बढ़िया मेल है खासकर उनके लिए जो इस क्यूज़ीन के बारे में ज़्यादा नहीं जानते। थाली के बीचों बीच चावल रखा जाता है जबकि दाल, ऑलू पिथिका, सब्ज़ी और भूना बैंगन सभी थालियों में मिलता हैं। फिश टेंगा और पोर्क करी ज़रूर ट्राई करें। रेस्तरां असम भवन के बेसमेंट में है। जाने का सबसे अच्छा समय 'रोंगाली बिहू' (आमतौर पर अप्रैल में) होता है जब रेस्तरां एक विशेष 'बिहू बफ़ेट' की मेजबानी करता है।

कहाँ: 1, सरदार पटेल मार्ग, कीर्ति नगर, X ब्लॉक, डिप्लोमैटिक एनक्लेव, चाणक्यपुरी , नई दिल्ली , दिल्ली- 110021

8. तमिलनाडु हाउस

यह राज्य कैंटीन केवल इडली, दोसा और उपमा तक सीमित नहीं है। कुछ नया खाने की कोशिश करें और यहाँ के मसालेदार चेट्टीनाड व्यंजनों चखें। मालाबार पराठे के साथ चिकन चेट्टीनाड ज़रूर ट्राइ करें। यहाँ कई तरह के पराठे हैं जैसे वेज कोथू परोठा, अंडा कोथू परोठा, चिकन कोथू परोठा और आदि। अपना खाना पूरा होने के बाद फिल्टर कॉफी का घूँट लेकर ही यहाँ से उठें।

कहाँ- चाणक्यपूरी सिनेमा लेन, चाणक्यपुरी , नई दिल्ली, दिल्ली- 110021

9. बंग भवन

भोजन के स्वाद और गुणवत्ता के मामले में ये जगह कोई समझौता नहीं करती। बंगाली लोग खाने के शौकीन होते है, ये बात तो दुर्गा पूजा के पंडालों में मिल रहे व्यंजनों की गिनती कर ही पता लग जाता है। यही स्वाद चखने के लिए बंगा भवन जाएँ जो सप्ताहांत पर भरा रहता है। लोग यहाँ पर मशहूर बंगाली व्यंजन- लुच्ची-मंगशो, दाब चिंगरी और मिश्टी दोई खाने पहुँचते हैं। शुरुआत के लिए, आप चिकन कबीराजी, फिश रोल और मटन कटलेट ले सकते हैं। मेन कोर्स के लिए विशेष बंगाली थाली खाएँ जिसमें पारंपरिक बंगाली खाने की हर डिश आपको मिलेगी।

कहाँ: 3, हमदर्द नगर, वकील लेन, मंडी हाउस, नई दिल्ली, दिल्ली- 110001

10. जम्मू और कश्मीर हाउस

यह कश्मीरी भोजन करने के लिए दिल्ली की सबसे अच्छी जगहों में से एक है। यहाँ मेन्यू हर दिन बदलता रहता है। शाकाहारी लोग नादू कबाब के साथ शुरू कर सकते हैं, इसके बाद कश्मीरी राजमा, हाक साग और लाल पनीर खाएँ। यहाँ की नद्रु यखनी तो कमाल है! मीट पसंद करने वालों के लिए वो मटन कबाब, मटन यखनी, रोगन जोश और मटन रिस्ता खाएँ और स्वाद में खो जाएँ। पारंपरिक कश्मीरी काह्वा के साथ अपना भोजन समाप्त करें। सही किमत, बढ़िया खाना और घर जैसा माहौल आपको यहाँ बार-बार आने पर मजबूर कर देगा।

कहाँ: 9, कौटिल्य मार्ग, चाणक्यपुरी , नई दिल्ली, दिल्ली- 110021

11. द पॉटबेली, बिहार निवास

बिहार निवास की कैंटीन का नाम ही द पॉट बेली है। ये कैंटीन इतनी मशहूर है कि ओपन और अंदर वाली सीटिंग के बावजूद यहाँ भारी भीड़ रहती है, खासकर वीकेंड्स पर। लिट्टी चोखा, दाल बाटी चूरमा तो यहाँ पर बेहतरीन मिलता ही है लेकिन अगर आप माँसाहारी हैं तो आपके पास मीट पकोड़ा और मटन शामी कबाब जैसे लज़ीज़ स्टार्टर्स हैं। यहाँ आएँ तो खड़ा मसाला मटन और मटन चाप ज़रूर खाएँ। शाकाहारियों के लिए भी यहाँ कई ऑप्शन्स हैं।

कहाँ: 116 सी, यूको बैंक की पीछे, शाहपुर जाट, सिरि फोर्ट, नई दिल्ली, दिल्ली- 110049

तो चलिए अपने पेट की आवाज़ सुनिए और निकल पड़िए भारत के स्वाद को चखने।

क्या आप इनमें से किसी जगह पर खाने गए हैं। अपना अनुभव Tripoto पर यहाँ लिखें।

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