अरनाला गांव में अरनाला किले के प्रथम दुर्ग के सूभेदार बाजीराव बेलोसे का उपेक्षित मकबरा। मुझे विरारकर बने 8 साल हो गए, अर्नाला किले में आना जाना होता रहता है। लेकिन इस जगह के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। लेकिन जैसे ही मुझे इसकी जानकारी मिली वहां जाने के लिए बेताब हो गई । वहां का दौरा किया। यह वास्तु वास्तव में बहुत पुरानी है और बहुत ही खराब स्थिति में है। लेकिन ये एक प्राइवेट प्रॉपर्टी है। इस वहज से हम या सरकार भी कुछ नही कर सकते। लेकिन ऐसे एतिहासिक वास्तु को हम देख तो सकते ही है। यही वीर मावलो के लिए हमारी श्रद्धांजलि है।