हर बदलते दिन देश में कुछ न कुछ बदल रहा है । ये बदलाव आपने भी जरूर महसूस किया होगा । अगर आज में समय की बात की जाए तो किसी भी देश के विकास की धुरी वहा मौजूद परिचालन तंत्र होता है । परिचालन से मेरे कहने का मतलब उस देश में मौजूद उस व्यवस्था से है । जिससे वहा के निवासी एक स्थान से दूसरे स्थान जाने के लिए इस्तेमाल करते है। वर्तमान में समय का काफी महत्व है । आज लोग कही भी , कभी भी जल्दी से जल्दी पहुंचना चाहते है । समय का लोगो के पास अभाव है। दिल्ली एनसीआर के शहरो के बीच आज के समय में सड़क मार्ग से सफर करने में काफी समय लग जाता है । कारण है अत्यधिक वाहनों का सड़को पर होना। वैसे लगभग पूरी दिल्ली में तो मेट्रो का जाल बिछा हुआ है। लेकिन दिल्ली एनसीआर के बाकी शहरो को भी अलग अलग माध्यमों से जोड़ने पर काफी काम हो रहा है।
नए नए हाईवे बन रहे है। इत्यादि लेकिन हाल फिलहाल में
एक पूरी नई ,अपनी तरह की इकलौती परिचालन व्यवस्था शुरू होने वाली है। जिसका नाम है । रैपिड रेल ट्रांसिट सिस्टम ( आरआरटीएस) जिसे शॉर्ट में रैपिड रेल की संज्ञा दी गई है। ये प्रणाली भारत में नई है। दिनांक 20 अक्टूबर को एनसीआर के शहर मेरठ को देश की राजधानी दिल्ली से जोड़ने का काम करेगी । ये एक सेमी हाई स्पीड रेल सेवा होगी जिसकी गति लगभग 150 किलोमीटर प्रति घंटा होगी ।
दिल्ली से मेरठ की 85 किलोमीटर की दूरी इस रेल सेवा के बाद एक घंटे से भी कम समय में की जा सकेगी । जिस दूरी को करने में 2 से ढाई घंटे लग जाते हैं। ये अनोखी रैपिड रेल सेवा दिल्ली को गाजियाबाग और मेरठ शहरो से जोड़ेगी ।
यकीन मानिए ये सेवा इस पूरे क्षेत्र के लिए वरदान साबित होगी क्योंकि नौकरी , पढ़ने , घूमने या अन्य कामों से मेरठ, गाजियाबाद के लोग रोजाना दिल्ली आते जाते है । अब इस रेल सेवा के बन जाने से उनका समय काफी हद तक बचेगा
हालाकी अभी ये पूरा कॉरिडोर शुरू नही होगा। इस पर अभी काम चल रहा है । लेकिन गाजियाबाद के गुलधर से साहिबाबाद तक 17 किलोमीटर का पहला भाग शुरू किया जाएगा । बाकी और बचे हुए भाग को भी जल्दी ही खोला जाएगा।
20 अक्टूबर को प्रधान मंत्री मोदी जी द्वारा इसका विधिवत उद्घाटन किया जाएगा और इसके बाद ये सेवा देश को समर्पित कर दी जाएगी। प्रॉजेक्ट पूरा हो जाने के बाद इसकी अधिकतम रफ़्तार 180 किलो मीटर प्रति घंटा तक जा सकती है। ये देश में हाई स्पीड रेल गाड़ियों की शुरुआत के तौर पर देखा जा सकता है । इसी प्रकार के 3 और परियोजनाओं पर काम भी चल रहा है । इन परियोजनाओं के बन जाने के बाद एनसीआर के बाकी शहरो और दिल्ली शहर के बीच सफर करना आसान हो जाएगा। लोग कम समय में सफर कर पाएंगे । और उनकी जिंदगी थोड़ी आसान हो जाएगी।
ट्रेन जितनी अच्छी बाहर से लग रही है । उतनी अच्छी और आरामदायक अंदर से भी है । ये पूरी तरह से वातानुकूलित है। अच्छी और आरामदायक सीटो का प्रावधान है । ये पूर्ण रूप से भारत में विकसित की गई है। अभी किराए के बारे में कयास ही लगाए जा रहे है । बताया जा रहा है की कम से कम किराया 15 रूपे और अधिकतम 120 रूपे होगा ।
गाजियाबाद एनसीआर का प्रमुख औधौगिक शहर है। और मेरठ भी उत्तर प्रदेश का एक प्रमुख शहर है। इस रेल सेवा के शुरू होने से यहां के लाखो लोगो को फायदा होगा ।
देश में अब तेज रफ्तार ट्रेनों की बात होने लगी हैं। विगत कुछ वर्षों में वन्दे भारत ट्रेन और अब ये रैपिड रेल और इसके बाद हाई स्पीड बुलेट ट्रेन पर भी काम चल रहा हैं। वाकई मेरा देश बदल रहा है । और तेजी से आगे बढ़ रहा है ।
जय हिंद
जय भारत .....