साल 2023 देखते-ही-देखते खत्म होने की कगार पर आ खड़ा हुआ है। अब हम सबके सामने यही एक सवाल है कि इस साल को स्पेशल तरीके से अलविदा कहने के लिए क्या खास इंतजाम किया जाए। इसके लिए लोग अभी से तरह-तरह की तैयारियों में जुट गए हैं। लेकिन अगर आपने अब तक इस बारे में कुछ भी प्लान नहीं किया है, तो परेशान होने की कोई जरूरत नहीं है। क्योंकि आज हम आपके साथ मुंबई से सटे उन सभी जगहों की जानकरी शेयर करेंगे, जहां जाकर आप भी क्रिसमस और नए साल की छुट्टियों को जी भरकर एन्जॉय कर सकते हैं। तो चलिए जानते हैं मुंबई के आसपास उन पॉपुलर टूरिस्ट डेस्टिनेशंस के बारे में जहां जाकर आप साल 2023 के अंतिम दिनों की छुट्टियों का अपने परिवार के साथ बेहद इत्मीनान से आनंद ले सकते हैं।
साल 2023 की विदाई और साल 2024 के आगमन का जश्न मनाने के लिए मुंबई से करीब तो कई इलाके हैं। अब यह आप पर निर्भर करता है कि घूमने के लिए आपकी पसंद समुद्र का किनारा है, पहाड़ों की चोटी है या फिर कोई बेहद खास रिसॉर्ट। अगर आप अपना नया साल किसी हिल स्टेशन पर मनाने की सोच रहे हैं, तो मुंबई शहर से नजदीक ही माथेरान और लोनावला जैसे टूरिस्ट स्पॉट आपकी लिस्ट में सबसे ऊपर होने चाहिए। क्योंकि दोनों ही हिल स्टेशन शहर से महज 100 किमी की दूरी पर ही स्थित है। जिसके चलते कनेक्टिविटी की कोई समस्या नहीं होगी। और अति लोकप्रिय हिल स्टेशन होने के चलते इन दोनों ही जगहों पर ठहरने के लिए होटल्स की रेंज भी काफी हैं। लेकिन अगर आपको समुद्र के किनारे रहकर साल के अंतिम दिनों को अलविदा कहना है तो भी आपके पास अलीबाग और काशिद बीच पर ठहरने का भी विकल्प मौजूद है। इसके अलावा अगर साल को थोड़ा एडवेंचर के साथ खत्म करने की चाहत है तो फिर कलसुबाई और हरिशचंद्र गढ़ जैसे पहाड़ों की चोटी पर रहकर भी भरपूर रोमांच के साथ साल के अंतिम दिनों का जी सकते हैं।
माथेरान
मुंबई से महज 80 किमी की दूरी पर ही मौजूद है एशिया का एकमात्र ऑटोमोबाइल-मुक्त हिल स्टेशन माथेरान। शहर से नजदीक होने के चलते इस जगह पर साल भर लोगों का मेला लगा रहता है। इसलिए अगर आप छुट्टियों की प्लानिंग में ज्यादा तामझाम नहीं करना चाहते हैं तो फिर माथेरान आपके लिए सबसे परफेक्ट जगह है। मुंबई से सेंट्रल लाइन की लोकल ट्रेन पकड़कर आपको नेरल स्टेशन उतर जाना है। इसके बाद आपके पास माथेरान तक जाने के 2 विकल्प मौजूद होंगे। पहला तो आप टॉय ट्रेन के जरिए नेरल से सीधे माथेरान तक जा सकते हैं। दूसरा अगर आप चाहें तो टैक्सी के जरिए भी अमन लॉज तक का फासला तय कर सकते हैं। यहां पर ठहरने के आपके पास अनगिनत विकल्प मौजूद है। आप अपनी सुविधा और बजट के अनुसार होटल चुन सकते हैं। इसके अलावा टेंट हाउस में रहकर कैम्पिंग का भी लुत्फ उठाया जा सकता है। www.hotelsmatheran.co.in इस वेबसाइट पर जाकर आप सारी जानकारी जुटा सकते हैं।
लोनावला
मुंबई के लोगों के लिए यह जगह हॉलीडे वीकेंड का पर्यायवाची शब्द है। हो भी क्यों ना। यहां का मौसम सालभर गुलजार बना रहता है। और यही वजह है कि यहां साल भर पर्यटकों का आना-जाना लगा रहता है। यहां आने के लिए आप मुंबई से एक्सप्रेस ट्रेन पकड़कर खंडाला या फिर लोनावाला स्टेशन उतर सकते हैं। इसके अलावा सिर्फ 100 किमी कार ड्राइव कर रोमांचक तरीके से भी यहां पहुंचा जा सकता है। यहां पहुंचकर आप सबसे पहले किसी बढ़िया से होटल में कमरा बुक कर लीजिए। इससे जुड़ी जानकारी के लिए आप www.inlonavala.com इस वेबसाइट विजिट कर सकते हैं। आप लोनावला में मिलने वाली जगप्रसिद्ध मगनलाल चिक्की का स्वाद लेते हुए पूरे इलाके का चक्कर काट सकते हैं। इसके बाद बारी आएगी एडवेंचर की तो इसके लिए इस इलाके के इर्द-गिर्द अनके फोर्ट हैं जहां ट्रेकिंग के लिए जाया जा सकता है। लोनावला के सनराइज और सनसेट पॉइंट भी यहां आने वाले पर्यटकों की पहली पसंद होते हैं।
अलीबाग
सौभाग्य से मुंबई के पास अपना समुद्र तो है लेकिन शहर का दुर्भाग्य ऐसा है कि यहां के किसी भी बीच पर वाटर एक्टिविटी नहीं होती। इसलिए मुंबई के लोगों को जब भी बीच लाइफ एंजॉय करनी होती है तब लोग आंख मुंदकर अपनी गाड़ी शहर से 100 किमी दूर स्थित अलीबाग की ओर मोड़ लेते हैं। वैसे मुंबई से अलीबाग जाने के लिए आप समुद्र रास्ता भी चुन सकते हैं। इसके लिए आपको सबसे पहले गेटवे ऑफ इंडिया से मांडवा तक समुद्री मार्ग से रास्ता तय करना होगा। फिर मांडवा से अलीबाग तक आप बस के जरिए जा सकते हैं। वैसे अगर आप चाहें तो अपनी बाइक या फिर कार को भी अपने साथ समुद्री रास्ते से मांडवा तक लेकर जा सकते हैं। hotelsinalibaug.net इस लिंक पर विजिट कर आप अलीबाग में अपने ठहरने के लिए शानदार होटल्स में कमरा बुक कर सकते हैं। या फिर समुद्र किनारे टेंट हाउस में ठरहकर चांदनी रात में खुले आसमान के नीचे रात बिताकर भी अपनी छुट्टियों को यादगार बनाया जा सकता है।
काशिद
अलीबाग बीच से महज 30 किमी की दूरी पर ही काशिद बीच मौजूद है। मुंबई शहर में रहने वाले लोगों के लिए यह बीच अलीबाग जितना तो लोकप्रिय नहीं है। लेकिन यहां आने के बाद समझ आता है कि अलीबाग की तुलना में काशिद हर मामले में कई गुना बेहतर है। बीच पर सफेद और भूरे बालू की मौजूदगी के चलते यहां का पानी अलीबाग के मटमैले पानी के ठीक उलट एकदम साफ है। अलीबाग बीच का मटमैला पानी देखकर उसमें उतरने से कतराने वाले लोग भी काशिद बीच के नीले पानी को देखकर खुद को यहां वाटर एक्टिविटी करने से रोक नहीं पाते। आप यहां पर अपना पूरा दिन बीच पर पैरासिलिंग, कयाकिंग, जेट स्कीइंग, बनाना बोट राइड, बम्पर राइड जैसे वाटर एक्टिविटी को एंजॉय करते हुए निकाल सकते हैं। इसके अतिरिक्त शाम को बेहद दिलकश सनसेट को नजरों में कैद करने के बाद आप अपने परिवार के साथ देर रात तक चलने वाले लाइव म्यूजिक का भी आनंद ले सकते हैं।
कलसुबाई शिखर
महाराष्ट्र के माउंट एवरेस्ट की चोटी पर बैठकर साल 2023 का अंतिम सनसेट और साल 2024 का पहला सनराइज देखने का मन है, तो फिर कलसुबाई से बेहतर दुसरी कोई और जगह नहीं है। मुंबई से करीब 150 किमी की दूरी पर स्थित कलसुबाई 1646 मीटर की ऊंचाई के साथ महाराष्ट्र में मौजूद सबसे ऊंचा स्थान है। यहां तक पहुंचने के लिए आपको सड़क मार्ग के जरिए सबसे पहले इसके बेस विलेज घोटी पहुंचना होगा। यहां से मन मोह लेने वाले नजारों को नजरों में कैद करते हुए आप करीब 3 घंटे की ट्रेकिंग के बाद कलसुबाई शिखर की चोटी पर पहुंच जाएंगे। चोटी पर मौजूद कलसूबाई मंदिर से जीनव का सबसे खुबसुरत सनसेट देखने के बाद रात को आप खुले आसमान में टिमटिमाते तारों और जुगनुओं से जगमगाते नजारों को देखने का सौभाग्य अपने नाम कर सकते हैं। इतना ही नहीं तो अगली सुबह सुरज से पहले उठकर साल 2024 की शुरुआत एक बेहद शानदार सुर्योदय के दर्शन के साथ की जा सकती है। यह सब कुछ आप खुद प्लान कर सकते हैं या फिर www.kalsubai.com इस वेबसाइट पर अपने लिए पैकेज भी बुक कर सकते हैं।
हरिश्चंद्रगढ़
थाने, पुणे और अहमदनदर जिले के बॉर्डर पर स्थित हरिश्चंद्रगढ़ मुंबई से करीब 150 किमी की दूरी पर है। इस जगह पर प्रकृति और अध्यात्म का ऐसा संगम है कि महाराष्ट्र में ट्रेक करने वालों की जमात का तीर्थ स्थल कहा जाता है। अगर पास कलसुबाई शिखर पर चढ़ाई करने के लिए लगने वाले 3 घंटे के समय को सुनकर ही थक गए हैं तो फिर हरिश्चंद्रगढ़ आपके लिए सबसे अच्छा विकल्प है। हरिश्चंद्रगढ़ का प्रमुख आकर्षण यहां सांप के फन के आकार की चट्टान यानी कोकण कड़ा, महाराष्ट्र की सबसे ऊंची चोटियों में से एक तारामती शिखर और भगवान शिव का प्राचीन एवं अलौकिक केदारेश्वर शिवलिंग है। कोकण कड़ा पर आप अपना टेंट लगाकर पहाड़ की ऊंचाई से दूरी हरे-भरे घास के मैदानों के अंतिम छोर पर साल के 2023 के आखिरी सनसेट को सदा के लिए अपनी यादों में कैद करने का सुकून भरा काम कर सकते हैं। इसके बाद यहां रातभर लाइव म्यूजिक और अपनी पसंदीदा फिल्म देखने का कार्यक्रम भी किया जा सकता है। अगले दिन सुबह उठकर अगर आपने तारामती शिखर पर चढ़ने की मेहनत कर दी तो फिर आपके हिस्से साल के पहले ही दिन आपके जीवन का सबसे खूबसूरत सनराइज भी आ जाएगा।
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