"आप एक बड़ी, खूबसूरत नदी के बीच में दुखी नहीं हो सकते।" - जिम हैरिसन, अमेरिकी लेखक की इस बात से मैं बिलकुल सहमत हूँ।
मध्य प्रदेश को एक्स्प्लोर करते हुए मुझे इंदौर से थोड़ी ही दूर, दो रिवर साइड डेस्टिनेश का पता चला जो अब तक नज़रों से ना जाने कैसे छिपे हुए थे। मैं बात कर रही हूँ, चोरल डैम और सैलानी आइलैंड की।
इसलिए जब मैं मध्य प्रदेश में थी तो मैंने इन जगहों को देखने का फैसला किया।मैं जानती हूँ कि आप क्या सोच रहे हैं, मध्य प्रदेश में एक द्वीप ?! मैं भी कुछ ऐसे ही हैरान हुई थी जब मैंने पहली बार सैलानी के बारे में सुना था।
अगले दिन जल्दी ही मैंने ‘अपना स्वीट्स’ रेस्तरां में सेव, प्याज़ और मूँगफली के साथ इंदौरी स्टाइल के मज़ेदार पोहे का ब्रेकफास्ट किया और अपने मंज़िल के लिए इंदौर से निकल पड़ी।
सबसे पहले मैं चोरल डैम देखना चाहती थी, जो इंदौर से 45 कि.मी. दूर,डेढ़ घंटे की एक अच्छी ड्राइव है। इसके रास्ते में मिलिट्री ज़ोन पड़ता है, इसलिए आप समझ सकते हैं कि वहाँ की सड़कें भी कितनी अच्छी होंगी।मैंने अपनी कार के रेडियो की आवाज़ तेज़ की और डैम तक के सफर में इस अद्भुत रोड ट्रिप का भरपूर मज़ा लिया।
चोरल डैम के रास्ते में ही, महू, में प्रसिद्ध नेता डॉ भीमराव अंबेडकर का स्मारक भी देखने लायक है ।
मैं दोपहर करीब 12.30 बजे चोरल डैम पहुँची। बिलकुल अछूती और साफ़ सुथरी इस जगह का पानी एकदम नीले रंग का था और आस-पास पीले मैदान। मुझे बताया गया, कि मानसून के दौरान और उसके बाद, यह पूरी जगह हरे रंग की सुंदर छटा बिखेरती है और देखने लायक होती है! अगर मुझे पता होता कि यह जगह इतनी सुन्दर होगी तो में पक्षियों को निहारते हुए नदी के किनारे पिकनिक करना बेहद पसंद करती।
चोरल डैम रिज़ॉर्ट से भी पूरे डैम का बढ़िया नज़ारा दिखाई पड़ता है। मध्य प्रदेश टूरिज़म की टीम द्वारा बनाए गए इस रिज़ॉर्ट में खूबसूरत लॉन और तरह तरह के फ़ूलों की भरमार थी। रिज़ॉर्ट के कमरे नदी की ओर बने हुए हैं, जहाँ आप बोटिंग के लिए भी जा सकते हैं। मैंने अपने लिए भी नदी के आसपास कुछ इसी तरह टहलने की कल्पना की थी।
चोरल डैम के बाद मेरा अगला डेस्टिनेशन सैलानी द्वीप था जो कि डैम से तीन घंटे की ड्राइव पर था। यह द्वीप एक जंगल के अंदर है।गूगल मैप ने तो केवल एक पॉइंट तक ही हमे रास्ता बताया जबकि द्वीप वहाँ से 20 कि.मी. दूर था। हम सुंदर खाली सड़कों पर ड्राइव करते हुए ठीक लंच टाइम पर द्वीप पहुँच गए!
द्वीप पर जाने के दो तरीके हैं। अगर आप गर्मियों के दौरान या मॉनसून से पहले वहाँ जाते हैं, तो आप एक पतले से कनेक्टिंग रोड से द्वीप (जो एक मजेदार ड्राइव है) पर ड्राइव करके जाते हैं, लेकिन अगर आप मॉनसून के दौरान या उसके बाद जाते हैं, तो द्वीप पर नाव से जाना पड़ता है। ठहरने के लिए यहाँ घने पेड़ों से घिरे हुए सुन्दर कॉटेज बने हुए हैं और अगर आप रात में भी रुकते हैं तो बोट राइड, स्टे पैकेज में ही शामिल है।
ओंकारेश्वर डैम के बैकवाटर में स्थित, सैलानी आइलैंड, सैकड़ों प्रकार के पक्षियों का घर है।जैसे ही हम वहाँ पहुँचते हैं, चारों ओर पक्षियों की चहचहाहट गूँजने लगती है।कभी-कभी रात में तेंदुए और जंगली सूअर भी यहाँ पर आ जाते हैं।
मैंने भी रात को यहाँ एक कॉटेज में स्टे किया और उसकी बड़ी-सी बालकनी से कुछ बहुत ही शानदार दृश्यों का मज़ा लिया।मैंने अपना ज्यादा समय बालकनी में एक कप चाय की चुस्की लेते हुए, पक्षियों की आवाज़ सुनने और नर्मदा नदी के कोमल पानी को बहते हुए देखने में ही बिताया।
सैलानी में और क्या- क्या कर सकते हैं :
1) सैलानी द्वीप को अच्छी तरह एक्स्प्लोर करें और ओंकारेश्वर डैम के बैकवाटर्स का मज़ा लें।
२) यहाँ बहुत सारी, अलग-अलग पक्षियों की प्रजातियाँ हैं! हालाकिं मैं, ब्लू किंगफिशर, तोते और कठफोड़वा आदि के ही नाम जानती हूँ। लेकिन जो कोई भी बर्ड वाचिंग और बर्ड फोटोग्राफी के शौकीन हैं, उनको यहाँ ज़रूर आना चहिए। ये पक्षी विशेष रूप से घोंसला बनाने के लिए द्वीप पर जाते हैं।
3) रोमांच से भर देने वाली स्पीडबोट की सवारी का आनंद ज़रूर लें।
4) अगर आप हाइक पर जाना चाहते हैं, तो रिसॉर्ट के कर्मचारी आपको एक गाइड भी देते हैं।
5) चूँकि यह जगह शहर के शोर शराबे से बहुत दूर है, इसलिए एस्ट्रो फोटोग्राफी के लिए यह जगह किसी स्वर्ग से कम नहीं! रात में यहाँ लाखों तारे दिखाई देते हैं।
कैसे पहुंचें?
निकटतम हवाई अड्डा इंदौर में है और सैलानी द्वीप इंदौर से लगभग 150 कि.मी. दूर है और चोरल डैम लगभग 45 कि.मी. दूर । हवाई अड्डे से एक प्राइवेट कार या टैक्सी, यहाँ जाने के लिए सबसे सुविधाजनक हैं। मैंने साई नाथ टूर्स कंपनी की टैक्सी किराए पर ली थी। उनकी सर्विस बहुत ही प्रोफेशनल थी।अच्छी गाड़ी के साथ- साथ बढ़िया रेस्तरां में हमें ब्रेकफास्ट और लंच के लिए ले जाने से लेकर कई जगह फोटोग्राफी करने की सुविधा देकर उन्होंने हमारी ट्रिप को मज़ेदार और आरामदायक बना दिया था।
सैलानी और चोरल, भारत के इस खूबसूरत हिस्से की यात्रा करने के मुख़्य आकर्षण हैं जो कि दूसरी नार्मल टूरिस्ट जगहों से बहुत अलग हैं ।