खूब सारा घूमना फिरना आज सब चाहते हैं।लेकिन यह वाकई में इतना आसान भी नहीं हैं।कभी छुट्टियों का लफड़ा तो कभी परिवार वालों को मनाने का।कभी दोस्त ऐन मौके पर मना कर देते हैं तो कभी बजट का इश्यू।
वैसे इन सब समस्याओं में बजट का इश्यू अधिकांश लोगों के साथ रहता हैं।लेकिन कुछ छोटी छोटी बातों का ध्यान रख कर आप काफी जगह फालतू का पैसा खर्च होने से बचा सकते हैं और ट्रिप को सस्ते में करके आ सकते हैं।ऐसी ही कुछ ट्रिक्स पेश हैं आपके सामने–
1. अगर पॉसिबल हो तो रात में पब्लिक ट्रांसपोर्ट में सफर करे। इस से आप अपने गंतव्य स्थल पर भी पहुंच जाएंगे और रात रुकने के लिए कमरा भी नही लेना पड़ेगा।
2.ट्रिप की प्लानिंग ऑफ सीजन में करे और पब्लिक हॉलीडेज पर तो बिल्कुल ना करें। पीक सीजन या हॉलीडेज पर कमरे और टैक्सी की रेट्स भी हाई,लगभग दो से तीन गुना हो जाती हैं।साथ ही साथ हर जगह पर भारी भीड़ रहती हैं।तो अगर सरकारी छुट्टियों से अलग तारीख पर या ऑफ सीजन में घूमे तो काफी पैसा बचाया जा सकता हैं।
3.बजट को काफी कम रखने के लिए घूमते समय हर जगह का लोकल स्ट्रीट फूड ट्राई करें,रेस्टोरेंट्स को अवॉइड करें।इस से एक तो आपको वहां का लोकल स्वाद चखने को मिलेगा,दूसरा स्ट्रीट फूड सामान्यत: सस्ते ही मिल जाते हैं।
4.अपने आप को फिजिकली फिट रखे और थोड़ी थोड़ी दूरी जैसे कि एक दो किमी की दूरी पर अगर जाना हो तो पैदल ही चले जाए। शरीर भी फिट रहेगा और ऑटो या ओला उबर का खर्चा भी बचेगा।
5.आजकल हर एक प्रसिद्ध जगह पर साइकिल भी आसानी से किराए मिल जाती हैं,वो भी काफी सस्ते में।अगर आप फिट हैं और सोलो ट्रैवल कर रहे हैं तो साइकिल का इस्तेमाल करना कुछ बुरा नही हैं।इसका अनुभव वाकई में शानदार रहेगा। एक बार मेरी मम्मी को लेने मैं जयपुर एयरपोर्ट गया।फ्लाइट 4 घण्टे देरी से आनी थी।मुझे जयपुर में कुछ नया तो घूमना था नही लेकिन साइकिल चलानी थी।अपनी कार को पार्किंग में खड़ी कर पत्रिका गेट से मैने साइकिल किराए ली और घंटों तक घूमता रहा।वह अनुभव आज भी ताजा हैं।
6. फ्लाइट्स,ट्रेन आदि के टिकट एडवांस्ड में ही महीनों पहले बुक करवा लेने चाहिए। जिस से टिकट्स काफी सस्ते में मिल जाती हैं।फ्लाइट्स को सर्च करते समय इनकॉग्निटों मोड़ में सर्च करें।यकीन मानिए वाकई में फायदा होना हैं इस से। आप अगर बार बार एक ही जगह की फ्लाइट सर्च करेंगे तो वेबसाइट आपके डेटा को सेव कर अगली सर्च में फ्लाइट्स की रैट बढ़ा देगी।इनकॉग्निटन मोड़ में आपका डेटा सेव होता ही नही हैं।परसों ही मैंने अगली ट्रिप के लिए फ्लाइट्स के टिकट बुक करवाए, मैने यह ट्रिक अपनानी चाही। उस टिकट को काफी बार सर्च करने पर वाकई में टिकट रेट्स बढ़ गई। इनकॉग्निटो मोड़ से मुझे 2 टिकट्स पर करीब 2500रुपए सस्ते टिकट मिल गए।
7. आजकल हर एक जगह होमस्टे का ऑप्शन हैं।वहां आप अपना खाना भी खुद बना कर कुछ पैसा बचा सकते हैं। लक्जरी होटल्स की जगह आप डॉरमेटरी या हॉस्टल में 300 से 400रुपए में ही रात गुजार सकते हैं।
8.मदद मांगने में ना हिचकिचाए।कभी कभी काफी सही लोग आपकों मिल जाते हैं और सस्ते ऑप्शंस की शानदार जानकारी दे देते हैं। कई बार वो खुद ही आपका काफी पैसा बचा देते हैं।अगस्त में मुझे रात को रीकोंगपिओ से कल्पा जाना था।कोई पब्लिक ट्रांसपोर्ट मिल ही नहीं रहा था।मैंने एक गाड़ी वाले से बात की और कहा कि हमें कल्पा छोड़ देना और जो पैसा बने वो ले लेना।लेकिन वो हमे मुफ्त में ही कल्पा होटल के बाहर छोड़ आए।ऐसा 3 बार मेरे साथ हुआ।
9.हमेशा पानी की बॉटल साथ रखें। पानी की बॉटल बार बार खरीदने का खर्चा भी कई बार ज्यादा होता हैं।आप खुद की बॉटल साथ रखें,बार बार उसे भर ले।
10.पब्लिक ट्रांसपोर्ट के इस्तेमाल से भी काफी पैसा बचता है।अगर आपके पास काफी समय हैं तो आप टैक्सी हायर करने की जगह पब्लिक ट्रांसपोर्ट में यात्रा करे। हालांकि मैं भी हमेशा टैक्सी करके ही घूमता हूं क्योंकि समय बचता हैं।लेकिन एक किस्सा बताता हूं मुझे हिमाचल में रामपुर से सराहन जाना था। टैक्सी वाले ने 1500रुपए मांगे और मैं उसको हां बोल चुका था।हमारे पास काफी खाली समय था तो मेरी पत्नी ने लेकिन उस समय पब्लिक ट्रांसपोर्ट में घूमने की इच्छा जाहिर की। रोडवेज बस का किराया करीब 85 रुपए प्रति व्यक्ति (एक्जैक्ट याद नही हैं)लगा था। यकीन मानिए इतना पैसा भी बचा और साथ ही साथ बस में दो तीन लोगों से अच्छी जान पहचान हो गई।उन्होंने हमें कहां कि आप वापस राजस्थान जाते समय हमारे खेत की एप्पल लेकर जाना वो भी मुफ्त में,जितनी चाहिए उतनी।वो अलग बात हैं रिटर्न में समय की कमी हो जाने से मैं उनसे मिलने भी ना जा पाया।#traveltalesbyrishabh
11. कुछ यात्राए अगर ऑफ सीजन में करेंगे तो कई गुना महंगी हो जाएगी।तो उन्हे उन्ही के सीजन में ही करे।जैसे कि श्रीखंड महादेव यात्रा,किन्नौर कैलाश यात्रा ,मणिमहेश यात्रा आदि। यात्रा के ऑफिशियल समय पर यहां काफी भंडारे मिल जाते हैं।कई साथी साथ हो जाते हैं तो पोर्टर और गाइड की जरूरत नही रहती।टेंट वगेरह पहले से ही लगे मिलते हैं जो कि काफ़ी ही कम दर में मिल जाते हैं।अगर इन यात्राओं को ऑफ सीजन में करोगे तो इन सब चीजों का एक काफी बड़ा अमाउंट आपको पे करना होगा।ट्रेक करने की इच्छा हैं तो अमरनाथ यात्रा कर लीजिए ,बहुत ही कम राशि में आप इसे कर लेंगे।कोशिश करे कुछ राशि भंडारे में जमा करवाए ताकि अन्य जरुरतमंद लोग भी भंडारे में प्रसाद से अपनी भूख मिटा सके।
वैसे मैं बजट ट्रैवल में एक्सपर्ट नही हूं, ना ही मैं बजट ट्रैवल करता हूं क्योंकि बजट ट्रैवल में समय काफी खर्च होता हैं और लग्जरीपन भी नही मिल पाता।उपर से मेरी कोशिश कम समय में ज्यादा से ज्यादा चीजे कवर करने की होती हैं और जहां भी जाता हूं तो वहां की हर छोटी से छोटी चीज घूमने की मेरी कोशिश रहती हैं और यह चीज केवल खुद की गाड़ी या टैक्सी से ही संभव होती हैं। ऊपर बताई हुई बातों में से कुछ चीजों का अनुभव तो मुझे भी नही हैं जैसे कि मैं कभी हॉस्टल या डॉरमेट्री में नही रुका।मुझे प्राइवेसी पसंद हैं तो कमरा ही लेता हूं।लेकिन बजट की ये कुछ बातें तो मैने रीसेंटली ट्राई की और कुछ बातें दूसरों के अनुभवों को सुन कर जानी हैं।लेकिन यह मानता हूं कि परिस्थिति के हिसाब से इनमे से कुछ बातों का ध्यान रख कर अनावश्क खर्चा तो तो रोका जा ही सकता हैं।आशा करता हूं इनसे बजट ट्रैवल में आपको काफी मदद मिलेंगी।
ऐसी और भी ट्रिक्स का कमेंट सेक्शन में स्वागत हैं।
Photo: यह फोटो ओरछा की वाइल्डलाइफ सेंचुरी के एक वाच टावर की हैं। इस वाइल्ड लाइफ सेंचुरी में घड़ियाल ,भालू ,जंगली सूअर जैसे जानवर मिल सकते हैं। आपकों अंदर खुद की ही गाड़ी ले जानी होती हैं।अंदर बने इस वॉच टावर से ओरछा के मंदिर,छतरिया ,महल सभी एक ही साथ दिखाई देते हैं।
–ऋषभ भरावा