बादलों का घर नहीं देखा तो क्या देखा ! मेघालय नहीं देखा तो क्या पूर्वोत्तर देखा !

Tripoto
2nd Aug 2022
Photo of बादलों का घर नहीं देखा तो क्या देखा ! मेघालय नहीं देखा तो क्या पूर्वोत्तर देखा ! by Pankaj Mehta Traveller
Day 1

   बादलों की जन्नत में बसा है बादलों का घर मेघ + आलय = मेघालय। अगर आप पूर्वोत्तर भारत  घूमने गये और आपने मेघालय ही नहीं देखा, तो आपकी यात्रा अधूरी कही जायेगी। मेघालय घुमे बिना  पूर्वोत्तर की कल्पना ही नहीं की जा सकती है।

   मेघालय की राजधानी शिलांग को तो पूर्वोत्तर का स्काटलैंड भी कहा जाता है। एक बार मेघालय की खूबसूरती देखने के बाद आप यहाँ के दीवाने हो जायेंगे।

Photo of बादलों का घर नहीं देखा तो क्या देखा ! मेघालय नहीं देखा तो क्या पूर्वोत्तर देखा ! by Pankaj Mehta Traveller

        शिलांग मेघालय की राजधानी है और मेघालय की सबसे बड़ी सिटी है। शिलोंग में देखने के लिये बहुत कुछ है। यहाँ आप एलीफैंटा वाटरफॉल में बहुत अच्छा समय बिता सकते हैं। शिलोंग पीक से आप पुरे शहर का नजारा देख सकते हैं। अगर आपको शिलोंग का स्वाद चखना है तो ML 05 रेस्टोरेंट आपके लिये ही है। इसके आलावा यहाँ का चर्च और पार्क भी पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है। पुलिस बाजार में आप लोकल मार्केटिंग का मजा ले सकते हैं।

View from shillong peak

Photo of Shillong by Pankaj Mehta Traveller

ML 05 cafe

Photo of Shillong by Pankaj Mehta Traveller

Elephanta fall

Photo of Shillong by Pankaj Mehta Traveller

       शिलोंग शहर से पहले ही आपको मिलता है उमीयम झील का मनमोह लेने वाला नजारा। इसके किनारे भुट्टे खाने और चाय पीने का मजा ही निराला है। यहाँ पर आप बोटिंग भी कर सकते हैं।
इसको बड़ापानी भी बोलते हैं।

Photo of Umiam Lake by Pankaj Mehta Traveller
Photo of Umiam Lake by Pankaj Mehta Traveller
Photo of Umiam Lake by Pankaj Mehta Traveller

        अब चलते हैं सोहरा यानि की चेरापूंजी की ओर। चेरापूंजी में आपको दुनियाँ भर के झरने मिल जायेंगे और वो भी एक से एक खूबसूरत। वेई स्वदोंग यहाँ का सबसे खूबसूरत झरना है। यहाँ लाइफ में एक बार तो जाना बनता ही है।

Photo of Wei Sawdong by Pankaj Mehta Traveller
Photo of Wei Sawdong by Pankaj Mehta Traveller

      मेघालय की एक और खासियत है और वो है पेड़ों की जड़ो से बनने वाले पुल जिनको लिविंग रुट ब्रिज कहा जाता है। ऐसे पुलों की मेघालय में भरमार है लेकिन सबसे सुन्दर है डबल डेकर लिविंग रुट ब्रिज। इस जगह से 4 km और पैदल आगे चलने पर आपको मिलेगा रेनबो वाटरफॉल।

Photo of Double Decker Living Root Bridge by Pankaj Mehta Traveller
Photo of Double Decker Living Root Bridge by Pankaj Mehta Traveller

     करांग सूरी वाटरफॉल एक और बेहतरीन देखने लायक वाटरफॉल है मेघालय में। यहाँ की सुंदरता लोगों के दिलों में बस जाती है। यहाँ पर लोग लाइफ जैकेट ले कर घंटो घंटो तक पड़े रहते हैं।

Photo of Krang Suri Boating by Pankaj Mehta Traveller
Photo of Krang Suri Boating by Pankaj Mehta Traveller

   मेघालय की असली खूबसूरती वहाँ के जलप्रपातों में ही छुपी हुई है। जब बात झरनों की हो ही गयी है तो आपको एक और चेरापूंजी का खूबसूरत झरना बताता हूँ। इसका नाम है नोहकालिकाई फॉल। ये फाल बहुत ऊँचाई से गिरता है इसकी खूबसूरती देखते ही बनती है।

Photo of NohKaLikai Falls by Pankaj Mehta Traveller
Photo of NohKaLikai Falls by Pankaj Mehta Traveller

    ये जगह उमगोट नदी के किनारे बसी हुई है। उमगोट नदी भारत की सबसे साफ नदी है जहाँ पर नाव नदी के ऊपर जब तैरती है तो ऐसा लगता है हवा में तैर रही है। ये जगह द्वाकी से थोड़ा आगे है। द्वाकी में बहुत भीड़ रहती है जबकि यहाँ का माहौल शांत है। यहाँ पर आप कैंपिंग, बोटिंग, स्कूबा डाइविंग और स्नोर्केलिंग कर सकते हैं।

Photo of Shnongpdeng by Pankaj Mehta Traveller
Photo of Shnongpdeng by Pankaj Mehta Traveller

   मवलीन्नौग गाँव एशिया का सबसे साफ सुतरा गाँव है। यहाँ आपको गन्दगी का कोई भी नामों निशान नहीं दिखाई देगा। यहाँ आपको बहुत सारे होमस्टे मिल जायेंगे। यहाँ पर बहुत सारे रुट ब्रिज भी हैं। इस गाँव के लोग बहुत प्यारे हैं।

Photo of Mawlynnong by Pankaj Mehta Traveller
Photo of Mawlynnong by Pankaj Mehta Traveller
Photo of Mawlynnong by Pankaj Mehta Traveller

   ऐसा नहीं की मेघालय में सिर्फ वाटरफॉल ही हैं। यहाँ ट्रेक्किग और एडवेंचर के शौक़ीन लोगों के लिये भी बहुत कुछ है। मवर्यन्गखाग ट्रेक वाखेन गाँव से शुरू होता है। 3 km का ये एक छोटा सा ट्रेक है। इस ट्रेक को गाँव वालों ने बेम्बो की मदद से बनाया है और ये काफी डरावना है। इसको बेम्बो ट्रेक भी बोला जाता है।

Photo of Mawryngkhang Trek by Pankaj Mehta Traveller
Photo of Mawryngkhang Trek by Pankaj Mehta Traveller

  Laitlum का अर्थ होता है पहाड़ियों का अंत और ये जगह इस नाम के साथ न्याय करती है। यहाँ पर आप चोटी मोटी ट्रेक्किंग कर सकते हैं। यहाँ का नजारा अद्भुत है।  पिकनिक मनाने के लिये ये उपयुक्त जगह है। ये जगह शिलांग से सिर्फ 1 घंटे की दूरी पर है।

Photo of Laitlum by Pankaj Mehta Traveller
Photo of Laitlum by Pankaj Mehta Traveller

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