इस ट्रिप की कहानी भी थोड़ी अजीब बात से शुरू हुई।
बात उस समय की है जब 15 मई 2017 को मैं अपने दोस्त के साथ मथुरा से दिल्ली गया हुआ था। दिल्ली में ही अचानक हमने प्लान बनाया की नाशिक चलेंगे त्रयम्बकेश्वर महादेव के दर्शन के लिए। फिर क्या हमने ट्रेन में टिकट बुक किया जो कि हमें मथुरा से कन्फर्म टिकट मिला। स्लीपर में 650 रुपये में। अब वो ट्रेन दिल्ली से ही आ रही थी ,तो हम उसी ट्रेन में दिल्ली से ही हो लिए और मथुरा आकर अपनी सीट पर आ गए। फिर शुरू हुआ त्रयम्बकेश्वर महादेव के दर्शन की यात्रा बिल्कुल कम पैसे में। मैंने दिल्ली में ही नाशिक रोड रेलवे स्टेशन पर रिटायरिंग रूम बुक कर लिया था वो भी 114 रुपये में। पूरे रास्ते हम बस सोते और हसीन वादियों का मज़ा लेते हुए सफर पर निकल दिये।
अगले दिन हम शाम को नाशिक पहुंच गए। फिर हम स्टेशन पर रुके जैसा कि हमने वही पर रूम बुक किया था। हम एक लंबा सफर करके पहुँचे थे, तो उस रात में जल्दी खाना खा कर सो गए।
तीसरे दिन हम सुबह काफी जल्दी उठे और स्टेशन के बाहर ही एक ऑटो वाले से बात किया तो उसने बोला कि वो हमें 3000 रुपये में नाशिक घुमाने के साथ साथ त्रयम्बकेश्वर महादेव के भी दर्शन करवा देगा। फिर क्या हम नाशिक में पूरा दिन घूमते रहे।
जैसे-
1-पाण्डव लेनी गुफा
2-सीता गुफा
3-गंगापुर डैम
4-अंजनेरी हिल
5-राम कुण्ड
6-पाण्डव लेन वाटरपार्क
और आस पास शहर में मार्केट और मॉल्स इत्यादि।
दिन भर घूमने के बाद हम काफी तक गए थे, फिर हमने एक होटल लिया 700 रुपये में और रात को खाना खाने के बाद आराम से सो गए।
अगले दिन हमें त्रयम्बकेश्वर महादेव जाना था, इसलिए पिछले दिन ही हमने जानकारी कर ली थी कि वहां जाने के लिए बस जाती है या नही फिर हमें पता चला कि नाशिक से त्रयम्बकेश्वर जाने का बस का किराया बस 40 रुपये है। इस वजह से सुबह हमने ऑटो वाले को फोन किया और उसे ऑटो कैंसिल करने के लिए बोला तो उसने कहा कि मेरा 1000 रुपये होटल पर दे दीजिए। फिर हमने 1000 रुपये होटल में जमा किये और बस पकड़कर 40 रुपये में त्रयम्बकेश्वर पहुंच गए। वहां भीड़ ज्यादा थी नही तो दर्शन जल्दी हो गया। फिर हमारे पास काफी समय बचा था। क्योंकि हमने मथुरा वापसी का जो ट्रेन का टिकट बुक किया था वो मनमाड़ से रात की 8 बजे की थी। फिर हमने वहाँ से शेयरिंग में गाड़ी किया और 200 रुपये में शिरडी आ गए। फिर हमने वहाँ शाई बाबा के दर्शन किये। बाबा के दर्शन करना बहुत शानदार रहा। फिर वहाँ पर हम खाना खाये मंदिर के पास ही एक रेस्टोरेंट में जिसका मुझे नाम याद नही है। खाने के बाद हम वहीँ मंदिर के पास से बस पकड़े और 60 रुपये में मनमाड़ आ गये। हम शाम को 5 बजे तक मनमाड़ आ गए थे, ट्रेन रात की 8 बजे की थी इसलिए हम वहाँ के लोकल मार्केट में घूमने चले गए। हमने कुछ समान लिए और 7 बजे तक खाना भी खा लिया था। खाना हमे 60 रुपये थाली पड़ा था। फिर हम स्टेशन आ गए और ट्रेन से मथुरा वापस आ गए थे।
Awesome Peaceful Temple.
नोट- मैं आपको ये जरूर बताना चाहूंगा कि कभी भी मई या जून के महीने में नाशिक या त्रयम्बकेश्वर ना जाये। और जाये तो अपने साथ पानी का कोई बड़ा कैंपर या बोटल ले जाये।
Expenses- खाने को मिलाकर- 3000 रुपये।