मिरिक - भारतीय राज्य पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग जिले में स्थित यह पर्वतीय क्षेत्र, अपने झील और बेहिसाब खूबसूरती के लिए प्रसिद्ध हैं।
समुद्रतल से 1495 मीटर की ऊंचाई पर स्थित यह शहर अपनी खुबसूरत झील के लिए सुप्रसिद्ध है। यहाँ स्थित झील को लोग मिरिक झील के नाम से जानते हैं, जबकि इस झील का वास्तविक नाम सुमेंदु झील है।
मिरिक का नाम लेपचा शब्द, मिर-योक से बना है, जिसका मतलब है 'आग से जली जगह' - पर आप इसके नाम के अर्थ पर बिल्कुल भी मत जाइयेगा, क्यूंकि यह अपने नाम के बिल्कुल ही विपरीत प्रकृति की अद्भुत और खूबसूरती से सराबोर एक सुंदर पर्वतीय शहर है।
मिरिक का मुख्य आकर्षण यहाँ स्थित सुमेंदु झील है, जो शहर के बिल्कुल केंद्र में स्थित है। इसके अलावा यहाँ चापाकार में बना रेनबो ब्रिज (इंद्रधनुषीय पुल), जो सुमेंदु झील के ऊपर बना हुआ है। रंगों की खूबसूरती की वजह से यह मिरिक के प्रमुख आकर्षणों में से एक है और फोटोग्राफी के लिए बेस्ट जगहों में से एक हैं।
इसके अतिरिक्त यहाँ स्थित बोकार बौद्ध मठ, खुबसूरत चाय के बागान और आस पास के घने चीड़ के जंगल बहुत ही खुबसूरत है, जो इस शहर को दर्शनीय बनाते हैं।
मिरिक को देश का सबसे यंग हिल स्टेशन भी कहा जाता है और पश्चिम बंगाल में यहाँ संतरों की पैदावार सबसे ज़्यादा होती है। हिमालय पर्वत श्रृंखला में कंचनजंगा के अद्भुत दृश्य भी मिरिक से दिखाई देते हैं।
अगर आपको पहाड़, झील, जंगल, खुबसूरत चाय के बागान और शांत माहौल में घूमना फिरना पसंद हैं तो चले आइये मिरिक...
पोस्ट में संलग्न सभी तस्वीरें मेरी संदकफू यात्रा से वापसी के दौरान ली गई है।